7 अगस्त 2015
महोदय सर्वेकृत नमस्काराम मम नाम गुरप्रीत सिंह अस्ति अहम पूर्णतय संस्कृति भाषि ना जानमि किंचत किंचत जानमि संस्कृति भाषा सिंधी भाषा से बहुत मेल खाती है सिंधी भाषा का ग्रंथ अस्मिता काफी हद तक इस भाषा से मेल खाता है पठित संस्कृति वदित संस्कृति ग्रहच ग्रहच पुनः रूपी
7 नवम्बर 2018
कविता जी, लेख पसंद करने के लिए धन्यवाद ! शब्दनगरी का नया संस्करण कैसा लगा, ज़रूर लिखिएगा ! धन्यवाद !
10 अगस्त 2015
बहुत सुन्दर लेख
7 अगस्त 2015