आज पूरा विश्व अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस(Happy Women's Day) मना रहा है, इसी को ध्यान में रखते हुए गूगल ने भी अपना आज का डूडल (Google’s Doodles) महिलाओं के नाम समर्पित किया है और नारी के प्रति अपने सम्मान को बताया है। गूगल में बेहतरीन तरीके से लगभग 14 भाषाओं में महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर बहुत ही रोचक कोट्स और फोटोज़ को शामिल किया है। इसी को लेकर भारतीय मुक्केबाज मैरी कॉम ने भी ट्वीट किया है- उन्होंने लिखा है कि- “यह मत कहिए कि आप कमजोर है क्योंकि आप महिला है”।
Happy Women's Day
आपको बता दे कि प्रत्येक वर्ष के 8 मार्च को विश्व महिला दिवस में मनाया जाता है। यह दिन महिलाओं को सम्मान देने के उद्देश्य से उत्साहपूर्वक मनाया जाता है, और इससे महिला सशक्तिकरण का संदेश भी पूरी दुनिया तक पहुंचाया जाता है। इसके अलावा इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य लैंगिक असमानता की खाई को भरना भी है। विश्वभर के लोग विश्व महिला दिवस को लोग अलग-अलग अंदाज में मनाते हैं।
महिला दिवस की शुरुआत
आपको बता दे कि सर्वप्रथम महिला दिवस संयुक्त राज्य अमेरिका में मनाया गया था। इस दिन को मनाने के पीछे महिलाओं को वोट मांगने का अधिकार हासिल करना था। क्योंकि उस समय अन्य देशों की महिलाओं को भी वोट देने का अधिकार नहीं था।
महिला दिवस 2019 की थीम
विश्व महिला दिवस को मनाने के लिए प्रत्येक वर्ष एक थीम निर्धारित की जाती है। इस बार की थीम है- बैलेंस फॉर बेटर (Balance for better) चुनी गई है। यह थीम महिलाओं को अपने अधिकार की लड़ाई लड़ने के लिए प्रोत्साहित करती है।
महिला सशक्तिकरण
आज हम भले ही 21वीं सदी में रहते है लेकिन कहीं न कहीं हम आज भी रुढ़िवादी परंपरा को मानते चले आ रहे है, आज हमें आवश्यकता है कि हम पुरुष प्रधान नहीं बनकर सर्व प्रधान बनें क्योंकि यही आज की जरुरत भी है। नारी के बिना पुरूष की परिकल्पना भी नही की जा सकती। ईश्वर ने नारी को सहज और कोमल बनाया है ना कि निर्दयी। आज भी कुछ पुरुष स्वयं को महिलाओं की अपेक्षा खुद को मजबूत बताते है। महिला सशक्तिकरण से आशय महिलाओं को मजबूत बनाना है जिससे समाज में उनकी भूमिका और मजबूत हो। उन्हें उनका हक मिल सकें और समाज में बराबरी का दर्जा भी मिलें। नारी, पुरुष की पूरक भी है क्योंकि गृहस्थ जीवन भी इसी भाव को लेकर चलता है। नारी को किसी भी प्रकार के बंधन में नहीं रहकर अपनी जीवन को भरपूर तरीके से जिए यही महिला सशक्तिकरण का उद्देश्य है। इसी से हम एक स्वस्थ्य समाज की संरचना कर पाएंगे।
इसी क्रम में आपके लिए महिला दिवस पर एक कविता है जिसे जरिए महिला के सशक्तिकरण को समझा जा सकें-
“तोड़ के पिंजरा
जाने कब उड़ जाऊँगी मैं
लाख बिछा दो बंदिशे
फिर भी आसमान मैं जगह बनाऊंगी मैं
हाँ गर्व है मुझे मैं नारी हूँ
भले ही रूढ़िवादी जंजीर बांधे है दुनिया ने मेरे पैरों में
फिर भी इसे तोड़ जाऊँगी
मैं किसी से कम नहीं, सारी दुनिया को दिखाऊंगी
जो हालत से हारे, ऐसी नहीं मैं लाचारी हूँ
हाँ गर्व है मुझे मैं नारी हूँ” ||