उत्तर प्रदेश के एक मंडल
मुख्यालय का नाम बस्ती
कभी प्रदेश के सभी जिलों
में इसकी धाक अलग थी
तीन एमपी. तेरह एमएलए
चुन यह जिला ठसक में रहता
बड़े बड़े नेताओं को यह सच
मन में सदा ही अखरता रहता
सन 1981 की जनगणना ने कर
दिया जिले के जनबल का ऐलान
आबादी के लिहाज से यह जिला
पूरे राज्य में बन गया नंबर वन
कालांतर में नेताओं ने इस जिले
का किया तीन जिलों में विभाजन
ताकि मनमाने ढंग से वे कर सकें
संसाधनों का दोहन व आवंटन
तीन जिलों में विभक्त बस्ती को
अब भी विकास की बड़ी दरकार
कहने को यह मंडल मुख्यालय
बन गया पर काया नहीं उजियार
मंडल मुख्यालय के सभी सरकारी
संस्थानों की रौनक अब भी फीकी
दुनिया विकास के पथ पर बढ़ रही
मगर बस्ती के हिस्से में है नाउम्मीदी
बड़ी विडंबना समझिए पढ़ जानकर
बस्ती जिले का समग्र इतिहास भूगोल
जो जिले कटकर बने उनके समक्ष ही
विकास में हो रहा इसका डिब्बा गोल
जनचेतना का अभाव बन रहा शायद
इसका बड़ा और प्रमुख कारण
युवाओं और प्रबुद्ध नागरिकों को अब
करना होगा विकास के प्रति जागरण
वरना दिन ब दिन पिछड़ती जाएगी
विकास की दौड़ में बस्ती कमिश्नरी
युवाओं की राह भी बनी रहेगी तमाम
मुश्किलों और दुश्वारियों से ही भरी