बुविवि में राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस पर संगोष्ठी
झाँसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता संस्थान में मंगलवार को राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस पर विशेष संगोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी के मुख्य अतिथि कला संकाय के अधिष्ठाता प्रो. सी.बी. सिंह ने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे अपनी ऊर्जा. बुद्धि और समय का बेहतर उपयोग कर पत्रकारिता और समाज की दशाओं को बेहतर बनाएं।
प्रो. सिंह ने कहा कि पत्रकारिता समाज का मार्गदर्शन करती है। यह वंचितों की आवाज को सही मुकाम तक पहुंचाती है। जनहित के मूल लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए हमें पत्रकारिता के उत्तरोतर विकास के लिए प्रयत्नशील रहना चाहिए।
गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए पूर्व समन्वयक डा. कौशल त्रिपाठी ने राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस और प्रेस परिषद के इतिहास के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने परिषद की संरचना और कार्यों के बारे में भी बताया। उन्होंने देश के स्वतंत्रता आंदोलन में भारतीय प्रेस की भूमिका को भी रेखांकित किया।
जनसंचार और पत्रकारिता संस्थान के शिक्षक उमेश शुक्ल ने सूचना और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हुए विस्तार और जन संचार माध्यमों की संख्या में हुई तीव्र वृद्धि को रेखांकित किया। उन्होंने प्रेस परिषद की कार्यशैली में आमूल चूल बदलाव पर जोर दिया। साथ ही तेजी से बदलते हुए परिवेश को देखते हुए पत्रकारिता जगत की समस्याओं पर गंभीरता से विचार के लिए शीघ्र उचित कदम उठाने पर बल दिया। शिक्षक राघवेंद्र दीक्षित ने न्यू मीडिया के फैलाव और सूचनाओं के बढ़ते प्रवाह से समाज के समक्ष उत्पन्न हो रही चुनौतियों का जिक्र किया। उन्होंने विद्यार्थियों से समाज में हो रहे बदलावों के प्रति सचेत रहकर खुद को तैयार करने का आह्वान किया।
अंत में शिक्षक अभिषेक कुमार ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। इस संगोष्ठी में सतीश साहनी. डा.बृजेश सिंह परिहार. वीरेंद्र अहिरवार और पत्रकारिता के विभिन्न पाठ्यक्रमों के विद्यार्थी उपस्थित रहे।