व्यवस्था और सत्ता को कोसते
हुए घर लौटे टीईटी अभ्यर्थी
झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के परीक्षा भवन में स्थापित टीईटी परीक्षा कक्षों में उपस्थित हजारों अभ्यर्थियों में रविवार को उस समय हताशा फैल गई जब उन्हें य परीक्षा रद्द होने की सूचना दी गई। उत्तर पुस्तिका और ओएमआर शीट मिलने के करीब पच्चीस मिनट बाद ही अफसरों ने कक्ष निरीक्षकों को परीक्षा रद्द होने की जानकारी दी। परीक्षा न होने से हताश हजारों विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को व्यवस्था और सत्तानशीनों के प्रति तल्ख टिप्पणी करते सुना गया। सभी सत्ता को कोसते हुए घर लौटे।
अनेक विद्यार्थी और उनके अभिभावक सैकड़ों किमी की यात्रा कर यहां आए थे। अचानक परीक्षा रद्द होने की सूचना से वे काफी हताश दिखाई दिए।
कक्ष निरीक्षकों को नहीं मिला पारिश्रमिक
सबसे बिडंबना पूर्ण स्थिति में टीईटी की परीक्षा में कक्ष निरीक्षक के रूप में ड्यूटी करने पहुंचे कर्मचारी और शिक्षक दिखाई पड़े। समय से तीन घंटे पहले वे ड्यूटी के लिए केंद्र पर आए। परीक्षा कक्ष में बड़ी संजीदगी और श्रम से उत्तर पुस्तिकाएं और ओएमआर शीट बांटीं। अभी आधा घंटा ही बीता कि परीक्षा रद्द.होने का आदेश आया। कक्ष निरीक्षकों ने उत्तर पुस्तिकाओं और ओ एम आर शीट को सभी अभ्यर्थियों से वापस लेकर उनकी गणना की। फिर उसे केंद्र अधीक्षक के पास जमा कराया। कुल करीब छह घंटे की उनकी जद्दोजहद के बाद भी उनके हाथ कुछ न लगा। केंद्र अधीक्षक की ओर से कहा गया कि अभी पारिश्रमिक के लिए धन आवंटित नहीं हुआ है। पारिश्रमिक के बारे में जो फैसला होगा उससे संबंधित कक्ष निरीक्षकों को अवगत कराया जाएगा। पांच घंटे से भी अधिक समय और ऊर्जा खपाने के बाद भी पारिश्रमिक न मिलने से शिक्षक और कर्मचारियों में भी हताशा दिखी।
चुनाव पर भी पड़ेगा असर
आज की परीक्षा रद्द होने से राज्य सरकार और परीक्षा संस्थाओं की बड़ी थू थू.हो रही है। इसका असर आगामी विधानसभा चुनावों पर भी जरूर पड़ेगा। युवाओं में काफी नाराजगी दिखाई पड़ी।