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जीवन के रंग

विनीता शुक्ला

16 अध्याय
3 लोगों ने लाइब्रेरी में जोड़ा
17 पाठक
निःशुल्क

जीवन के खट्टे- मीठे अनुभवों की कहानियां . 

jivan ke rang

0.0(2)


अच्छी लेखन


बहुत अनोखी और सुन्दर कहानी लिखती है आप,बांध लेती है पाठक को और लेखों का इंतज़ार रहेगा

पुस्तक के भाग

1

एक्स

10 दिसम्बर 2021
10
4
4

<p>केतकी आज फिर पीछे पड़ गयी थी, ‘ चल यार, आज कोई मूवी देखने चलते हैं’ ‘लेकिन प्रोजेक्ट रिपोर्ट लिखनी

2

असहमति

10 दिसम्बर 2021
7
3
6

<p>‘चल फटाफट...अभी शॉपिंग बाकी है ...तेरे लिए नये सैंडल और लिपस्टिक लेनी है’ ‘सैंडल तो ठीक है...पर ल

3

मास्क

10 दिसम्बर 2021
4
1
4

<p>नमिता अजब उलझन में थी. कोरोना काल में हवाई- यात्रा, अविवेकपूर्ण थी; पर उसके पास, दूसरा विकल्प भी

4

अन्ततः

10 दिसम्बर 2021
3
1
4

<p>समीरा का जी बस में नहीं था; ममा का फोन आया था. इधर- उधर की बात करने के बाद, कहने लगीं, ‘सिमो...शा

5

धोबी की गधैया

10 दिसम्बर 2021
4
1
4

<p>पूरा परिवार, गाँव के रिहायशी मकान में, छुट्टियाँ मनाने आया था. अगले ही दिन, कुनबे की इकलौती बेटी

6

सपनों की सरगम

10 दिसम्बर 2021
5
1
4

<p>नव्या कॉलेज- लाइब्रेरी से निकलकर, उस शानदार रेस्तरां तक आ पहुंची थी. वहाँ मंद- मंद संगीत की स्वरल

7

चिन्ना वीदू

10 दिसम्बर 2021
2
1
4

<p>जबसे नमित अपने ननिहाल से आया है, लगातार रोये जा रहा है. वह रह रहकर, अपनी माँ मीनाक्षी को, कोस रहा

8

झूठी शान

10 दिसम्बर 2021
2
1
4

<p>तनु दुविधा में थीं. माइक ऑटोवाले ने, उनके पति सुकेश को फोन करके, अच्छी- खासी रकम उधार माँगी

9

साक्षात्कार

10 दिसम्बर 2021
5
1
4

<p>साक्षात्कार का दूसरा दौर चल रहा था. फैशन की दुनियाँ में तहलका मचा देने वाली, अंतर्राष्ट्रीय कम्पन

10

रागों की वापसी

10 दिसम्बर 2021
2
1
4

<p>लॉकडाउन के दौर में, वह चिरपरिचित चेहरा, मानों कहीं खो सा गया है...उस मधुर कंठ से निःसृत, अन

11

दूसरे दौर की प्रताड़ना

10 दिसम्बर 2021
2
1
4

<p>अमन शर्मा झल्ला रहे थे. उनकी भूरी वाली टी. शर्ट पर, इस्तरी नहीं फेरी गई. देविना रोज रोज की नाराजग

12

संक्रमण

10 दिसम्बर 2021
3
1
2

<p>‘आंटी...कल फेसबुक पर, तन्वी की फोटो देखी. शी वाज़ लुकिंग गॉर्जियस! उसके साथ क्यूट सा एक लड़का था...

13

रिश्तों का बहीखाता

10 दिसम्बर 2021
2
1
4

<p>“गोदी होरिलवा तब सोहैं, जब गंगा पै मूड़न होय गंगा पै मूड़न तब सोहैं, जब गाँव कै नउवा होय” बुलौवे वा

14

एक ढका छुपा सच

10 दिसम्बर 2021
3
1
4

<p>सोमेश चौधरी के हाथ काँप रहे थे. वकील की नोटिस, थामकर रखना, मुश्किल हो गया. सरकारी आदेश था. रितेश

15

दूसरी भग्गो

10 दिसम्बर 2021
4
1
4

<p>सुमेर मिसिर हिचकते हुए, उस दहलीज़ तक आ पहुंचे थे, जहाँ कभी आने की, सोच भी नहीं सकते थे. क्या करते?

16

एक कतरा आसमान

10 दिसम्बर 2021
4
1
4

<p>आज का ये ‘सो काल्ड ख़ास दिन’...महक को वहशत सी हो रही है, सोचकर. अंतस की परतों में जमा लावा, कुछ इस

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