मिशन-2017 के लिए सभी सियासी दलों की नजरें यूपी की सत्ता पर हैं। पर जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है बगावत के सुर भी बढ़ते ही जा रहे हैं। हाल में बसपा के बागियों ने माया के साथ छोड़ा। अब भाजपा में भी बगावत के सुर दिखने लगे हैं। दरअसल, भाजपा सांसद व राज्यसभा सदस्य नवजोत सिंह 'सिद्धु' ने पार्टी से किनारा कर लिया है।
भाजपा से तोड़ा नाता, अब बनेंगे 'आम आदमी'
पंजाब विधानसभा चुनाव से पूर्व भाजपा को एक और बड़ा झटका मिला। भाजपा के राज्यसभा सांसद सिद्धू ने राज्यसभा से तो इस्तीफा दे दिया है। पर, चर्चा ये भी है कि जल्द ही वह भाजपा छोड़कर आप में शामिल हो सकते हैं। बीते लोकसभा चुनाव के समय से ही सिद्धू व भाजपा नेतृत्व में तनाव रहा था। राज्यसभा सचिवालय ने इस्तीफे की पुष्टि करते हुए कहा है कि इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है।
वर्ष 2004 से राजनीति में आए और छा गए 'सिद्धु'
नवजोत सिंह सिद्धू ने 2004 के आम लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से अमृतसर की सीट पर विजय हुए। इसके कुछ समय बाद कोर्ट केस होने की वजह से उन्हें अपना पद छोड़ना पड़ा था। पर, दोबारा बहुमत से वो अपनी सीट पर कायम रहे। 2009 के आम लोकसभा चुनावों में उन्होंने कांग्रेस के ओम प्रकाश सोनी को 6858 मतों से हराया और अमृतसर की सीट पर कायम रहे। 2014 के आम लोकसभा चुनावों में उन्हें अमृतसर की सीट तो नहीं मिली, लेकिन उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का काफी प्रचार प्रसार किया | सिद्धू प्रवीण शाह मामले में कुछ दिनों तक जेल में भी रहे थे। 28 अप्रैल 2016 को उन्हें राज्यसभा का सदस्य मनोनीत किया गया।
क्रिकेट के बेताज बादशाह भी रहे
नवजोत सिंह सिद्धू ने 1983 से लेकर 1999 तक पूरे सत्रह साल क्रिकेट खेला। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने पहला मैच वेस्टइंडीज़ की टीम के विरुद्ध 1983 के दौरान अहमदाबाद में खेला जिसमें वे सिर्फ़ 19 ही रन बना पाये। इसके बाद उन्हें 1987 के विश्व कप क्रिकेट की भारतीय टीम में शामिल किया गया। उन्होंने कुल पांच में से चार मैच खेले और प्रत्येक मैच में अर्धशतक ठोका। पाकिस्तान के खिलाफ़ शारजाह में खेलते हुए 1989 में उन्होंने पहला शतक लगाया। ग्वालियर के मैदान पर 1993 में उन्होंने इंग्लैण्ड के विरुद्ध नॉट आउट रहते हुए 134 रन बनाये जो उनका एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मुक़ाबला मैच में सर्वश्रेष्ठ स्कोर था। 1999 में क्रिकेट से सन्यास लेने के बाद मीडिया को दिये गये एक इंटरव्यू में सिद्धू ने कहा था कि एक क्रिकेट समीक्षक की टिप्पणी से आहत होकर वे क्रिकेट को अलविदा कह रहे हैं अन्यथा उनका खेल इतना बुरा नहीं था। 1987 के विश्व कप में उनकी शानदार भागीदारी को इतनी जल्दी भुला दिया जायेगा इसकी उन्होंने कल्पना न की थी
असल जिंदगी के आलराउंडर हैं 'सिद्धु'
नवजोत सिंह 'सिद्धु' ने क्रिकेट में भले ही बल्लेबाजी का जलवा दिखाया हो पर निजी जीवन में भी वह आल राउंडर है। वर्तमान में वह टीवी में हर जगह दिख जाएंगे। एक तरफ जहां आईपीएल में अपनी हिंदी कमेन्ट्री से लोगों को लुभा रहे हैं। तो दुसरी तरफ कॉमेडी नाइट विद कपिल में अपनी हंसी का जलवा बिखेर रहे हैं। नवजोत सिंह को असली आल राउंडर कहना गलत नही होगा क्योंकि ये कमेन्ट्री भी कर लेते है तो शायरियां भी कर लेते है तो राजनीति में भी सक्रिय हैं।