shabd-logo

भाग 5

17 नवम्बर 2021

34 बार देखा गया 34
घर पहुँच कर चन्द्र बस सपना के ही बारे में सोच रहा था... तभी उसके सामने कुछ ऐसा आया जिससे वो घबरा गया... चन्द्र जब सपना के साथ बिताए पल याद कर रहा था तो उसे एकाएक ये याद आया की तांत्रिक का नाम सुनते ही सपना थोड़ा सहम गई थी.... और शादी करने पर बहुत ज्यादा दबाव डाल रही थी....।।।।। 

चन्द्र कुछ पल सोच में पड़ गया की कहीं सच में सपना ही तो....।।।। 

चन्द्र के मन में बहुत से सवाल उठने लगे....।।।।। उसने कुछ पल सोच कर सपना के नम्बर पर फोन लगाया...।।।। लेकिन फोन पर आवाज आई की ये नम्बर बंद हैं...।।।। चन्द्र ने पहली बार सपना को फोन किया था.... सपना के फोन इसी नम्बर से आतें थे... पर चन्द्र के लगाने पर नहीं लगे....।।।। अब चन्द्र ओर ज्यादा घबरा गया...।।।। 

चन्द्र ने अब इस गुत्थी को सुलझाने का फैसला कर लिया था.... वो सपना के द्वारा बताए गए अपने अंकल के पते पर गया.... लेकिन ये क्या..........!!!!!!!!!!! 

चन्द्र को एक ओर झटका लगा..... वहाँ कोई घर था ही नहीं..... 🤔🤔🤔


चन्द्र के पैरों तले मानों जमीन निकल गई हो...... वो बदहवास सा खड़ा होकर बस उस जगह यहाँ वहाँ पागलों की तरहा घुम रहा था।।।। अब वो सब समझ चुका था की सपना ने उससे झूठा पता क्यूँ बताया था....।।।।। 
लेकिन अभी एक ओर झटका लगना बाकी था.... रात को तकरीबन आठ बजे चन्द्र अपने पेरेन्ट्स के साथ बैठकर खाना खा रहा था कि तभी गाँव का एक आदमी हरिया उनके घर पसीने से लथपथ .. हांफता हुआ उनके घर आया और बोला:- दिनकर बाबा..... वो कालू ने जिस तांत्रिक को शहर से बुलाया था... जो आज रात को यहाँ क्रिया करने वाला था... उसका गाँव के पास एक्सीडेंट हो गया हैं.... जिसमें उसकी मौत हो गई..... सभी कह रहे हैं कि ये उस चुड़ैल का ही काम हैं..... इसलिए गाँव के मुखिया ने ज्यादा सावधानी रखने को बोला हैं...।।।।। मैं चलता हूँ... बाकी सब को भी बताना हैं....।।। 

चन्द्र के सामने सारी सच्चाई थी पर अभी भी उसका दिल ये सब मानने को तैयार नहीं था..।।।। चन्द्र के दिल में अभी भी सपना के लिए बहुत प्यार था...।।।। चन्द्र ने सोचा की इस तरह अपने तर्क को और  गाँव में हो रहे हादसों को महत्व नहीं देना चाहिए जब तक वो आंखों से सच देख ना ले..।। 

चन्द्र ने सच का पता लगाने के लिए रात को सपना से मिलने का सोचा.... जैसा की वो पहले ही तय कर चुके थे...।।। 

दिन बिता रात हुई... चन्द्र कल ही की तरहा आज भी चुपके से... सपना से मिलने गया...।।। 

सपना पहले से ही वहाँ बैठी हुई थी....।। चन्द्र को देखते ही वो उसके करीब गई और उसके गले लगते हुए कहा.:- आज इतनी देर कैसे कर दी चांद.... मैं कबसे  इंतजार कर रहीं हूँ....।।। चांद आज की रात कितनी शांत हैं ना....!! कितनी शीतल हवा चल रही हैं..।।।। 

( चन्द्र सब सुन रहा था पर वो अजीब सी कशमकश में चल रहा था..) 

सपना:- क्या बात हैं चांद... तुम कुछ बोल क्यूँ नहीं रहे हो.. 

चन्द्र:- कुछ नहीं... सपना.... बस ऐसे ही...।।।। मैं सुन रहा हूँ.... तुम बोलो...।। 

सपना:- चांद आपने बात की अपने घर पर शादी के लिए....!!! 

चन्द्र ने झटके से उसे खुद से अलग किया और चिल्ला कर बोला:- ये क्या शादी... शादी लगा रखी हैं.... अरे यार अभी दो दिन तो हुए हैं... आए हुए... तुमसे मिले हुए.. ... पहले एक दूसरे को अच्छे से जान तो ले..।।।। कर लेंगे शादी भी..।।।। 


सपना:- चांद इतना गुस्सा क्यूँ कर रहे हो..... ठीक हैं.... मत करो शादी..... मैं आज के बाद आपको कभी नहीं बोलुंगी....।।।। ना शादी के लिए.... ना मिलने के लिए....।।।।। मैं चलतीं हूँ..... वैसे भी दो दिन के बाद में जा रहीं हूँ वापस शहर....इसलिए आपको कह रहीं थी.... लेकिन मुझे नहीं पता था की आप भी सब जैसे ही होंगे.... सिर्फ इस्तेमाल करने वाले....।।।। मैं चलतीं हूँ अभी..... कभी नहीं मिलुंगी आपसे.... कभी नहीं...।।। 

सपना वहाँ से जानें के लिए पलटी.... वो कुछ ही कदम चलीं थीं की चन्द्र ने पीछे से आकर उसे अपने गले से लगा लिया और कहा:- ऐसी बात नहीं हैं सपना... मैं बस थोड़ा परेशान था.... वो तांत्रिक एक्सीडेंट में मर गया... दिमाग में पता नहीं कैसी कैसी बातें आ रहीं थी.... मैं बेवजह ही शक कर  रहा था तुम पर.... मुझे माफ़ कर दो.... और प्लीज मुझे छोड़ कर मत जाओ..... मैं आज अभी तुमसे शादी करता हूँ.... फिर तो मुझे छोड़ कर नहीं जाओगी ना...!!! 

सपना:- क्या..... तुम मुझ पर शक़ कर रहे थे....!!!! तुम्हारा मतलब मैं...... मैं.... वो चुड़ैल हूँ...... मैं लोगों को मारती हूँ.... मैनें तांत्रिक को मारा.... चांद आप ऐसा सोच भी कैसे सकतें हैं....!!!! 

चन्द्र:- सपना.... मेरे शक़ करने की बहुत सी वजह हैं... 
तुम्हारा शादी के लिए जिद्द करना.... 
तुम्हारा फोन नहीं लगना... 
तुम्हारा घर का पता गलत होना...।।।।। 

सपना:- बस किजिए चांद..... नहीं करनी मुझे शादी..... 
फोन नहीं लगना.... नेटवर्क प्रोब्लेम हो सकता हैं ये गाँव हैं शहर नहीं.... रहीं बात घर के पते की तो चलो मेरे साथ...। 

सपना ने चन्द्र का हाथ पकड़ा और खिच कर उसे अपने साथ अपने घर ले गई..... एक छोटा सा घर.... ।। 
सपना उसे धीरे से एक कमरे में ले गई जहाँ उसके अंकल सो रहे थे...।।।। 

सपना चन्द्र को वापस घर से बाहर लाई और बोली:- देख लिया अपनी आंखों से.. घर भी और अंकल को भी.... प्लीज चन्द्र अभी यहाँ से जाओ और आज के बाद कभी मुझे फोन करने या मिलने के बारे में सोचना भी नहीं....।।।। जिस रिश्ते में विश्वास ही ना हो... उसे खत्म कर देना ही अच्छा...।।। कुछ दिन तकलीफ होगी.... सह लुंगी...।।।। 

चन्द्र:- सपना..... सपना.... प्लीज मुझे माफ़ कर दो.... मैने तुम्हें बहुत गलत समझा... मैं लोगो की बातें सुन सुन कर तुम पर शक़ कर बैठा... प्लीज माफ़ कर दो.....।।। 

( चन्द्र हाथ जोड़कर सपना से माफी मांगने लगा) 

मगर सपना बिना कुछ बोले अपने घर के भीतर चलीं गई और चन्द्र भी कुछ देर बाद उदास होकर वहाँ से लौट आया...।।। 

चन्द्र के जातें ही सपना :- मेरे प्यार का जादू तो तुमपर चल गया हैं चांद.....अभी तुम से कल ही शादी भी करुंगी....।।।।। 

( ऐसा बोलकर सपना जोर जोर से हंसने लगीं...)



क्या सपना कामयाब हो जाएगी..... 
क्या चन्द्र फिर बहक जाएगा....।।। 


जानते हैं कल के अंतिम भाग में...।।। 

शिव खरे "रवि"

शिव खरे "रवि"

सारे भाग एक साथ पढ़े। बहुत ही रोचक कहानी है। अच्छा लिखा है आपने।

17 नवम्बर 2021

Diya Jethwani

Diya Jethwani

17 नवम्बर 2021

बहुत बहुत शुक्रिया आपका.. 😊

काव्या सोनी

काव्या सोनी

Shandar likha आपने 💟💟

17 नवम्बर 2021

Diya Jethwani

Diya Jethwani

17 नवम्बर 2021

Thanks 😊

6
रचनाएँ
कौन थी वो...
5.0
एक अनसुलझी.... अनसुनी.... बेहद ही रोचक.... लेकिन डरावनी कहानी....।।।।
1

भाग एक...

11 नवम्बर 2021
13
1
2

<div>अरे सरस्वती... जल्दी कर आठ बजने वाले हैं....।।। </div><div>सारे मवेशियों को बाड़े में डाल

2

भाग दो...

12 नवम्बर 2021
6
1
0

<div>अगले दिन.... </div><div><br></div><div>दिनकर रोज़ की तरह अपने खेतों में काम कर रहा था... त

3

भाग 3

13 नवम्बर 2021
4
0
0

<div>घर पहुंचते ही.... </div><div>सरस्वती:- कितनी देर कर दी तुने चन्द्र..... तेरा फोन क्यूँ नही

4

भाग 4

15 नवम्बर 2021
4
1
0

<div>अगले दिन.... </div><div><br></div><div>दिनकर रोज़ की तरह अपने खेतों में काम पर चला गया और

5

भाग 5

17 नवम्बर 2021
4
2
4

<div>घर पहुँच कर चन्द्र बस सपना के ही बारे में सोच रहा था... तभी उसके सामने कुछ ऐसा आया जिससे वो घबर

6

अंतिम भाग

18 नवम्बर 2021
4
2
4

<div>आज चन्द्र की किस्मत सच में उसके साथ नहीं थी.... सपना की नाराजगी से अभी वो उभरा ही नहीं था की घर

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए