आज का प्रेरक प्रसंगहमारे दिन प्रतिदिन के जीवन में कई बार ऐसा होता है कि हम या तो बहुत गुस्से में झुंझलाकर या बस यूँ ही कुछ ऐसा कह जाते हैं जो हमें नहीं कहना चाहिए|एक बार एक किसान ने अपने पडोसी को भला बुरा कह दिया, पर जब बाद में उसे अपनी गलती का एहसास हुआ तो वह एक संत के पास गया| उसने संत से अपने शब्
ईरानी खानम मुझे जीना सिखा गयी पार्ट - 2 डॉ शोभा भारद्वाज इंकलाब ने हमारे सपने तोड़ दिए ईरान में बदअमनी फैल रही थी योरोपियन डाक्टरपहले ही जा चुके थे पाकिस्तानी डाक्टर जाह्दान के रास्ते अपने देश लौट गये भारतीयडाक्टरों के लिए उनके सिफारतखाने ने एक साथ निकालने का इंतजाम किया डाक्टर साहबसबसे बाद में
‘‘पुलवामा’’ में हुई बड़ी वीभत्स आंतकी घटना में 40 सैनिकों के शहीद हो जाने की प्रतिक्रिया स्वरूप पाकिस्तान में घुस कर बालाकोट में किये गये हवाई हमलों के द्वारा ‘‘जैश-ए-मोहम्मद’’के आंतकवादी कैम्प (प्रशिक्षण शिविर) को नष्ट करने के बाद सम्पूर्ण देश ने एक जुट होकर सेना व सरकार को बधाई दी थी। कांग्रेस सहि
लगता है, भारत एक अमीर व विकसित देश हो गया है? आज का ही (31 अक्टूबर) दिन पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के कारण ‘‘बलिदान दिवस’’ व भारत की एकता व अखंडता बनाए रखने में अति विशिष्ट महत्वपूर्ण व एकमात्र योगदान देने के कारण पूर्व गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्म दिवस को राष्ट्र एकता दिवस
मुंह अँधेरे ही भजन की जगह,फोन की घंटी घनघना उठी,घंटी सुन फुर्ती आ गई,नही तो,उठाने वाले की शामत आ गई,ड्राईंग रूम की शोभा बढाने वाला,कचड़े का सामान बन गया,जरूरत अगर हैं इसकी,तो बदले में कार्डलेस रख गया,उठते ही चार्जिंग पर लगाते,तत्पश्चात मात-पिता को पानी पिलाते,दैनान्दनी से निवृत हो,पहले मैसेज पढ़ते,बा
आज की जिंदगी काफी दौडती-भागती हुई हो गई है ।अधिकतर व्यक्ति अपने काम से खुश नही होता मगर दूसरो के काम को देखकर कहता है कि सामने वाले का काम अच्छा है हमे तो बहुत मेहनत करनी पडती है।लोगो का दिनचरिया ठीक नही होता है, उन्हे समय सही प्रयोग नही आता है। मगर जीवन है तो संघर्ष करना पडेगा
भयानक साय है ,जिनके न चेहरे हैं , न नाम हैं | जला दिया लोगों को ,ज़िंदा लोगों को, या खुदा!ज़िंदा दिलों की नाज़ुक सी डोर थी, मज़हब की ज़ोर ने इसे भी तोर दिया| सब भाग रहे थे, सब चीख रहे थे, लोग दर्दनाक मारे गए मुर्दा के बीच में भी