हिन्दू धर्म (तथाकथित, क्योकि हिन्दू कोई धर्म ही नहीं है), वेदों, पुराणों और शास्त्रों पर आधारित है, लेकिन सभी पुराण और शास्त्र में विभिन्नता है, उनमे एक मत नहीं है. जब पुराणों में एक मत नहीं है तो कौन सा सही है या कौन सा गलत है? कहते
कलयुगी बेटाएक व्यक्ति के माता-पिता बहुत ही शान्त स्वभाव के थे वह व्यक्ति उनकी इकलौती
हे कलियुग तेरी महिमा बड़ी अपारमानव ह्रदय कर दिया तूने तार-तारअब तो भाई , भाई से लड़ते हैंबाप भी माई से लड़ते हैंबेटी , जमाई से लड़ती हैसब रिश्तों में डाली तूने ऐसी दरारउजड़ गए न जाने कितने घर-परिवारहे कलियुग तेरी महिमा बड़ी अपार | अच्छाई को बुराई के सामने तूनेघुटने टेकने पर मजबूर कियाअपने , सपनों से कित