हार से मत हारना जन ,हार ही हार लायेगी।
हार है जीत का आगाज,हार जीतना सिखायेगी।।
हार एक चुनौती है,जो जीत की तरफ बढ़ाती है।
हार के बाद जिंदगी में जीत हासिल हो जाती है।।
हार को स्वीकार करके,कदम ना पीछे हटाऊंगा।
हिम्मत और साहस रख बढूंगा,हार लेकर दिखाऊंगा।।
हार ने मुझको सिखाया, मंजिल दुष्कर है असंभव नहीं।
जीवन की शुरुआत है,हार जीवन का अंत नहीं।।
हारना अच्छा लगता है मुझको,मेरी काबिलियत नजर आती।
हार ही मेरी क्षमताएं और कमजोरियां मुझे बतलाती।
गिरि शिखर है मंजिल तेरी,तू मन से जन मत हारना।
ऊंचाइयों से डरना नहीं ,मन से तू मत हारना।।
जीत से तू सीख ले ,यही मंजिल तेरी अंतिम नहीं।
कमजोर थी जीवन की,कठिन राह अभी शेष बचीं।।
संघर्षों की दुनिया में ,जीत से तू मत फूलना।
हार अभी तेरे पीछे खड़ी,लक्ष्य अपना मत भूलना।।
बडी-बडी जीत हार में बदल गई,जब वक्त ने ली करवटें।
राजा से रंक बन गये मनुज,पड़ती है सुंदर वसन में सलवटें।।
सीख है तुम्हें जिंदगी की , मानवता और इंसानियत दिल धारण करना।
मद मोह से दूर रहना , आलस्य मत धारण करना।।