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नारी की आवाज

20 सितम्बर 2022

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नारी शक्ति का करो सम्मान , 
नारी को ऐसे धूतकारो ना तुम , 
तुम भी जन्मे एक नारी से , 
नारी की एहमियत मानो तुम ।

जब तक नारी का सम्मान नहीं , 
तब तक हम आजाद नहीं , 
नारी भोग , विलासी हैं बैठे , 
अब किसी पर विश्वास नहीं ।

ये मत भूलो की तुम्हारे जीवन के लिए , 
किसी नारी ने नौ महीने कितने कष्टों से , 
 झेला होगा ,
मौत से लड़कर उसने उपहार में , 
तुम्हें जीवन दान दिया होगा ।

तुम भी खेले होगे किसी मां की गोद में , 
किसी के आंचल में दूध पिया होगा , 
याद करो वो दिन जब एक नारी ने , 
तुम्हें जीवन देने के लिए अपना जीवन 
त्यागा होगा ।

नारियां जब तक न बोले तब
 तक असहाय अबला हैं , 
लेकिन जब अपने पे आ जाएं ,
तो दुर्गा , काली , चामुंडा हैं ।

🙏🙏🙏🙏

"आज़ाद आईना"अंजनी कुमार आज़ाद

"आज़ाद आईना"अंजनी कुमार आज़ाद

वाह..शत प्रतिशत शानदार, धमाकेदार,लाज़वाब👌👌👌👌💐

20 सितम्बर 2022

Sanju Nishad

Sanju Nishad

20 सितम्बर 2022

धन्यवाद सर 🙏🙏

ऋतेश आर्यन

ऋतेश आर्यन

बढ़िया संजू जी 👌👌

20 सितम्बर 2022

Sanju Nishad

Sanju Nishad

20 सितम्बर 2022

धन्यवाद

प्रभा मिश्रा 'नूतन'

प्रभा मिश्रा 'नूतन'

बहुत खूबसूरत लिखा बहना 😊😊🙏

20 सितम्बर 2022

Sanju Nishad

Sanju Nishad

20 सितम्बर 2022

धन्यवाद दीदी 🙏🙏😊

20 सितम्बर 2022

Sanju Nishad

Sanju Nishad

20 सितम्बर 2022

धन्यवाद दीदी 💐💐

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रचनाएँ
नारी शक्ति
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नारी से ही है ये संसार , नारी कर सकती है दुष्टों का संहार , नारी असहाय नहीं है बिलकुल , नारी से ही बढ़ता है कुल । कुछ लोग कहते है की , इन नारियों का नहीं है कोई घर , लेकिन नारियों के बिना भी , कोई घर , घर नहीं । एक बेटी , बहु , पत्नी , मां , सब धर्म निभाती है नारी , फिर भी हमेशा रहती है मुस्कुराती , क्योंकि पुरुषों से महान है नारी । फिर भी मारा , पीटा जाता है , प्रताड़ित किया जाता है , पुरुषों द्वारा नारी को , ना जाने ये कब समझेंगे की , जीवन की दात्री है नारी ।
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