paisa-paisa नाते रिश्ते इसके पीछे सबके आगे रहता पैसा खूब हंसाता खूब रूलाता सबको नाच नचाता पैसा अपने इससे दूर हो जाते दूजे इसके पास आ जाते दूर पास का खेल ये कैसा सबको नाच नचाता पैसा बना काम खु
paisa-paisa नाते रिश्ते इसके पीछे सबके आगे रहता पैसा खूब हंसाता खूब रूलाता सबको नाच नचाता पैसा अपने इससे दूर हो जाते दूजे इसके पास आ जाते दूर पास का खेल ये कैसा सबको नाच नचाता पैसा बन
दाम करे सब काम पैसा मिले घोड़ी चले पार लगावे नैया बाप बड़ा न भैया सबका प्यारा रुपैया मेला लगता उदास गर पैसा न हो पास ठन-ठन गोपाल का कौन करता विश्वास वह भला मानस कैसा जिसकी जेब में न