श्याम जी को अपने मकान के लिए कई दिनों से किरायेदार की तलाश थी.
मेरे एक मित्र का ट्रांसफर मेरे ही शहर में हो गया. उसने रहने के लिए मुझसे किराये का कमरा दिलवाने को कहा. मैं और मेरा मित्र श्याम जी का कमरा देखने चले गए. कमरा मित्र कोपसंद भी आ गया, लेकिन श्याम जी को जैसे ही पता लगा मेरा मित्र दूसरे धर्म का है उन्होंने कमरा देने से साफ़ इंकार कर दिया. बहुत समझाने पर भी वो नहीं माने. मित्र को मैंने अपने घर पर ही एक कमरा खाली करके दे दिया. फिर कुछ दिनों बाद पता चला कि श्याम जी ने अपने ही धर्म के किसी जानकार लड़के को कमरा किराए पर दे दिया. लड़का खाने- पीने वाला निकला. श्याम जी बहुत परेशान थे . उन्होंने लड़के से कमरा खाली करने का आदेश दे दिया, लेकिन तीसरे दिन ही लड़का श्याम जी की बेटी को भगा ले गया.