नारी शक्ति का करो सम्मान ,
नारी को ऐसे धूतकारो ना तुम ,
तुम भी जन्मे एक नारी से ,
नारी की एहमियत मानो तुम ।
जब तक नारी का सम्मान नहीं ,
तब तक हम आजाद नहीं ,
नारी भोग , विलासी हैं बैठे ,
अब किसी पर विश्वास नहीं ।
ये मत भूलो की तुम्हारे जीवन के लिए ,
किसी नारी ने नौ महीने कितने कष्टों से ,
झेला होगा ,
मौत से लड़कर उसने उपहार में ,
तुम्हें जीवन दान दिया होगा ।
तुम भी खेले होगे किसी मां की गोद में ,
किसी के आंचल में दूध पिया होगा ,
याद करो वो दिन जब एक नारी ने ,
तुम्हें जीवन देने के लिए अपना जीवन
त्यागा होगा ।
नारियां जब तक न बोले तब
तक असहाय अबला हैं ,
लेकिन जब अपने पे आ जाएं ,
तो दुर्गा , काली , चामुंडा हैं ।
🙏🙏🙏🙏