चलो एक बार फिर से अजनबी बन जाएँ हम दोनों - साहिर लुधियानवीफिल्म - गुमराहचलो एक बार फिर से अजनबी बन जाएँ हम दोनों न मैं तुम से कोई उम्मीद रखूँ दिलनवाज़ी कीन तुम मेरी तरफ़ देखो ग़लत अन्दाज़ नज़रों सेन मेरे दिल की धड़कन लड़खड़ाए मेरी बातों सेन ज़ाहिर हो तुम्हारी कशमकश का राज़ नज़रों से तुम्हें भी को