क्या आप शादी कर रहे है तो एक बार ये भी सोचे- If you are married even once thought-
सभी के जीवन में शादी(married ) का महत्व है हर लड़के या लड़की की इक्षा होती है कि उसका जीवन साथी योग्य और उसकी अपेक्षाओं पे खरा उतरने वाला हो तो फिर आप को अपनी गर्ल-फ्रेंड या होने वाली जीवन संगिनी के विषय में उसकी बेसिक आदतों(Basic habits) का जानना आपके लिए आवश्यक है वर्ना आपके सपनो को चकनाचूर होते देर नहीं लगेगी भले ये रिश्ता आपके पेरेंट्स ही की मर्जी से हुआ हो -
यदि आपकी होने वाली गर्ल-फ्रेंड(Girlfriends) या जीवन संगिनी यदि बात -बात में झूठ बोलती है या लम्बी-लम्बी फेकने वाली बात करती है अपने झूठे सम्मान को बरकरार रखने के लिए - तो आपको इस प्रकार के रिश्ते को जोड़ने से पहले अवस्य सोचना चाहिए अपना अतीत छुपाना लडकियों में एक ख़ास आदत होती है पैसे से सम्बंधित बातो पे झूठ बोलना भी आपके लिए आने वाले समय में कलह का कारण(cause of discord) भी बन सकती है हम ये नहीं कहते कि परिवर्तन नहीं होता है मगर शुरू-शुरू में ये सामंजस्य बिठाना आपके लिए मुश्किल से कम नहीं होता और ये धीरे-धीरे आपके मन में एक शक का बीज अंकुरित कर सकता है -
सबसे जो विशेष बात ये है कि आपको देखना है कि कही आपकी होने वाली जीवन-संगिनी आलसी तो नहीं है आपका पूरा परिवार और आपकी जिम्मेदारी से ताल-मेल बिठा सकती है या फिर बस आपको ही दो रोटी देने के बाद आलसियों की तरह लेटे रहने वाली है -क्युकि आलसी लोगो को आगे चल कर रोग होने की संभावना काफी जादा होती है और आपको उसकी देखभाल के लिए डॉक्टर को आय का एक हिस्सा देना होगा जो आगे चल कर तकलीफ का कारण बन सकता है -
आपकी जो होने वाली जीवन-संगिनी हर छोटे-छोटे कामो के प्रति भी दूसरो पे आश्रित है वो भी आपके लिए किसी मुसीबत से कम नहीं है इस प्रकार की शादी से पहले आप खुद को ही काम करने के लिए तैयार कर ले -
स्वभाव का परिचय भी जाने कि- हमेशा दूसरो से बात करते वक्त उसका व्यवहार हमेशा नम्र है या कठोर -कठोर जुबान या स्वभाव की जीवन -संगिनी आपके माता-पिता या रिश्तेदारों से कैसा व्यवहार करेगी इसकी कल्पना आप स्वयं ही करे-
जो शादी(wedding) से पहले बात-बात में आपको अपनी आदतों को बदलने के लिए दबाव डालती रहे और खुद में कोई कमी नजर न आये इस प्रकार की पत्नी आपके जीवन में घडी-घडी आपकी कमियों से अवगत कराने की बजाय झगडे का कारण बना सकती है - सलाह देना और बदलना दोनों विपरीत बात है -हो सकता है कुछ आदते आपकी दूसरो के हित की हो और आपको अपना परिवार बाँध के रखने में सहायक हो लेकिन वो उस बंधन से मुक्त होने के लिए और अपनी आजादी के लिए भी आपके जीवन में दबाव डाल सकती है और आगे चल कर आपको शायद एहसास भी हो कि आपने गलती की है -उस परिस्थिति में कभी-कभी लौट के आने का भी लाभ नहीं होता है -बस आपको इस रिश्ते से कन्नी-काट लेना ही उचित है -
छोटी-छोटी बातो पे झगड़ने वाली या इमोशनल अत्याचार करने वाली पत्नी आपके जीवन को कभी भी सुखी नहीं बना सकती है अगर आप उसे बदलने का भी प्रयास करेगे तो उसका इगो हर्ट होगा जो उसके और आपके दोनों के लिए ही नुकसान दायक होगा -
अंतिम बात ये है-भले ही देर हो जाए उसका उतना पश्चाताप नहीं होगा जितना जल्दी में लिया गया फैसला आपको जीवन भर पछताने के सिवा कुछ नहीं देगा -शादी जीवन का अटूट बंधन है इसलिए भले 1001 बार सोचने को मजबूर हो लेकिन एक बार जरूर सोचे -शादी से पहले अगर आप किसी गर्ल-फ्रेंड से प्यार करते है तो हो सकता है आपको उसमे कोई भी बुराई नजर न आये तो इसकी जिम्मेदारी आप अपने निकटवर्ती मित्र या परिवार के सदस्य को सौंप दे -जो आपका विश्वास-पात्र हो या सही मार्ग-दर्शक हो -उसकी बातो को भी तवज्जो दे -
तो फिर कब करेगे शादी सोच समझ कर ..?
Upcharऔर प्रयोग-
http://www.upcharaurprayog.com/2015/11/if-you-are-married-even-once-thought.html