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बेटा हुआ है तो सौ रूपये न्यौछावर करूंगा

Sadhu Saheb

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9 अप्रैल 2022 को पूर्ण की गई
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बात आज से इक्कीस वर्ष पूर्व की है। हमारी माता जी ने आबाज देकर हमें बुलाया कि तुम्हारी भाभी माँ को प्रसव पीड़ा हो रही है। हम और हमारा जुड़वां भाई दोनों मिल कर भाभी माँ को लेकर हास्पिटल पहुँच गयें। कुछ पल बाद ही एक स्टाफ नर्स एक शिशु को गोद में लियें तेजी से हमारे पास आई और चहक कर बोली कि क्या इनाम मिलेगा ? हमने बिना कोई पल गवायें तपाक से कहा कि बेटा हुआ है तो एक सौ रूपये न्यौछावर ... नर्स के चेहरे का रंग सफेद हो गया, पल भर में ही उसका उत्साह गंभीरता में बदल गया। उसने सोचा जो व्यक्ति बेटा होने पर मात्र सौ रूपये दे रहा है वह बेटी होने पर तो पता नही क्या देगा। उस स्टाफ ने अपनी आबाज पर नियंत्रण करते हुयें कहा कि बेटी पैदा हुई है। हम दोनों भाईयों की आंखों में आंसू आ गयें। हमने तुरन्त एक पांच सौ का नोट निकाल कर उस नर्स के हाथ पर रख दिया तो उसकी आंखों में अनेक सबाल उभर आयें। बह बोली कि बेटे होने पर सौ और बेटी होने पर पांच सौ ? हमने कहा हैं लक्ष्मी आई है, ईश्वर ने हमारी सुन ली और फिर हम यह खुशखबरी हमारी माता जी, बड़े भाई ( बेटी के पिता ) ,परिवार और शुभ चिन्तकों को देने में व्यस्त हो गयी। बह बेटी आज दिल्ली हवाई अड्डा पर एडमिनिस्ट्रेशन स्टाफ के रूप में सेवा दे रही है। साधु साहेब की कलम से 

beta hua hai to sau rupaye nyauchhavar karunga

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