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Ham samajik kavi ke rup ubharna chahta hu.

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Kranti Raj की पुस्तकें

भाई बहन का प्यार

भाई बहन का प्यार

माता पिता के संस्कार से बहन भाई मिले अनमोल बचपन की यादो को समेट कर बने हम महान साथ साथ खेलते ,साथ साथ रहते प्रेम की गंगा में साथ साथ नेहाते हसीं की गुलशन खिलते एक साथ हस्ते हसाते बात बात रूशते सब मम्मी पापा सब को मनाते लडाई झगडे की सफर में द

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भाई बहन का प्यार

भाई बहन का प्यार

माता पिता के संस्कार से बहन भाई मिले अनमोल बचपन की यादो को समेट कर बने हम महान साथ साथ खेलते ,साथ साथ रहते प्रेम की गंगा में साथ साथ नेहाते हसीं की गुलशन खिलते एक साथ हस्ते हसाते बात बात रूशते सब मम्मी पापा सब को मनाते लडाई झगडे की सफर में द

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 माँ

माँ

माँ ही मंदिर माँ ही कावा शिवाला माँ का नाम ही उत्तम जग में , माँ ही पालन हारा ! माँ ही दुर्गा माँ ही लक्ष्मी माँ ही सृष्टि के रचन हारा माँ से मानव का अस्तित्व है , माँ का नाम जग में निराला ! माँ अस्तित्व है माँ ही धरती माँ ही सवको पाला , म

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माँ ही मंदिर माँ ही कावा शिवाला माँ का नाम ही उत्तम जग में , माँ ही पालन हारा ! माँ ही दुर्गा माँ ही लक्ष्मी माँ ही सृष्टि के रचन हारा माँ से मानव का अस्तित्व है , माँ का नाम जग में निराला ! माँ अस्तित्व है माँ ही धरती माँ ही सवको पाला , म

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 शिव की महिमा

शिव की महिमा

हे भोले नाथ हे शिव हे नीलकंठ तेरी महिमा है अजब निराली ! जाटा से गंगा निकली गले मे सर्पनागधारी , तन बदन भभूती सोभे माला तेरी अजब निराली! तेरी महिमा....... कैलास पर्वत पे इनका है ,डेरा , सर्प फन झुकाबे सुबह और सबेरा सती पार्वती से नेह लगवलन

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हे भोले नाथ हे शिव हे नीलकंठ तेरी महिमा है अजब निराली ! जाटा से गंगा निकली गले मे सर्पनागधारी , तन बदन भभूती सोभे माला तेरी अजब निराली! तेरी महिमा....... कैलास पर्वत पे इनका है ,डेरा , सर्प फन झुकाबे सुबह और सबेरा सती पार्वती से नेह लगवलन

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 समय का चक्र

समय का चक्र

समय का चक्र जिस पर चलता है उसका बर्बादी निश्चित है !ऐसे भी कहा गया है "-समय का मारा क्या करे बेचारा ,बुद्धि छीन हो जाता है, कोई भी सहारा न कर पता है !एक कहानी सत राजा हरिश्चंद्र का है -जिन्हे राजा होते हुए भी एक दिन ऐसा हुआ की डोम घर बिकना पड़ा था !

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 हाथ की लकीरे

हाथ की लकीरे

हस्तरेखा शास्त्री जी हमें कुछ बताया , मेरी जीवन की भाग्य भबिता कुछ तो बताओ ! कैसी बीतेगी जिंदगी रहस्य कुछ सुनाओ , कौन सा रेखा किया कही रही हमें भी बताओ !मेरी जीवन ... सुख दुःख का चरण समय से बताओ , दुःख का काट यदि हो कोई उपाय बताओ! मेरी जीवन की ...

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हस्तरेखा शास्त्री जी हमें कुछ बताया , मेरी जीवन की भाग्य भबिता कुछ तो बताओ ! कैसी बीतेगी जिंदगी रहस्य कुछ सुनाओ , कौन सा रेखा किया कही रही हमें भी बताओ !मेरी जीवन ... सुख दुःख का चरण समय से बताओ , दुःख का काट यदि हो कोई उपाय बताओ! मेरी जीवन की ...

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 पेड़   (समाजिक गीत )

पेड़ (समाजिक गीत )

मुखड़ा -तू लगाव हम लगायेंम घर घर हरियाली , इनका से मिले जीवन की ख़ुशीहाली -२ अंतरा - कार्बन -डाई- ऑक्साइड अवशोषित करि के रात में छोड़े भाई , दिन में ऑक्सीजन छोड़ी परोप

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 इंसानियत का परिणाम

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आज की दुनिया में इंसान को , कोई कदर नहीं, सैतानो को आज कल वसेरा होता है ! रूप रंग भेष भूसा सब रंग अनेक है , बड़े छोटे को कद्र नहीं सब कुछ फेक है , भगवन के भी घर में सैतानो का रेक है , मत पूछो इंसान को कैसे बसेरा होता है !सैतानो ....... संभल संभल क

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 स्त्री की सुंदरता

स्त्री की सुंदरता

किस मिट्टी से तुझे बनाया , रब्ब दी कसम तुझे अपना बनाया ! बादल जैसी बाल तेरी हँसी तेरी अजब निराली , बड़ी फुर्सत से तुझे रब्ब ने बनाया , रब्ब दी कसम तुझे अपना बनाया ! गाल तोहर लाल ऐसी जैसे टमाटर लाल हो , मन करे काट कर खा जाऊ , मन मेरा तुझको पाया ,

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Kranti Raj की डायरी

Kranti Raj की डायरी

जीवन की रंग ------------------ प्यार से सुरु हुई जीवन का हर रंग , क्रांतिराज को खिले जीवन का हर रंग ! माँ तेरी कोख में खिला मेरी जिंदगी की रंग, तेरी से बनी मेरा हर अंग की रंग , रोम रोम सज्जी हो प्यार की रंग , क्रांतिराज को खिले जीवन का हर रंग ! रो

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जीवन की रंग ------------------ प्यार से सुरु हुई जीवन का हर रंग , क्रांतिराज को खिले जीवन का हर रंग ! माँ तेरी कोख में खिला मेरी जिंदगी की रंग, तेरी से बनी मेरा हर अंग की रंग , रोम रोम सज्जी हो प्यार की रंग , क्रांतिराज को खिले जीवन का हर रंग ! रो

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 गजल

गजल

खुशिया लुटाओगे अपना बनाओगे , जिंदगी की राहो में प्यार लुटाओगे ! तुम हो सनम मेरी रब्ब दी कसम तेरी , पागल हवाओ से हमें बचाओगे ! जिंदगी ...... दिल में कसक तेरी चुएगी रस मेरी , आँखों की गंगा में हम तुम नहाओगे ! जिंदगी ...... लाखो सितम आये तनहा न रुक

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खुशिया लुटाओगे अपना बनाओगे , जिंदगी की राहो में प्यार लुटाओगे ! तुम हो सनम मेरी रब्ब दी कसम तेरी , पागल हवाओ से हमें बचाओगे ! जिंदगी ...... दिल में कसक तेरी चुएगी रस मेरी , आँखों की गंगा में हम तुम नहाओगे ! जिंदगी ...... लाखो सितम आये तनहा न रुक

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Kranti Raj के लेख

सोच बदलना है !

11 जनवरी 2024
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भाग -9 ( शीर्षक -सोच बदलना है .) &nbs

सोच बदलना है

16 नवम्बर 2023
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भाग - 8 &

सोच बदलना है !

3 नवम्बर 2023
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भाग-7 शीर्षक- सोच बदलना है !

सोच बदलना है !

29 अक्टूबर 2023
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भाग -6

शीर्षक -सोच बदलना है !

28 अक्टूबर 2023
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शीर्षक -सोच बदलना है!

सोच बदलना है !

23 अक्टूबर 2023
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शीर्षक-सोच बदलना है ! रचनाकार-क्रान्तिराज&nb

सोच बदलना है !

23 अक्टूबर 2023
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22 अक्टूबर 2023
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भाग -2 शीर्षक -सोच बदलना है ! &nbsp

शीर्षक -सोच बदलना है !

17 अक्टूबर 2023
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रक्षाबंधन

30 अगस्त 2023
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रक्षाबंधन की त्योहार जन्म जन्म के भाई बहन की त्योहार है !हर साल सावन पुर्णिमा के पावन दिन ही मनाया जाता है!बहन अपने लाडले भाई को हर साल रेशम की बनीं राखी बांधती है ,रोडी का चंदन ,थाली में कपुर क

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