shabd-logo

गोवंशसंवर्धन राष्ट्रसंवर्धन

16 फरवरी 2022

34 बार देखा गया 34
गोवंशसंवर्धन राष्ट्रसंवर्धन 

दूध में तत्व :-- 
विटामिन -- छः प्रकार के 
प्रोटीन -- आठ प्रकार के 
खनिज तत्व -- पच्चीस प्रकार के 
एमिनो एसिड -- इक्कीस प्रकार के
नाइट्रोजन -- उनत्तीस प्रकार के
किण्वन -- आठ प्रकार के 
फास्फोरस यौगिक -- चार प्रकार के 
शर्करा -- दो प्रकार की 
सेरिब्रोसाइडस ( बुद्धि स्मृतिवर्द्धक )
स्ट्रोनटाइन ( रेडियोधर्मी नाशक )
एम• डी• जी• आई• ( कैंसरनिरोधक )
केरोटीन ( स्वर्णमय तत्व ) 
चूना - सोडियम - गंधक ।

गोबर में तत्व :--
        नाइट्रोजन -- फाॅस्फोरस -- पोटेशियम -- लोहतत्व 
जस्ता -- मैगनीज -- ताम्रतत्व -- बोरोन -- मोलीब्डेनम
बोरेक्स -- एकोयाल्ट सल्फेट आदि ।

गोमूत्र में तत्व :--
         पोटेशियम - कैल्शियम -- मैग्निशियम -- फ्लोराइड -- यूरिया -- फाॅस्फोरस -- अमोनिया -- क्रिएटिनीन -- लोहतत्व -- ताम्रतत्व -- सल्फर -- स्वर्णक्षार -- लेक्टोज -- जलतत्व आदि ।

ये तो बात हुई तत्वों की -- अब गोमाता की महिमा जानते हैं :---
१ -- गोधूली मनुष्यों को पवित्र करती है और पातकों को नष्ट करती है ।
२-- गोधूली का समय विवाह के लिए सर्वोत्तम माना गया है ।
३-- जिस घर गाय होती है - उसमें वास्तुदोष स्वतः ही समाप्त हो जाते हैं ।
४-- जन्मपत्री में यदि शुक्र अपनी नीच राशि कन्या पर हो - शुक्र की दशा चल रही हो या शुक्र अशुभ भाव ( ६-८-१२ ) में स्थित हो तो प्रातः काल के भोजन में से एक रोटी सफेद देशी गाय को खिलाने से शुक्र का नीचत्व एक शुक्र सम्बन्धी कुदोष स्वतः ही समाप्त हो जाता है ।
५-- पितृदोष से मुक्ति -- सूर्य - मंगल - चन्द्र - या शुक्र की युति राहु से हो तो पितृदोष होता है --
प्रतिदिन या अमावस्या को गाय को रोटी - गुड चारा नहीं आदि खिलाने से पितृदोष समाप्त हो जाता है ।
६-- किसी की जन्मपत्री में सूर्य नीच राशि तुला पर हो या अशुभ स्तिथि में हो अथवा केतु के द्वारा परेशानियां आ रही हो तो गाय में सूर्य - केतु नाडी में होने के फलस्वरूप गाय की पूजा करनी चाहिए - दोष समाप्त हो जायेंगे ।
७-- यदि रास्ते में गाय जाते समय गोमाता आती हुई दिखाई दे तो उन्हें अपने दाहिने से जाने देना चाहिए - यात्रा सफल होगी ।
८- यदि बुरे स्वप्न दिखाई दें तो मनुष्य गोमाता का नाम ले - बुरे स्वप्न दिखने बंद हो जायेंगे ।
९-- गाय के घी का एक नाम आयु भी है --" आयुर्वै घृतम् " -- अतः गाय के घी से व्यक्ति दीर्घायु होता है ।
१०- देशी गाय की पीठपर जो ककुद ( कूबड ) होता है -- वह # बृहस्पति # है -- अतः जन्मपत्री में यदि बृहस्पति अपनी नीच राशि मकर में हो या अशुभ स्तिथि में हो तो देशी गाय के इस बृहस्पतिभाग या शिवलिंग रूपी ककुद के दर्शन करने चाहिए -- गुड तथा चने की दाल रखकर गाय को नित्य रोटी खिलाएं ।
११-- गोमाता के नेत्रों में प्रकाशस्वरूप भगवान सूर्य तथा ज्योत्स्ना के अधिष्ठाता चन्द्रदेव का निवास होता है- कुण्डली में यदि सूर्य - चन्द्र कमजोर हों तो गोनेत्र के दर्शन करें लाभ होगा ।
१२-- विष्णुपुराण में कहा गया है कि भगवान् श्री कृष्ण पूतना के दुग्धपान से डर गये तो नन्दबाबा ने गाय की पूँछ घुमाकर उनकी नजर उतारी और भय का निवारण किया तो बच्चों पर गाय की पूँछ घुमाने से वह नजर आदि दोषों से बचे रहते हैं ।

महाभारत के अनुशासनपर्व में कहा गया है कि --

" निविष्टं गोकुलं यत्र श्वासं मुञ्चति निर्भयम् ।
  विर्जयति तं देशं पापं चास्यापकर्षति ।। "
       गाय जहाँ बैठकर निर्भयता पूर्वक साँस लेती है तो उस स्थान के सारे पापों को खींच लेती है ।

यह भी कहा गया है कि जिस घर में गाय की सेवा होती है - वहाँ पुत्र - पौत्र - धन - विद्या आदि सुख जो भी चाहिए मिल जाता है ।
यही अत्रि संहिता में भी कहा गया है -- जिस घर में सवत्सा धेनु नहीं हो - उसका मङ्गल - माङ्गल्य कैसे होगा?

किसी भी उच्च अधिकारी से मिलने जायें या किसी भी शुभ कार्य के लिए जायें तो उस समय गाय के रँभाने की ध्वनि कान में पडना शुभ है वह गौमाता के दर्शन करके घर से निकलें शुभ होगा ।

गाय को झूठे हाथ से ना छुएं - ना ही किसी प्रकार की झूठन खिलाएं ।
गाय को कभी ना लांघें - पैर से तो कदापि ना छुएं ।
 गाय का पञ्चगव्य सर्वारिष्ट नाशक है ।

सरकार देश में गोहत्या पूर्णतः बंद करे
19
रचनाएँ
गाय माता से जुड़ी जानकारी
0.0
गाय माता से जुड़ी जानकारी
1

गाय व भैंस के दूध में अंतर- जो बहुत कम लोग जानते हैं !

29 नवम्बर 2021
5
2
2

गाय व भैंस के दूध में अंतर-<div>जो बहुत कम लोग जानते हैं !</div><div><br></div><div>भैंस अपने बच्चे

2

गाय हमारी माता है.. एक महत्वपूर्ण लेख

1 दिसम्बर 2021
1
0
0

गाय हमारी माता है.. एक महत्वपूर्ण लेखएक बार मध्यप्रदेश के इन्दौर नगर में एक रास्ते से ‘महारानी देवी अहिल्यावाई होल्कर के पुत्र मालोजीराव’ क

3

अंग अंग में गौ माता के ,सब देवों का धाम है में ,बारम्बार प्रणाम है ॥

1 दिसम्बर 2021
2
0
0

अंग अंग में गौ माता के ,सब देवों का धाम है में ,बारम्बार प्रणाम है ॥नेत्रों में हैं सूर्य चंद्र ,मस्तक में रहते हैं ब्रम्हा ,सींगों में विष्णु महेश हैं ,गऊ मूत्र में जगदम्बा ,मुख में चारों वेद विराजें

4

गौ सेवा परमोधर्मः जानिये सनातन में गाय को मां क़हा गया और क्यूँ भारतीय गाय विश्व में सर्वश्रेष्ट मानी जाती है

2 दिसम्बर 2021
1
0
0

गौ सेवा परमोधर्मः जानिये सनातन में गाय को मां क़हा गया और क्यूँ भारतीय गाय विश्व में सर्वश्रेष्ट मानी जाती हैभारतीय गायें विदेशी तथाकथित गायों की तरह बहुत समय तक जंगलों में हिंसक पशु के रूप में

5

देशी गाय के गोबर की भस्म ही भरपुर गुणों की खान हैं

2 दिसम्बर 2021
1
0
0

देशी गाय के गोबर की भस्म ही भरपुर गुणों की खान हैंअगर आप गौ-भस्म को ध्यान से पढ़ेगें तो पायेंगे कि यह गौ भस्म ( राख ) आपके लिए कितनी उपयोगी है । साधु-संत लोग संभवतः इन्ही गुणों के कारण इसे प्रसाद रूप म

6

गौ माता धरती की सबसे बड़ी वैद्यराज

2 दिसम्बर 2021
1
0
0

गौ माता धरती की सबसे बड़ी वैद्यराज भारतीय संस्कृति में गौमाता की सेवा सबसे उत्तम सेवा मानी गयी है, श्री कृष्ण गौ सेवा को सर्व प्रिय मानते हैं .. शुद्ध भारतीय नस्ल की गाय की रीढ़ में सूर्

7

गोमूत्र

2 दिसम्बर 2021
1
0
0

गोमूत्र वात और कफ़ को अकेला ही नियंत्रित कर लेता है| पित्त के रोगों के लिए इसमें कुछ औषधियाँ मिलायी जाती हैं|गोमूत्र में पानी के अलावा कैल्शियम, सल्फर,आयरन जैसे १८ सूक्ष्म पोषक तत्व पाए जाते हैं|

8

"गाय से जुड़ी कुछ रोचक जानकारी"

3 दिसम्बर 2021
2
2
0

"गाय से जुड़ी कुछ रोचक जानकारी"1. गौ माता जिस जगह खड़ी रहकर आनन्दपूर्वक चैन की सांस लेती है। वहाँ वास्तु दोष समाप्त हो जाते हैं। 2. जिस जगह गौ माता खुशी से रभांने लगे उस

9

सर्दियों में ख़ास गोमूत्र पान

4 दिसम्बर 2021
0
0
0

सर्दियों में ख़ास गोमूत्र पान शरीर की पुष्टि के साथ शुद्धि भी आवश्यक है | गोमूत्र शरीर के सूक्ष्म-अतिसूक्ष्म स्त्रोतों में स्थित विकृत दोष को मल–मुत्रादि के द्वारा बाहर निकाल देता है | इसमें स्थि

10

गाय

4 दिसम्बर 2021
1
0
0

*गायप्रश्न- गाय एक पशु है। उसकी क्या महिमा है ?*_उत्तर - गाय प्राणियोंका आधार तथा कल्याणकी निधि है। भूत और भविष्य गौओंके ही हाथमें है। गौओंकी सेवामें जो कुछ दिया जाता है, उसका फल अक्षय होता है।प्रश्न-

11

गोवंशसंवर्धन राष्ट्रसंवर्धन

16 फरवरी 2022
1
0
0

गोवंशसंवर्धन राष्ट्रसंवर्धन दूध में तत्व :-- विटामिन -- छः प्रकार के प्रोटीन -- आठ प्रकार के खनिज तत्व -- पच्चीस प्रकार के एमिनो एसिड -- इक्कीस प्रकार केनाइट्रोजन -- उनत्त

12

गाय और भैंस की कुछ आश्चर्यजनक और दिलचस्प जानकारी। दोनों में अंतर

18 फरवरी 2022
1
0
0

सनातन संस्कृतिगाय और भैंस की कुछ आश्चर्यजनक और दिलचस्प जानकारी।दोनों में अंतर 1. भैंस अपने बच्चे से पीठ फेर कर बैठती है चाहे उसके बच्चे को कुत्ते खां जायें वह नहीं बचायेगी, जबकि गाय के बच्चे के प

13

गौ माता

8 मार्च 2022
1
0
0

गौ माता 1-हर व्यक्ति जन्म लेता है गो-पुत्र के रूप में-इसलिये उसका एक गोत्र होता है।2-हर व्यक्ति अपना विवाह मुहूर्त चाहता है -गो धूलि बेला में।3-हर व्यक्ति मृत्यु के बाद जाना चाहता है गोलोक धाम,हर

14

गौ माता

9 मार्च 2022
1
0
0

कहते हैं कि जो गौ माता के खुर से उड़ी हुई धूलि को सिर पर धारण करता है, वह मानों तीर्थ के जल में स्नान कर लेता है और सभी पापों से छुटकारा पा जाता है । पशुओं में बकरी, भेड़, ऊंटनी, भैंस का दूध भी काफी मह

15

अब गाय के पेट में से प्लास्टिक पौलिथिन निकलने के लिए पेट फाड़ने की जरूरत नहीं..

10 मार्च 2022
1
0
0

अब गाय के पेट में से प्लास्टिक पौलिथिन निकलने के लिए पेट फाड़ने की जरूरत नहीं..गाय के पेट से प्लास्टिक पौलिथिन को समाप्त करने का *सफल उपचार➖सामग्रीः100 ग्राम सरसों का तेल,100 ग्राम तिल का तेल,100 ग्रा

16

देशी गाय का दूध अमृत है, जानिए क्यों ?

12 मार्च 2022
1
0
0

देशी गाय का दूध अमृत है, जानिए क्यों ? भारतीय नस्ल की गाय से प्राप्त घी, दूध, छाछ, मट्ठा, मक्खन वरदानरूपी हैं जिनके अनेक स्वास्थ्य लाभ हैं हम यहन पर आपको गौ दुग्ध के ल

17

जय गौमाता

4 अप्रैल 2022
0
0
0

गावःपवित्रं परमं गावाे माङ्गल्यमुत्तमम् ।गावःस्वर्गस्यसाेपानं गावाे धन्याः सनातनाः।।____गायें परम पवित्र, परम मंगलमयी ,____स्वर्ग की साेपान, सनातन एवंम____धन्यस्वरूपा है ।गवां हि त

18

हर प्रकार की अशुभता दूर करने के लिए गाय के अचूक उपाय

4 जून 2022
1
0
0

समुद्र-मंथन से जो चौदह रत्न निकले उनमें एक कामधेनु थी। सभी गौएं कामधेनु ही की संतानें हैं। सभी कामनाओं व सुखों को देने वाली होने के कारण गाय कामधेनु कहलाती है । गाय का रोम-रोम सात्विकता और पवित्रता से

19

गोसेवा धर्म हमारा

5 जून 2022
0
0
0

1-हर व्यक्ति जन्म लेता है गो-पुत्र के रूप में-इसलिये उसका एक गोत्र होता है।2-हर व्यक्ति अपना विवाह मुहूर्त चाहता है -गो धूलि बेला में।3-हर व्यक्ति मृत्यु के बाद जाना चाहता है गोलोक धाम,हर आत्मा चाहती

---

किताब पढ़िए