shabd-logo

अंग अंग में गौ माता के ,सब देवों का धाम है में ,बारम्बार प्रणाम है ॥

1 दिसम्बर 2021

92 बार देखा गया 92
अंग अंग में गौ माता के ,
सब देवों का धाम है में ,
बारम्बार प्रणाम है ॥
नेत्रों में हैं सूर्य चंद्र ,
मस्तक में रहते हैं ब्रम्हा ,
सींगों में विष्णु महेश हैं ,
गऊ मूत्र में जगदम्बा ,
मुख में चारों वेद विराजें ,
भजते आठों याम हैं ,
गौ माता के श्री चरणों में ,
बारम्बार प्रणाम है ॥
रोमकूप में ऋषिगण रहते ,
यक्ष महाबली बायें हैं ,
गरुण दाँत में सर्प नाक में ,
वरुण कुबेर जी दायें हैं ,
कानों में अश्वनीकुमार ,
महिमा की सुनें बखान हैं ,
गौ माता के श्री चरणों में ,
बारम्बार प्रणाम है ॥
थनों में सागर मूत्र स्थान में ,
रहतीं गंगा महरानी ,
गुदा में सारे तीर्थ बसें और ,
गोबर में लक्ष्मी रानी ,
वर्णन करना बहुत कठिन है ,
अभी करोङों नाम हैं ,
गौ माता के श्री चरणों में ,
बारम्बार प्रणाम है ॥
पृष्ठभाग यमराज विराजें ,
रम्भाने में प्रजापति ,
उदर में हैं कार्तिकेय और ,
जिह्वा में हैं सरस्वती ,
तैतीस कोटि देवों को मन से ,
सुमिरे ‘परशुराम’ है ,
गौ माता के श्री चरणों में ,
बारम्बार प्रणाम है ॥
अंग अंग में गौ माता के ,
सब देवों का धाम है ,
गौ माता के श्री चरणों में ,
बारम्बार प्रणाम है ॥

यया सर्वमिदं व्याप्तं जगत् स्थावरजङ्गमम् ।
तां धेनुं शिरसा वन्दे भूतभव्यस्य मातरम् ॥

अर्थ ;- जिसने समस्त चराचर जगत् को व्याप्त कर रखा है, उस भूत और भविष्य की जननी गौ माता को मैं मस्तक झुका कर प्रणाम करता हूं ॥

गाय का करो सम्मान ,
*गाय है मां के समान ,*

19
रचनाएँ
गाय माता से जुड़ी जानकारी
0.0
गाय माता से जुड़ी जानकारी
1

गाय व भैंस के दूध में अंतर- जो बहुत कम लोग जानते हैं !

29 नवम्बर 2021
5
2
2

गाय व भैंस के दूध में अंतर-<div>जो बहुत कम लोग जानते हैं !</div><div><br></div><div>भैंस अपने बच्चे

2

गाय हमारी माता है.. एक महत्वपूर्ण लेख

1 दिसम्बर 2021
1
0
0

गाय हमारी माता है.. एक महत्वपूर्ण लेखएक बार मध्यप्रदेश के इन्दौर नगर में एक रास्ते से ‘महारानी देवी अहिल्यावाई होल्कर के पुत्र मालोजीराव’ क

3

अंग अंग में गौ माता के ,सब देवों का धाम है में ,बारम्बार प्रणाम है ॥

1 दिसम्बर 2021
2
0
0

अंग अंग में गौ माता के ,सब देवों का धाम है में ,बारम्बार प्रणाम है ॥नेत्रों में हैं सूर्य चंद्र ,मस्तक में रहते हैं ब्रम्हा ,सींगों में विष्णु महेश हैं ,गऊ मूत्र में जगदम्बा ,मुख में चारों वेद विराजें

4

गौ सेवा परमोधर्मः जानिये सनातन में गाय को मां क़हा गया और क्यूँ भारतीय गाय विश्व में सर्वश्रेष्ट मानी जाती है

2 दिसम्बर 2021
1
0
0

गौ सेवा परमोधर्मः जानिये सनातन में गाय को मां क़हा गया और क्यूँ भारतीय गाय विश्व में सर्वश्रेष्ट मानी जाती हैभारतीय गायें विदेशी तथाकथित गायों की तरह बहुत समय तक जंगलों में हिंसक पशु के रूप में

5

देशी गाय के गोबर की भस्म ही भरपुर गुणों की खान हैं

2 दिसम्बर 2021
1
0
0

देशी गाय के गोबर की भस्म ही भरपुर गुणों की खान हैंअगर आप गौ-भस्म को ध्यान से पढ़ेगें तो पायेंगे कि यह गौ भस्म ( राख ) आपके लिए कितनी उपयोगी है । साधु-संत लोग संभवतः इन्ही गुणों के कारण इसे प्रसाद रूप म

6

गौ माता धरती की सबसे बड़ी वैद्यराज

2 दिसम्बर 2021
1
0
0

गौ माता धरती की सबसे बड़ी वैद्यराज भारतीय संस्कृति में गौमाता की सेवा सबसे उत्तम सेवा मानी गयी है, श्री कृष्ण गौ सेवा को सर्व प्रिय मानते हैं .. शुद्ध भारतीय नस्ल की गाय की रीढ़ में सूर्

7

गोमूत्र

2 दिसम्बर 2021
1
0
0

गोमूत्र वात और कफ़ को अकेला ही नियंत्रित कर लेता है| पित्त के रोगों के लिए इसमें कुछ औषधियाँ मिलायी जाती हैं|गोमूत्र में पानी के अलावा कैल्शियम, सल्फर,आयरन जैसे १८ सूक्ष्म पोषक तत्व पाए जाते हैं|

8

"गाय से जुड़ी कुछ रोचक जानकारी"

3 दिसम्बर 2021
2
2
0

"गाय से जुड़ी कुछ रोचक जानकारी"1. गौ माता जिस जगह खड़ी रहकर आनन्दपूर्वक चैन की सांस लेती है। वहाँ वास्तु दोष समाप्त हो जाते हैं। 2. जिस जगह गौ माता खुशी से रभांने लगे उस

9

सर्दियों में ख़ास गोमूत्र पान

4 दिसम्बर 2021
0
0
0

सर्दियों में ख़ास गोमूत्र पान शरीर की पुष्टि के साथ शुद्धि भी आवश्यक है | गोमूत्र शरीर के सूक्ष्म-अतिसूक्ष्म स्त्रोतों में स्थित विकृत दोष को मल–मुत्रादि के द्वारा बाहर निकाल देता है | इसमें स्थि

10

गाय

4 दिसम्बर 2021
1
0
0

*गायप्रश्न- गाय एक पशु है। उसकी क्या महिमा है ?*_उत्तर - गाय प्राणियोंका आधार तथा कल्याणकी निधि है। भूत और भविष्य गौओंके ही हाथमें है। गौओंकी सेवामें जो कुछ दिया जाता है, उसका फल अक्षय होता है।प्रश्न-

11

गोवंशसंवर्धन राष्ट्रसंवर्धन

16 फरवरी 2022
1
0
0

गोवंशसंवर्धन राष्ट्रसंवर्धन दूध में तत्व :-- विटामिन -- छः प्रकार के प्रोटीन -- आठ प्रकार के खनिज तत्व -- पच्चीस प्रकार के एमिनो एसिड -- इक्कीस प्रकार केनाइट्रोजन -- उनत्त

12

गाय और भैंस की कुछ आश्चर्यजनक और दिलचस्प जानकारी। दोनों में अंतर

18 फरवरी 2022
1
0
0

सनातन संस्कृतिगाय और भैंस की कुछ आश्चर्यजनक और दिलचस्प जानकारी।दोनों में अंतर 1. भैंस अपने बच्चे से पीठ फेर कर बैठती है चाहे उसके बच्चे को कुत्ते खां जायें वह नहीं बचायेगी, जबकि गाय के बच्चे के प

13

गौ माता

8 मार्च 2022
1
0
0

गौ माता 1-हर व्यक्ति जन्म लेता है गो-पुत्र के रूप में-इसलिये उसका एक गोत्र होता है।2-हर व्यक्ति अपना विवाह मुहूर्त चाहता है -गो धूलि बेला में।3-हर व्यक्ति मृत्यु के बाद जाना चाहता है गोलोक धाम,हर

14

गौ माता

9 मार्च 2022
1
0
0

कहते हैं कि जो गौ माता के खुर से उड़ी हुई धूलि को सिर पर धारण करता है, वह मानों तीर्थ के जल में स्नान कर लेता है और सभी पापों से छुटकारा पा जाता है । पशुओं में बकरी, भेड़, ऊंटनी, भैंस का दूध भी काफी मह

15

अब गाय के पेट में से प्लास्टिक पौलिथिन निकलने के लिए पेट फाड़ने की जरूरत नहीं..

10 मार्च 2022
1
0
0

अब गाय के पेट में से प्लास्टिक पौलिथिन निकलने के लिए पेट फाड़ने की जरूरत नहीं..गाय के पेट से प्लास्टिक पौलिथिन को समाप्त करने का *सफल उपचार➖सामग्रीः100 ग्राम सरसों का तेल,100 ग्राम तिल का तेल,100 ग्रा

16

देशी गाय का दूध अमृत है, जानिए क्यों ?

12 मार्च 2022
1
0
0

देशी गाय का दूध अमृत है, जानिए क्यों ? भारतीय नस्ल की गाय से प्राप्त घी, दूध, छाछ, मट्ठा, मक्खन वरदानरूपी हैं जिनके अनेक स्वास्थ्य लाभ हैं हम यहन पर आपको गौ दुग्ध के ल

17

जय गौमाता

4 अप्रैल 2022
0
0
0

गावःपवित्रं परमं गावाे माङ्गल्यमुत्तमम् ।गावःस्वर्गस्यसाेपानं गावाे धन्याः सनातनाः।।____गायें परम पवित्र, परम मंगलमयी ,____स्वर्ग की साेपान, सनातन एवंम____धन्यस्वरूपा है ।गवां हि त

18

हर प्रकार की अशुभता दूर करने के लिए गाय के अचूक उपाय

4 जून 2022
1
0
0

समुद्र-मंथन से जो चौदह रत्न निकले उनमें एक कामधेनु थी। सभी गौएं कामधेनु ही की संतानें हैं। सभी कामनाओं व सुखों को देने वाली होने के कारण गाय कामधेनु कहलाती है । गाय का रोम-रोम सात्विकता और पवित्रता से

19

गोसेवा धर्म हमारा

5 जून 2022
0
0
0

1-हर व्यक्ति जन्म लेता है गो-पुत्र के रूप में-इसलिये उसका एक गोत्र होता है।2-हर व्यक्ति अपना विवाह मुहूर्त चाहता है -गो धूलि बेला में।3-हर व्यक्ति मृत्यु के बाद जाना चाहता है गोलोक धाम,हर आत्मा चाहती

---

किताब पढ़िए