shabd-logo

1. तुमनें गम दे दिया है।

25 जनवरी 2022

33 बार देखा गया 33
मेरी ज़िन्दगी जाने क्यों तुमने ये गम दे दिया है।
खता क्या हुई थी जो मेरा हमसनम ले लिया है।।1।।

शायद तुम्हारा दिल मेरी चाहत से भर गया था।
वरना तू हमें बताकर जाता जो यूँ चल दिया है।।2।।

जी भर कर रो भी ना पाए हम उनसे लिपटकर।
देखो जनाजा बन कर मेरा महबूब चल दिया है।।3।।

तुमने कहा था आएंगे हम तेरी हर इक सदा पर।
फिर क्यों हमको यूँ रोता छोड़ कर चल दिया है।।4।।

झूठा था तेरा हर इक वादा ये पता चल गया है।
सुन कर भी तुमने हमको अनसुना कर दिया है।।5।।

किस्मत ने देखो क्या खूब मजाक कर दिया है।
यूँ बिना वजह ही ये जुल्म इसने हम पे दिया है।।6।।

अब ज़िंदगी हम जियेंगे किसके सहारे बताओ।
खुदा तूने भी सितम हमको बे-सबब दे दिया है।।7।।

ताज मोहम्मद
   लखनऊ









10
रचनाएँ
अल्फ़ाज़-ए-अंदाज़ भाग-2
0.0
आपकी दुवाओ से अब आगे आपकी खिदमत में कुछ गजलें पेश है।ध्यान दीजिएगा जर्रा नवाज़ी होगी।
1

1. तुमनें गम दे दिया है।

25 जनवरी 2022
0
0
0

मेरी ज़िन्दगी जाने क्यों तुमने ये गम दे दिया है।खता क्या हुई थी जो मेरा हमसनम ले लिया है।।1।।शायद तुम्हारा दिल मेरी चाहत से भर गया था।वरना तू हमें बताकर जाता जो यूँ चल दिया है।।2।।जी भर कर रो भी ना पाए

2

2. कोई ना हो जान पहचान में।

25 जनवरी 2022
0
0
0

आ चले वहां जहां कोई ना हो जान पहचान में।थोड़ा सा वक्त बिताते हैं साथ किसी शमशान में।।1।।मैं दुआए बेचता हूँ इस जहान में।खुदा ने बड़ी शिफा दी है मेरी ज़बान में।।2।।देखा है ज़िन्दगियों को तड़पते हुए इसमें।हमक

3

3. ख्वाहिशें तो बहुत है।

26 जनवरी 2022
0
0
0

ख्वाहिशें तो बहुत है इस दिल की पर पूरी होती नही है।मंजिलें तो यहां बहुत है पर हमको यह मिलती नहीं है।।1।।ऐसे घुट घुट कर हम जीने से जिन्दंगी में ऊब गए है।पे क्या करें ये मौत भी तो कमबख्त बेवक्त मिलती नह

4

4. दूसरा घर देख लो।

8 फरवरी 2022
0
0
0

जैसी भी है जितनी भी है इज्जत है हमारी।गर ना हो पसंद तुम्हें तो दूसरा घर देख लो।।1।।गर सीरते यार है तो जिंदगी जन्नते बहार है।ना आये यकी तो तुम घर बसा कर देख लो।।2।।रहने लगोगे हमेशा ही किसी की खुमारीं म

5

5. बड़े दिनों बाद हंसी आयी है।

8 फरवरी 2022
0
0
0

बड़े दिनों बाद हंसी आयी है लबों पर।आज नज़र जो गयी उसके खतों पर।।1।।उसकी हर एक याद बचाकर रखी है।जो परेशां करता था हमें शरारतों पर।।2।।जाने कैसे दिखता होगा चेहरे से अब।हम भी फिदा थे जिसकी चाहतों पर।।3।।मि

6

6. कुछ पैग़ाम लेकर आया हूँ।

8 फरवरी 2022
0
0
0

कुछ पैग़ाम लेकर आया हुँ।तुम्हारे गांव होकर आया हूँ।।1।।माँ मिली थी तुम्हारी हमको।उनकी दुआए तुझ पे चढ़ाने आया हूँ।।2।।तेरी ख़ातिर कुछ भेजा है उसने।उसकी ममता तुमको बताने आया हूँ।।3।।क्या बताये हाल ए दिल मा

7

7. धोखे मिल रहे है।

8 फरवरी 2022
0
0
0

हमको तो हमारी ज़िंदगी मे धोखे मिल रहे है।ये हम ही जानते है कि हम यूँ रो-रो कर कैसे जी रहे है।।1।।तुमको तुम्हारे अपनों का वास्ता हम दे रहे है।अब और गम ना दो हम पहले से ही गमों को पी रहे है।।2।।किसी को द

8

8. कुछ दुआ की जाए।

8 फरवरी 2022
1
1
0

चलो उसके लिए कुछ दुआ की जाए।शायद यूँ ही उसको शिफ़ा मिल जाए।।1।।हो गया है वो बड़ा ही परेशांन दर्दों से।जाने इन्ही दुआओं से अच्छा हो जाए।।2।।उसके जख्म दिखते है यूँ ज़िन्दगी के।चलो उसके जख्मों को सिला ही जा

9

9. दुआओं में याद रखना।

8 फरवरी 2022
2
2
0

हमको तुम अपनी दुआओ में याद रखना।गर गलती हो गयी हो तो हमें माफ करना।।1।।कुछ परेशानियाँ थी जो तुम्हे ना बताई है।हमारी तरफ से दिल अपना साफ रखना।।2।।तुम खुश रहो हम यही दुआ बस करते है।महशर में ऐ खुदा तू हम

10

10. जीने की वजह मिल गयी।

8 फरवरी 2022
2
1
0

जब से मिले है तुमसे जीने की वजह मिल गयी।आज़ाद होने वाला हूँ मैं भी खत्म सजा हो गयी।।1।।जिसने भी काटी थी राहे खुदा में अपनी जिंदगी।उन सभी को जन्नत में देखो तो जगह मिल गयी।।2।।अहसान मानतें है तुम्हारा जो

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए