हम आधुनिक युग को इंटरनेट युग कहे तो यह गलत नहीं होगा। इंटरनेट ने हमें प्रगति का मार्ग दिखाया है और साथ ही सोचने समझने की क्षमता का भी विकास किया है। इंटरनेट पर शॉपिंग, सर्फिंग, चैटिंग, ब्लॉगिंग व लेखन आदि कार्यों के साथ साथ कमाई करने के लिए कई प्रकार के प्लेटफार्म उपलब्ध हैं। इन्हीं में एक है “सोशल मीडिया” जिसका उपयोग विश्व में सबसे ज्यादा किया जाता है।सोशल मीडिया या सामाजिक मीडिया वर्तमान समय में सभी के जीवन का एक अभिन्न अंग बन चुका है जिसके बिना प्रत्येक व्यक्ति अपने आप को अधूरा महसूस करने लगा है। लोगों में सोशल मीडिया के प्रति इस प्रकार का लगाव उन्हें इस पर निर्भर बना रहा है। सोशल मीडिया लोगों के शिक्षा, मनोरंजन, आय तथा कार्यक्रम संचालन मंच आदि का एक सुविधाजनक जरिया है। सोशल मीडिया लोगों का काम और अधिक आसान बनाने के साथ साथ अपनी तरफ इतना आकर्षित करता है कि लोग इसके पीछे अपनी रोजाना जिंदगी का एक कीमती वक्त गवा देते हैं।वर्तमान समय में सोशल मीडिया का विस्तार इस प्रकार से है कि लोग जगने के बाद से लेकर सोने से पहले तक सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं। सोशल मीडिया से लोगों का लगाव इस प्रकार का है कि अब बहुत से लोग अपनी पूरी दिनचर्या को तस्वीर या चलचित्र के माध्यम से सोशल मीडिया पर प्रेषित करते हैं। लोगों ने क्या खाया है, क्या पहना है, कहाँ घूमने गए हैं आदि चीजें सोशल मीडिया पर साझा करने के साथ साथ वो वर्तमान समय पे क्या महसूस कर रहे हैं, ये तक सोशल मीडिया पर साझा करते हैं।
अगर आंकड़ों की बात करें तो बीते दो वर्षों में व्हाट्सएप पर 10%, यूट्यूब पर 12%, फेसबुक पर 6%, इंस्टाग्राम पर 8% तथा ट्विटर पर 5% उपयोगकर्ताओं का इजाफा हुआ है। नए सर्वेक्षणों के अनुसार भारत में तकरीबन 44.8 करोड़ लोग सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं। अगर भारत के छात्रों की बात करें तो लगभग 37.6 करोड़ छात्र सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं। विश्व भर के यूट्यूबर्स में 16% यूट्यूबर्स अकेले भारत के हैं यह जनसंख्या लगभग 22.5 करोड़ की है।
वर्तमान समय में सोशल मीडिया हमारे जीवन में हमारी एक गहरी आदत की तरह बन चुकी है। सोशल मीडिया ने आज के दौर में लगभग सभी क्षेत्रों में अपनी एक अहम भूमिका निभाई है। बात चाहे आईटी सेक्टर की, कृषि सेक्टर की, चिकित्सा क्षेत्र की या फिर शिक्षा क्षेत्र की करें हर कहीं सोशल मीडिया किसी न किसी रूप से अपनी हिस्सेदारी निभाती है।
सोशल मीडिया के माध्यम से लोग पिछड़े से पिछड़े इलाकों से अपनी प्रतिभा को दुनिया के सामने रख सकते हैं। लोगों को सोशल मीडिया के जरिए आय के एक से एक अवसर प्राप्त हो जाते हैं। सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जिसकी मदद से लोग अपने घर एक कमरे में बैठकर लाखों का आय कर सकते हैं। आज के समय में किसी भी कार्यक्रम को प्रसारित करने का एक बेहतरीन मंच है सोशल मीडिया।
सोशल मीडिया के द्वारा लोग अपने दूर स्थित संबंधियों से जुड़े रहते हैं।
यह आय अर्जन में भी मदद करती है।
इसके माध्यम से एक समय में लाखों लोगों तक सूचना साझा कर सकते हैं।
सोशल मीडिया के द्वारा हम सरकार या उच्च अधिकारियों तक अपनी बात पहुँच सकते हैं।
इसके माध्यम से हम घर बैठे शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं।
यह एक अच्छा मनोरजंन का साधन ह
सोशल मीडिया के द्वारा अफवाहों को भी बड़ी आसानी से फैलाया जा सकता है।
इस पर ज्यादा समय देने से युवा पथभ्रमित हो जाता है।
इसका बहुत अधिक इस्तेमाल करने से बहुत से मानसिक बीमारियां भी होती हैं।
सोशल मीडिया पर लोगों की निर्भरता उन्हें आलसी बना रही है।
दुनिया में किसी भी चीज का आविष्कार कभी भी अभिशाप के रूप में नहीं किया जाता। अब तक जीतने भी आविष्कारकों ने अपने आविष्कार किए उन सभी की अपने आविष्कार को लेकर एक समाज के लिए एक बेहतर मंसा ही रही है। कोई भी वस्तु एक अच्छे और भले उद्देश्य से बनाई जाती है लेकिन वह वस्तु एक वरदान साहिब होगी या अभिशाप ये तो उस व्यक्ति के हाथों में जाने के बाद पता चलेगा कि उस व्यक्ति ने उस वस्तु का किस तरह से इस्तेमाल किया।
बहुत से लोग फेसबुक व्हाट्सएप आदि का प्रयोग अच्छे सूचनाओं को साझा करने के लिए करते हैं तो वहीं कुछ लोग सोशल मीडिया पर अफवाहों को फैलाने का काम करते हैं लेकिन इस बात से इनकार करना गलत होगा कि फेसबुक व्हाट्सएप आदि का निर्माण अच्छे उद्देश्य के लिए किया गया है। अगर सोशल मीडिया को गलत हाथों में जाने से रोक लिया जाए या उन गलत मानसिकता वाले लोगों को थोड़ी समझ आ जाए तो सोशल मीडिया शत प्रतिशत एक वरदान कहलाएगा परंतु अभी के समय में सोशल मीडिया को सिर्फ वरदान कहाँ भी सही नहीं होगा। सोशल मीडियाका कुछ हिस्सा ऐसा है जो समाज को किसी न किसी रूप से क्षति पहुंचा रहा
सोशल मीडिया पर जिस प्रकार की निर्भरता इस वक्त लोगों की है उसे देखकर तो यही अनुमान लगाया जा सकता है कि भविष्य में सबसे अधिक विकसित प्लेटफ़ॉर्म सोशल मीडिया का ही होने वाला है। भले ही आज कल सारे काम सोशल मीडिया पर होते हैं लेकिन हमें अपना कम से कम समय ही वर्चुअल प्लेटफ़ॉर्म पर देना चाहिए तथा हमें ज्यादा से ज्यादा भौतिक रूप से सक्रिय रहना चाहिये।
यह हम पर निर्भर है की हम किसी चीज को कैसे प्रयोग करें। सोशल मीडिया का ज्यादा उपयोग हमारी सेहत शरीर व विचारों को खराब करता है वही जब हम इसका प्रयोग जानकारी इकट्ठा करने में पढ़ने में अन्य क्षेत्रों में करते हैं तो यह हमारे लिए वरदान है।
( ज्योति)