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Labour Day Special: एक मजदूर होने का दर्द

3 मई 2016

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करीब 7 साल पहले की बात है उस कम्पनी में ज्वाइन किये हुए मुझे 3 हफ्ते ही हुए थे अपने लैब में बैठा कुछ पुरानी रिपोर्ट्स देख रहा था कि अचानक से दरवाजे पर दस्तक हुई और एक दुबले पतले लड़के ने अंदर झांकते हुए पूछा नमस्ते सर क्या मै अंदर आ सकता हूँ??
हाँ हाँ आ जाओ मैने सहमति में सर हिलाते हुए उससे कहा..
वो आकर मेरी टेबल के पास खड़ा हो गया उम्र यही कोई 21 22 के आस पास रही होगी दुबला पतला शरीर गाल पिचके हुए आँखे अंदर की तरफ धँसी हुई थी।
ऐसा लग रहा था जेसे कई रातों से जग रहा हो,शर्ट की खुली बटन से उसकी गले के निचे... Labour Day Special: एक मजदूर होने का दर्द - Ignored Post | Top Interesting Post

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