भारत माँ का भाल आज
फिर हो रहा है लहूलुहान
निर्दोषों का बेवजह रक्त बहा
रहे जिहादी सिरफिरे शैतान
धरती के इस स्वर्ग पर जमी
है पापियों की काली नजर
अचानक हमले कर बरपा रहे
हैं वे निर्दोष लोगों पर कहर
भूल गए वे भारतीय सेना के
शौर्य और पराक्रम की गाथा
जिनके सामने घुटने टेकने को सदा
मजबूर हुए हैं जिहादियों के आका
ईश्वर कश्मीरियों को देवें भरपूर
सन्मति और सद्मार्ग की भावना
विघटनकारियों के हथकंडों से
बचा सकें वे अपना ठिकाना