शब्द शब्द में चाशनी
वायदों की रेलमपेल
असेंबली चुनाव के लिए
यूपी में शुरू सियासी खेल
पांच साल तक करते रहे
जो सत्ता में खूब मनमानी
वो दिखा रहे अब जनता
को सपने बस आसमानी
हर समस्या के लिए जन जन
को जो बताते रहे जिम्मेदार
वो ही अब खुद को बता रहे
जनता का अव्वल पैरोकार
राजनेताओं की करतूतों से
सूबे की जनता है अब त्रस्त
आगामी चुनाव में सत्ताधीशों के
मंसूबों को वही करेगी ध्वस्त