गुजरात के तटीय इलाकों की तरफ तेजी से बढ़ रहा चक्रवाती तूफान बिपरजोय बेहद खतरनाक हो चुका है। विनाशकारी चक्रवात गुजरात तट से करीब 180 किलोमीटर से भी कम दूरी पर है। बिपरजोय के चलते समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं। जूनागढ़ में किनारे पर स्थित घरों में समुद्र का पानी घुस आया है। तटीय इलाकों में तेज आंधी के साथ भारी बारिश शुरू हो गई है।औसत अब भी यही स्पीड मानें तो पिछले सात घंटे में आशंका है कि तूफान बुधवार रात के 10 बजे तक लैंडफॉल की जगह से करीब 220 से 230 किमी दूर रहा होगा. गुरुवार शाम तक बताया जा रहा है कि ये तूफान गुजरात में मांडवी, जखाऊ पोर्ट और आगे कराची तक जाएगा. दावा है कि जब गुजरात के तटों से तूफान गुजरेगा और टकराएगा तब वेग 125 से 150 किमी प्रति घंटे तक होगा.इस वक्त देशभर में चर्चा का सबसे अहम मुद्दा सिर्फ बिपरजॉय तूफान ही बना हुआ है. देश के गृहमंत्री, देश के रक्षा मंत्री, तीनों सेना प्रमुख, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, गुजरात के मुख्यमंत्री, आपदा प्रबंधन से जुड़ा हर कर्मचारी और मौसम विभाग सबकी नजर इस वक्त सिर्फ बिपरजॉय तूफान पर लगी हुई है. देश में कई दशकों तक तूफान की तबाही पहले देख चुके लोगों के मन में सवाल है कि क्या गुजरात के तट से टकराने वाला तूफान कल तबाही मचाएगा?
मौसम विभाग लगातार इस साइक्लोन को लेकर अलग-अलग वक्त में बुलेटिन जारी कर रहा है. ऐसे में आइए यह जान लेते हैं कि ये अब तक कहां पहुंचा है. दोपहर ढाई बजे तक के साइक्लोन नेशनल बुलेटिन के मुताबिक तूफान की स्पीड पांच किमी प्रति घंटे ही थी. लैंडफॉल यानी जहां पर गुजरात में तूफान को टकराना उस, जखाऊ पोर्ट से 260 किमी दूर था.
चक्रवात के असर के चलते समुद्र में ऊंची ऊंची लहरें उठ रही हैं कच्छ जिले के मानवीय पर उठ रही लहरें संभावित खतरे से आधा करती नजर आई। मौसम विभाग ने से भारी तबाही की आशंका जाहिर की है। कच्छ और सौराष्ट् क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की 33 टीमें तैनात की गई हैं।
चक्रवात के बाद यातायात व बिजली व्यवस्था बहाल करने के लिए करीब 600 टीमें बनाई गई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेना प्रमुखों से बुधवार को बात की और किसी भी हालात से निपटने के लिए सेना की तैयारियों का जायजा लिया उन्होंने कहा चक्रवात के कारण पैदा होने वाली किसी भी स्थिति आकस्मिक अवस्था से निपटने के लिए सशस्त्र बल नागरिक अधिकारियों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है। कच्छ म भूकंप के झटके महसूस किए गए इससे किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है गुजरात और महाराष्ट्र के तटवर्ती इलाकों में भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चल रही हैं।
तूफान चल रहा है समुद्र में ऊंची ऊंची लहरें उठ रही हैं। लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा है शिविर में भेजा जा रहा है। तूफान से बचने की हर संभव कोशिश की जा रही है। हर तरह के बचाव कार्य की कोशिश तेज हो गई है। जान माल की रक्षा के लिए
सेना तैनात कर दी गई है। अस्पतालों में भी व्यवस्थाएं की गई है।
(©ज्योति )