मधुर समय, उल्लास है मन में, मन संग कर रहे नौका विहार,
स्वच्छ निर्मल नीला जल, उतरा झील में आसमान,
तारामंडल खिल रहा, तैर रहे युगल हंस,
कामिनी कर रही उछल कूद, बगुलों बतखों के झुण्ड,
मधुर संगीत मेंढ़को का गूंज रहा,
मधुर सुगंधमय पवन संग घूम रहा गगन,
मधुर सुखमय मौसम, हम कर रहे जल विचरण,
रात चाँदनी गा रही रागिनी,
स्वप्न नाव आशाओं की, कर रहे हम नौका विहार,
पानी की हिलोरों से डगमगाती नाव,
साथ छोड़ती पतवार, अँधेरा घना हो गया,
आ रहा है तूफ़ान क्या? न हो भयभीत,
उम्मीदों का दामन थाम, करते रहो नौका विहार|