यह कैसा नियम है ?(ईद मुबारक के अवसर पर संसमरण)डॉ शोभा भारद्वाज विदेश में रहने वाले भारतीयों एवं पाकिस्तानियों के बीच अच्छे सम्बन्ध बन जाते है कारण भाषा एक से सुख दुःख | ईरान के प्रांत खुर्दिस्तान की राजधानी सनंदाज में पठान डाक्टर हुनरगुल उनकी पत्नी सूफिया के साथ
देशभर में बकरीद का जश्न मनाया जा रहा है. सोशल मीडिया पर भी लोग बकरीद और ईद-उल-अजहा से जुड़े बधाई संदेश शेयर कर रहे हैं. वहीं कई लोग कुबार्नी को लेकर फनी मीम भी शेयर कर रहे हैं.इन मीम में बकरों से जुड़े ज्यादातर फोटोज शेयर हो रहे हैं.
ईद (ख़ुशी ) मुबारक डॉ शोभा भारद्वाज जब भी ईद आती है मेरी स्मृति में कुछ यादें कौंध जाती हैं हम कई वर्ष विदेश में परिवार सहित रहे थे | इस्लामिक सरकार थी वह चाहते थे सभी रोजे रखें सरकारी दफ्तरों में निर्देश आता था किस – किस ने रोजे नहीं रक्खे रिपो
ईद का अर्थ ख़ुशी अर्थात खुशियों का पर्व डॉ शोभा भारद्वाज जब भी ईद आती है मेरी स्मृति में कुछ यादें उभर जाती हैं| हम कई वर्ष परिवार सहित ईरान में रहे हैं यह शिया बाहुल्य प्रदेश है लेकिन हम खुर्दिस्तान में रहते थे खुर्द सुन्नी मुस्लिम हैं | तीस दिन तक रमजान के महीने में रोजे रखने के बा