दिल्ली से लेकर लखनऊ तक में बैठे 'माननीय' शिक्षा के लिए ढेर सारे वादे कर रहे हैं। 'सरकारी अभियान' चलाए जा रहे हैं। पर इलाहाबाद से सटे कौशाम्बी जिले के सैनी कोतवाली के वार्ड नंबर 10 बनपुरवा में रविवार को एक बेटी ने शिक्षा के लिए आवाज बुलंद की। पर उसकी यह आवाज घर के एक कोने में ही दबकर रह गई। अंत में उसने पढ़ाई का ख्वाब पूरा होने से हार मान लिया। पर, कहानी यहीं खत्म नहीं होती है। उसने अपनी जिंदगी से भी हार मान लिया।
दरअसल, सैनी कोतवाली के वार्ड नंबर 10 बनपुरवा के शिवदत्त पांडेय पुरोहित का काम करते हैं। उनकी बेटी प्रीति पांडेय (15) ने इस बार अच्छे अंकों से हाईस्कूल की परीक्षा में परचम लहराया था। बेटी पास हुई तो एक बार आंगन में खुशियां आईं। गांव में मिठाई भी बंटी। जैसे-तैसे गर्मी की छुट्टी तो बीत गई। अब प्रीती को 11वीं में दखिला लेना था। इसके लिए उसने तानाबाना भी बुन रखा था। पर, अफसोस घर-घर कथा सुनाकर परिवार चलाने वाले पंडित शिवदत्त पांडेय की इतनी हैसियत न थी कि वह बेटी को 11वीं में दाखिला दिला सकें। रविवार को बेटी इठलाती हुई अपने पापा के पास पहुंची। पहले मूड को भांपा और अंत में उसने पिता से 11वीं में दाखिला दिलवाने की बात कह दी। उसका कहना था देरी होने पर दाखिला मिलना मुश्किल हो जाएगा।
तंगहाली के दौर से गुजर रहे पंडित शिवदत्त अब कैसे बताएं बेटी को वह इस वक्त घर का पहिया भी ढंग से नहीं खिसका पा रहे हैं। धान की खेती भी तो करानी है। कई खर्चे थे। जवाब न मिला तो बेटी अपने बाप के सामने जिद पर अड़ गई। वह पिता से झगड़ने लगी। पर अचानक गुस्से में आकर शिवदत्त ने बेटी को जमकर फटकार लगा दी। पिता की डांट से नाराज होकर प्रीति अपने कमरे में चली गई और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। उसे लगा आगे की पढ़ाई का ख्वाब वास्तव में ख्वाब बनकर ही रह जाएगा। शायद उसे लगा कि वह पिता पर बोझ है। अभी पढ़ाई और कल शादी। अंत में उसने पढ़ाई का ख्वाब पूरा होने से हार मान लिया। उसने दुपट्टे के सहारे फांसी लगाकर जान दे दी। भाई ने उसे फंदे से लटकता देखा तो वह भी रोने लगा। आननफानन में पुलिस को मामले की जानकारी दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पढ़ाई की खातिर जान गंवाने वाली उस बिटिया के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।पुलिस की भी सुनिए
आर्थिक तंगी की वजह 11वीं में दाखिला न होने पर होनहार ने फांसी लगाई है। पिता की ओर से तहरीर मिली है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
राकेश गौतम, चौकी प्रभारी सिराथू