कार्तिक दहिया.. 25-26 साल का नवयुवक.. इंडियन आर्मी में कैप्टन जो जल्दी ही मेजर बनने वाला है.. दिखने में भी किसी साधारण लड़के से ज्यादा आकर्षक.. फिट और बढ़िया कद काठी.. हल्का गौरा रंग.. गहरी काली आँखें
मै जब 14 साल का था मुझे बताया गया की मेरे पास जिने के लिए सिर्फ 2 महिने है। मै हमेशा से ही खुशमिजाज लड़का रहा हू.. मुझे पढ़ाई के साथ साथ क्रिकेट खेलना पसंद है पिछले साल मैने 9 वी कक्षा को उत्कृष्ट अंको
कार्तिक दहिया.. 25-26 साल का नवयुवक.. इंडियन आर्मी में कैप्टन जो जल्दी ही मेजर बनने वाला है.. दिखने में भी किसी साधारण लड़के से ज्यादा आकर्षक.. फिट और बढ़िया कद काठी.. हल्का गौरा रंग.. गहरी काली आंख
महाभारत का युद्ध कौरवों और पाण्डवों के मध्य अपरिहार्य हो गया था, अतः यह समाचार बर्बरीक को प्राप्त हुआ तो उनकी भी युद्ध में सम्मिलित होने की इच्छा जागृत हुई। जब वे अपनी माता से आशीर्वाद प्राप्त करने पह
महाभारत का युद्ध कौरवों और पाण्डवों के मध्य अपरिहार्य हो गया था, अतः यह समाचार बर्बरीक को प्राप्त हुआ तो उनकी भी युद्ध में सम्मिलित होने की इच्छा जागृत हुई। जब वे अपनी माता से आशीर्वाद प्राप्त करने पह
महाभारत का युद्ध कौरवों और पाण्डवों के मध्य अपरिहार्य हो गया था, अतः यह समाचार बर्बरीक को प्राप्त हुआ तो उनकी भी युद्ध में सम्मिलित होने की इच्छा जागृत हुई। जब वे अपनी माता से आशीर्वाद प्राप्त करने पह
महाभारत का युद्ध कौरवों और पाण्डवों के मध्य अपरिहार्य हो गया था, अतः यह समाचार बर्बरीक को प्राप्त हुआ तो उनकी भी युद्ध में सम्मिलित होने की इच्छा जागृत हुई। जब वे अपनी माता से आशीर्वाद प्राप्त करने पह
सभी खाटू श्याम जी के भक्तों को मैं हाथ जोड़ कर प्रणाम करता हूं इस पुस्तक का उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ खाटू श्यामजी के जीवन पर प्रकाश डालना है मेरी कलम इतनी शक्ति नहीं मैं तो एक टूटी फूटी कलम से मे
जय श्री श्याम भक्तों आज आपको इस पुस्तक के अंदर हमारे खाटू श्याम जी के जीवनकाल सभी घटनाओं के बारे में विस्तार पर्वक जानकारी हासिल कराई जाएगी।खाटूश्यामजी के बाल्यकाल से जवानी तक और तपस्या त्याग और हारे
बैरिक का लॉकअप होते ही जैसे समय थम सा गया। कल तक मुझे केवल अपनी ही परेशानियाँ दिखाई दे रही थीं, लेकिन अब ऐसा महसूस हो रहा है कि समाज के आईने पर जमी धूल धीरे-धीरे साफ होने लगी है। समाज में छिपे स्वार्थ
जेल का दूसरा दिन सुबह की पहली किरण के साथ ही मेरे मन में सबसे पहले माँ, मानसी और अथर्व की चिंता कौंधी। यह सोचकर दिल भारी हो गया कि मेरा परिवार इस अन्याय को कैसे सहन कर रहा होगा। मानसी न बोल सकती ह
मेरे घर का निर्माण कार्य चल रहा था, लेकिन तभी मेरी नानी की तबियत खराब हो गई। उन्हें कैंसर की शिकायत थी और उनका इलाज चल रहा था। मैंने सोचा था कि मेरे घर का निर्माण होने से पहले नानी की तबियत ठीक हो जा
🙏 जीवन में आने वाली विषम परिस्थितियाँ कभी-कभी व्यक्ति को निराशा की गहराईयों में धकेल देती हैं, जहाँ उसे लगता है कि अब आगे बढ़ने का कोई रास्ता नहीं बचा है। ऐसी स्थिति में, मन में आत्महत्या जैसे घातक
अपनी आत्मा को ऋण और अपेक्षा से मुक्त करो :/ज़िन्दगी का सब से बड़ा बोझ , दुःख , गम , कर्ज़ का होता है चाहे आप को पैसे की मदद ,किसी अपने ने दी हो , रिश्तेदार ने दी हो , दोस्त ने दी हो या आप की मोहब्बत ने आ
स्री बुद्ध नहीं बन सकती - /औरत बुद्ध नहीं बन सकती !! एक कट्टर धार्मिक समुदाय की ओर से एक घोषणा ../मेरी प्रतिक्रिया/परन्तु स्री को बुद्ध बनने की , बुद्ध होने की आवश्यकता क्
स्थिर हो जाओ , उफनती - उठती गिरती लहरों को - नियंत्रण कर लो , मुस्कराओ , शांत हो जाओ , झील बन जाओ - कँवल के फूल खिलाओ , पक्षियों को निमंत्रण भेजो , मंद मंद बहती हवा को प्रेम से पुकारो , बच्चों
कई बार जीतने के लिए किसी योग्यता से ज़्यादा आयोजन की जगह पर आपका होना अहम होता है। अनगिनत औसत लोग जाने क्या-क्या उपलब्धियां गिनाते फ़िरते हैं। असलियत उनको भी पता है और उनके आस-पास के लोगों को भी... बस
कुछ लंबी शामें सिरहाने पड़ी... बीतने का नाम न ले रहीं। कुछ दबी शिकायतें अनकही, कुछ रूठी सदाएँ अनसुनी। एक दुनिया को कहते थे सगी, हमारे मखौल से उसकी महफ़िलें सजने लगी। ज़ख्म रिसते हैं, मर्ज़ क
बीते दो वर्षों में ऑडियो शोज़ के लिए एक टीम सदस्य के तौर पर साझा किए कुछ अवार्ड्स।
मोहब्बत का महीनामोहब्बत में जान क़ुर्बान कर गये !वो अपनी पूरी ज़िंदगी, देश के नाम कर गये !नहीं सोचा बच्चों का , पत्नी को बेसहारा छोड़ गये !कहते हैं मोहब्बत इसे, अंतिम साँस तक लड़ गये !ह