बिम्ब सा !
दिखता है
मुझको
मन के कोनों में
अभी
कुछ नहीं,
ये भ्रम है !
मेरा
वेदना !
मुझमें कहीं
संभवतः ! हताशा
होगी ये
तोड़ती ! हिम्मत
मेरी
अर्जित नहीं जो
कर सका !
अस्थाई जीवन
में कभी
लूँ सी ! चलतीं
हैं अभी
असफलता ओं की
आंधियाँ
विश्वास का दीपक
है जलता
रह-रहकर ! हृदय में
कहीं
खीजता हूँ ! देखकर
मेले स्थाई
संघर्ष के
मोल ले लूँ !
एक सफलता
असफलताओं के
उत्कर्ष में
विक्रेता बनकर ! है
ठगता
भाग्य कैसा ?
दोमुंहा !
असफलताओं को
कम है
आंके !
एवज में
अस्थाई सफलता
"एकलव्य"