shabd-logo

दहेज प्रथा ने दो बेगुनाहों की जान

14 नवम्बर 2016

771 बार देखा गया 771
featured image

प्रिय साथियों

शब्दनगरी में आपका स्वागत है। ये कहानी कुछ सीख देती है हम सबको। इसलिए हमने अपने एक साथी की इस रचना को यहां रखना उचित समझा। शब्दनगरी टीम से अपेक्षा है कि वह इसे उचित स्थान दे। ताकि लोगों तक एक संदेश पहुंच सके।



दरअसल, मोहल्ले में रहने वाली दो लडकियों मीना और सोनाली की शादी एक ही दिन तय हुई। मीना गरीब घर की लड़की थी उसके पिताजी एक छोटे किसान थे। जबकि सोनाली अमीर घराने की लड़की थी। उसके पिताजी का कारोबार कई शहरो में फैला था! शादी वाले दिन मै भी पडोसी होने के नाते काम में हाथ बटाने सोनाली के घर गया, घर पंहुचा ही था के सोनाली के पिता जी लगे अपने रहीसी बताने वो बोले हमारा होने वाला दामाद सरकारी डॉक्टर है। खानदानी अमीर है पर हम भी कहा कम है। 20 लाख नकद एक कार और सब सामान दे रहे है दहेज़ में! मैंने कहा ताऊ जी जब वो इतने अमीर है तो आप ये सब उन्हें क्यों दे रहे हो उनके पास तो ये सब पहले से होगा ही, वो बोले अगर ना दू तो बिरादरी मे नाक कट जाएगी पर तू ये सब नहीं समझेगा तू अभी छोटा है, खैर शाम को बारात आ गई मै खाना खाने के बाद मीना के घर की तरफ जाने लगा आखिर उसकी भी तो शादी है ! उसके घर के बहार भीड़ लगी थी मगर ना कोई गाना, ना कोई डांस, ना किसी के चेहरे पर मुस्कान, घर के और करीब जाने पर चीख-पुकार का करुण रुदन मेरे कानो को सुनाई दिया, किसी अनहोनी की आशंका से मेरे दिल जोरो से धडकने लगा, घर के अन्दर का द्रश्य देखकर मेरे पैरो के नीचे से जमीन निकल गई! मीना के पिताजी अब इस दुनिया में नहीं थे! वो दहेज़ में दी जाने वाली रकम का इन्तेजाम नहीं कर पाए इसलिए लड़के वालो ने शादी से मना कर दिया, ये सदमा वो बर्दास्त नहीं कर पाए और हिर्दय गति रुकने से उनका देहांत हो गया ! ये दुःख की खबर सुनाने मै अपने घर पहुंचा, अपनी माता जी से ये सब बता ही रहा था इतने में बड़े भाई ने पीछे से आकर बताया के मीना ने भी फासी लगाकर आत्महत्या कर ली है, वो अपने पिताजी की मौत का कारण खुद को समझ बैठी थी इसलिए शायद उसने यही ठीक समझा!!



दोस्तों दहेज़ प्रथा एक अभिशाप है, ना जाने कितनी मौते इस दहेज़ प्रथा के कारण होती है! आप सब से आपके मित्र की विनती है,

दहेज़ ना ले, और ना दे !



साभार

गुरुदीप त्रिपाठी की अन्य किताबें

1

अखिलेश, राहुल और माया भी जाएं अयोध्या

23 मई 2016
0
4
0

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा भाजपा का नहीं है। बल्कि यह मुद्दा देश की जनता का है। देश की जनता चाहती है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो। यदि अखिलेश, मायावती और राहुल को लगता है कि इससे वोटबैंक मजबूत हो रहा है तो वह अयोध्या जाएं। माथे पर तिलक लगाकर वह भी वोट मांगें।यह विचार पूर्व राज

2

गर्मियों में लें इलाहाबाद के बॉर्डर स्थित कौशाम्बी का मजा

31 मई 2016
0
2
0

गुरुदीप त्रिपाठीवैसे हर गर्मी की छुट्टी में सभी कहीं न कहीं जाने की योजना बताने हैं। कोई शिमला तो कोई मनाली। वैष्णोदवी, आगरा, देहरादून, मथुरा। इसी तरह आप इलाहाबाद जिले से सटे कौशाम्बी जिले के का मजा भी कम पैसे में ले सकते हैं। तो आइए जानें इन सबके बारे में...।कड़ागंगा के किनारे बसा कड़ा का विशेष महत्व

3

अच्छी पहल।

31 मई 2016
0
1
0

पुरस्कार योजना अच्छी पहल। इससे हिन्दी का बढ़ावा भी मिलेगा। जितनी सराहना की जाए कम ही पड़ेगा। 

4

ऑनलाइन प्रसाद से जोड़ा नाता, गंगाजल से परहेज

1 जून 2016
0
2
0

केंद्र सरकार की ऑनलाइन गंगा जल बुकिंग योजना को लेकर हरिद्वार में संत समाज में विरोध शुरू हो गया है। जबकि इलाहाबाद में ऑनलाइन दर्शन हो रहे हैं। घर बैठे भगवान के दर्शन करने के साथ शहरी अब जल्द ही प्रसाद भी पाएंगे। ललिता देवी में इसकी तैयारी चल रही है। प्रयाग के संत एक ओर इसका समर्थन कर रहे हैं तो विरो

5

'शक्तिमान' ने बच्चों से कहा, फेसबुक से दूर रहें

1 जून 2016
0
3
0

बच्चों के प्यारे शक्तिमान यानि फिल्म अभिनेता मुकेश खन्ना बुधवार को कौशाम्बी के कशिया स्थित प्रसीडेंसी स्कूल में थे। उन्होंने बच्चों को फेसबुक, व्हाट्सएप और ट्वीटर से अभी दूरी बनाने को नसीहत दी। कहा, सोशल साइटों का अधिक इस्तेमाल करने से वह करीब रहकर भी अपनों से दूर हो जाएंगे। इस पर बच्चों ने भी सॉरी

6

ये तेरे मथुरा को क्या हो गया कान्हा...

3 जून 2016
0
1
0

कन्हैया कहां हो तुम...। देख रहे हो ये क्या हो रहा है तुम्हारे प्रेम की नगरी में। कभी फूल की होली खेली जाती थी कन्हैया तेरे इस मथुरा में। पर अचानक से ये क्या हो गया मथुरा के वाशिंदों को...। आज खून की होली...। वैसे सही कहे तो कन्हैया अच्छा भी है कि आप नहीं देख रहे हैं ये सब। न देख पाते आप। लोग मिसाल द

7

कन्हैया...क्या सच में 'कंस' मारा गया

4 जून 2016
0
2
0

कन्हैया...क्या सच में 'कंस' मारा गयामथुरा का 'कंस' रामवृक्ष यादव मारा गया। यूपी के पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद इसकी पुष्टि कर रहे हैं। कन्हैया पर क्या ये सच है कि कंस मर गया। वही 'कंस' जिसकी वजह से समूचा मथुरा सुलग रहा है। जिसकी वजह से फूल की होली खेले जाने वाले मथुरा में खून की होली खेली गई। काश...य

8

...तो संगमनगरी में भी बिकेगा गंगाजल

20 जून 2016
0
1
0

इलाहाबाद। गंगा, यमुना और सरस्वती की धाराओं को जोड़ने वाले संगमनगरी में भी केंद्र सरकार ने अपनी योजना ऑनलाइन गंगाजल बिक्री को चालू करने का मन बनाया है। इसके लिए सोमवार को गंगाजल की बीस बोतलों को इलाहाबाद भेज दिया गया है। पर, सबसे अहम सवाल यह है कि हरिद्वार से भेजे गए गंगाजल को संगमनगरी में कोई क्यों

9

मथुरा के बाद कश्मीर की वादियों में तनाव की आग

13 जुलाई 2016
0
4
0

हिमालय की गोद में बसा जम्मू और कश्मीर अपनी नेचुरल ब्यूटी के लिए दुनिया भर में अपना एक ख़ास मुकाम रखता है। चारों ओर बिछी हुई बर्फ की सफेद चादर, देवदार तथा चीड़ के पेड़ों से गिरते बर्फ के टुकड़े सच में यहाँ आने वालों को नई दुनिया का आभास देते हैं। जिधर नजर दौड़ाएं, बस बर्फ ही बर्फ दिखती है और उस पर दिखते ह

10

पेशी से लौटते वक्त हथकड़ी समेत कैदी फरार

16 जुलाई 2016
0
2
0

फतेहपुर जेल से शनिवार को मंझनपुर एडीजे कोर्ट में पेशी पर आया एक सजायाफ्ता कैदी सैनी चौराहे पर टैम्पो से कूदकर फरार हो गया। शनिवार को तीन सिपाही उसे फतेहपुर से हत्या के प्रयास के एक मामले में पेशी पर लेकर आए थे। कैदी के भागने की खबर जैसे ही महकमे में हुई हड़कंप मच गया। दोआबा में कैदियों के फरार होने

11

मंत्री जी! यह गुड़िया शिक्षा के लिए लड़ी पर जिंदगी से हार गई

17 जुलाई 2016
0
5
1

दिल्ली से लेकर लखनऊ तक में बैठे 'माननीय' शिक्षा के लिए ढेर सारे वादे कर रहे हैं। 'सरकारी अभियान' चलाए जा रहे हैं। पर इलाहाबाद से सटे कौशाम्बी जिले के सैनी कोतवाली के वार्ड नंबर 10 बनपुरवा में रविवार को एक बेटी ने शिक्षा के लिए आवाज बुलंद की। पर उसकी यह आवाज घर के एक कोने में ही दबकर रह गई। अंत में उ

12

कांधे पर कांवर, जुबां पर 'बोलबम' और थामा बाबा धाम की डगर

18 जुलाई 2016
0
1
0

न कोई निमंत्रण, न ही कोई बुलावा। न कोई पोस्टर और न ही पम्फलेट का वितरण। न मुनादी और न किसी का आह्वान। बिना किसी अपील और उकसावे के युवा अपने घरों से निकलने को बेताब हैं। कहीं-कहीं से कांवरियों का जत्था रवाना भी हो चुका है। कांधे पर कांवर, गेरुआ वस्त्र पहने, कमर में इलाहाबाद की शान कहा जाने वाला गमछा।

13

असल जिंदगी के आलराउंडर नवजोत सिंह ने छोड़ा भाजपा का दामन

18 जुलाई 2016
0
1
0

मिशन-2017 के लिए सभी सियासी दलों की नजरें यूपी की सत्ता पर हैं। पर जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है बगावत के सुर भी बढ़ते ही जा रहे हैं। हाल में बसपा के बागियों ने माया के साथ छोड़ा। अब भाजपा में भी बगावत के सुर दिखने लगे हैं। दरअसल, भाजपा सांसद व राज्यसभा सदस्य नवजोत सिंह 'सिद्धु' ने पार्टी से किनारा

14

'जज' नहीं अब सीएम बनेंगे नवजोत सिंह 'सिद्धु'

19 जुलाई 2016
0
2
0

कलर्स चैनल के बाद अब सोनी चैनज पर प्रसारित होने वाले कपिल शर्मा के कॉमेडी शो 'कॉमेडी नाइट विद कपिल' में जज की कुर्सी पर विराजमान होकर हंसी के ठहाके संग अपने शायरियों से लोगों पर अपनी अलग छाप छोड़ने वाले नवजोत सिंह 'सिद्धु' ने भाजपा का साथ छोड़कर सियासत में हलचल मचा दी है। ऐसी चर्चा है कि अब वह आम आद

15

इस प्यार का दर्दनाक अंत, सपने में भी न सोचा

21 जुलाई 2016
0
3
0

सच बताऊं तो ये प्रेम कहानी हकीकत की है। हमारे फेसबुक एकाउंट से वह साथी जुड़े भी हैं। इलाहाबाद के ही हैं। आज बातचीत के दौरान जानकारी हुई। बड़ी तकली फहुई। कहानी कुछ इस तरह है...कीर्ति और अंकित दोनों बचपन में बहुत अच्छे दोस्त थे। हों भी क्यों न एक ही मोहल्ले के जो थे। दोनों का दिनभर का अधिकांश समय एक स

16

समाजिक लोकलाज का डर बेटियों को बना रहा अपाहिज

22 जुलाई 2016
0
2
0

वास्तव में बड़ी तकलीफ होती है, ऐसी खबरें पढ़ने के बाद। आज सुबह अखबार का पन्ना पलटा। पहले पन्ने पर खबर छपी थी 11 साल की बच्ची से 55 साल के सख्श ने दरिंदगी की। यह जानकारी हमें इसलिए हो गई कि बच्ची के घरवाले जागरुक थे। पर, अक्सर ऐसा भी होता है कि बेटियों के साथ दरिंदगी होती है। वह चीख समाज में बदनामी क

17

नशे के खिलाफ

28 अगस्त 2016
0
0
0

नशे के खिलाफ एक स्टोरी लिखी थी। सोचा आप लोगों से भी साझा कर दूं। इस बच्चे की मौत भी हो गयी अपने सुझाव आप लोग जरूर दें। आप हमें मेल भी कर सकते हैं। gurudeep.jimmc@gmail.com

18

नेताजी ! अब कहां चला गया आपका कट्टर हिन्दुवाद

18 सितम्बर 2016
0
0
0

हमारे एक साथी हैं वह खुद को कट्टर हिन्दुवादी वाली पार्टी का कट्टर हिन्दु नेता बताते हैं। बात गर छिड़ जाए हिन्दुv/sमुस्लिम की तो साहब चूकने में देर नहीं करते थे। बातों में उबाल ऐसा होता था कि अगर उनकी खुद की चलती तो देश में मुस्लिम न होते। अक्सर नेताजी से बात होती तो उनके

19

इलाहाबाद: बड़े भाई समेत पूरे परिवार को चापड़ से काट डाला

18 सितम्बर 2016
0
0
0

इलाहाबाद के शिवकुटी इलाके के एक घर में तीन भाइयों में सबसे छोटे भाई ने रिश्ते में लगने वाले भाई के साथ मिलकर अपने सगे बड़े भाई समेत उसके पूरे परिवार को चापड़ से काट डाला। भाभी पर कई वार किए। घर के भीतर हुई निर्मम हत्याओं से पूरा जिला दहल उठा। शिवकुटी थाने से महज 50 मीटर दूर मंदारी बिरादरी के तीन भाइ

20

मैं ससुराल नहीं जाऊंगी, जरा हंगामा हो जाये यारो ...

2 अक्टूबर 2016
0
2
1

1989 में रीलीज हुई फिल्म चांदनी के ये गाने तो आपने सुने ही होंगे। मैं ससुराल नहीं जाऊंगी, डोली रख दो कहारों...। पर, प्रतापगढ़ जिले में दुल्हन ने डोली रखने का तो नहीं कहा। हां उसने अपनगी गरीबी का हवाला देकर प्लेटफार्म पर हंगामा जरूर किया। मामला पुलिस तक पहुंचा पर पुलिस भी मामले में उलझने के अलावा कन्

21

मोदी लहर की बदौलत बदल सकता है प्रयाग का सियासी समीकरण

4 नवम्बर 2016
0
0
0

2014 लोकसभा चुनाव में ही तीनों लोकसभा सीटों पर भाजपा का रहा कब्जा सूबे की सत्ता पर काबिज सपा सरकार में सांप्रदायिक दंगे बन सकते हैं रोड़ा इलाहाबाद। संगमनगरी में पिछले कई विधान सभा चुनाव में सपा और बसपा के बीच लड़ाई देखने को मिली है। इन दोनों के अलावा अन्य दल सीट हासिल करने का ख्वाब ही देखते रहे ह

22

इलाहाबाद में नए शहर के बसावट का काम शुरू

4 नवम्बर 2016
0
3
0

जनवरी में लगने वाले माघ मेले की तैयारी शुरू हो गई है। नए शहर को बसाने के लिए गंगा नदी के ऊपर पांच पीपे के पुल बनाए जाएंगे। पुल और लगभग 100 किलोमीटर बनने वाली लोहे की सड़क के निर्माण के लिए टेंडर 10 नवंबर तक आमंत्रित किए गए हैं। 15 नवंबर से पुल निर्माण का काम शुरू हो जाएगा। लोक निर्माण विभाग ने इसे 3

23

दहेज प्रथा ने दो बेगुनाहों की जान

14 नवम्बर 2016
0
0
0

प्रिय साथियों शब्दनगरी में आपका स्वागत है। ये कहानी कुछ सीख देती है हम सबको। इसलिए हमने अपने एक साथी की इस रचना को यहां रखना उचित समझा। शब्दनगरी टीम से अपेक्षा है कि वह इसे उचित स्थान दे। ताकि लोगों तक एक संदेश पहुंच सके। दरअसल, मोहल्ले में रहने वाली दो लडकियों मीना और सोनाली की शादी एक ही दिन तय

24

बच्चों के गुल्लक से अपना खर्च चलाने को मजबूर रवीना टंडन

14 नवम्बर 2016
0
3
0

1000 और 500 के नोट बंद होने से पूरा देश बैंकों में कतार लगाए है। वहीं, फिल्म इंडस्ट्री के लोगों के सामने रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने का संकट खड़ा हो गया है। जानी-मानी फिल्म अभनेत्री रवीना टंडन ने कहा कि उनका खर्च बच्चों के गुल्लक से चल रहा है। रवीना टंडन सोमवार को इलाहाबाद से सटे छोटे से जिले क

25

वाकई... आज भी राजधानी में जिन्दा है इंसानियत

7 मई 2017
0
2
1

कुछ जरूरी काम से मुझे राजधानी दिल्ली आना पड़ा. दोपहर की कड़कती धुप के बीच ऑटो से दिलशाद गार्डेन मेट्रो स्टेशन की तरफ जा रहा था. सच बताऊ तो इस दौरान बशीर बद्र साहब की शायरी अचानक जुबां पर आ गई. सात संदूक़ों में भर कर दफ़्न कर दो नफ़रतें आज इंसाँ को मोहब्बत की ज़रूरत है बहुत.दरअसल , जिस ऑटो पर मै बैठा

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए