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रक्षाबंधन - एक अनोखा रिश्ता

भाई - बहन के रक्षा बंधन के अहसास , प्यार की कुछ रोमांचक कहानी का वर्णन किया जा रहा है । ये रिश्ता बहुत ही खास होता है ।

1 पाठक
1 अध्याय
20 अगस्त 2022
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धर्म से दूर ब्राह्मण

आज की युवा पीढ़ी अपने नियमों से दूर हो रही है , और हम इस बात को लेकर बस बाते करते है। क्या कारण है ये जाना नही चाते ,और जानते है तो भी उसके बारे में बात नही करते क्या कारण है , ये विचार इस किताब में लिखा है।

7 पाठक
1 अध्याय
11 अगस्त 2022
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हिन्दी कहानियाँ

सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला' हिन्दी साहित्य में छायावाद के प्रमुख स्तंभ माने जाते हैं। उन्होंने कई कहानियाँ, उपन्यास और निबंध भी लिखे हैं किन्तु उनकी ख्याति विशेषरुप से कविता के कारण ही है।

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17 अध्याय
25 अप्रैल 2022
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अणिमा

निराला के काव्य में बुद्धिवाद और हृदय का सुन्दर समन्वय है। छायावाद, रहस्यवाद और प्रगतिवाद तीनों क्षेत्रों में निराला का अपना विशिष्ट महत्त्वपूर्ण स्थान है। इनकी रचनाओं में राष्ट्रीय प्रेरणा का स्वर भी मुखर हुआ है। छायावादी कवि होने के कारण निराला का

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कुंवर नारायण  जी की  प्रसिद्ध  कविताएँ

कविता का उद्देश्य सौन्दर्यभाव को जागृत करना है। जिस सौन्दर्य को हम अपने आस-पास विद्यमान होते हुए भी अनुभव नहीं कर पाते उसे कविता के माध्यम से अनुभव करने लगते हैं। क्योंकि कविता श्रोता को एक सौन्दर्य बोधक दृष्टि प्रदान करती है और वे भाव - सौन्दर्य, शब

2 पाठक
89 अध्याय
25 अगस्त 2022
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मुझे अफसोस नहीं.... ☺

जो छुट गया... छुट गया.... जो हैं उसमें खुश रहो..।

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काल चक्र ( कर्म काल चक्र को तोड़े और सुखमय  जीवन जियें)

काल चक्र, मेरी नजर में एक काल चक्र ऐसा हैं जो सब से अधिक हमारे जीवन को प्रभावित करता हैं और हम में से कई लोग उसके बारे में जानते ही नहीं हैं, जो जानते हैं मानते नहीं ! जब अति हो जाती हैं तो सब करने को तैयार हो जातें हैं ! पुस्तक में मैं

8 पाठक
1 अध्याय
22 सितम्बर 2023
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अनामिका

“ 'निराला' काव्य के रूप में शक्ति के पुंज हैं, अडिग आत्म विश्वास से वे ओत-प्रोत हैं, विपरीत विचारधाराओं के तूफानी थपेड़ों के बीच चट्टान की भाँति स्थिर रहने की सामर्थ्य रखते हैं। उनकी अन्त:शक्‍ति असीम है। उसी के बल पर वे विरोधों के बीच बढ़ते जाते हैं

8 पाठक
63 अध्याय
25 अप्रैल 2022
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परिमल

सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला' की कविता 'परिमल' नामक संग्रह से ली गई है जो गंगा पुस्तक माला लखनऊ से 1929 ई. में प्रकाशित हुआ था। पुस्तक की हेडिंग के ठीक नीचे लिखा है: 'सरस कविताओं का संग्रह'।

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काव्यांशा की कवितायें

In this book,you all will find various beautiful poems and 1 article written by me..you all will definitely enjoy reading them..

4 पाठक
12 अध्याय
8 मई 2022
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भगवतीचरण वर्मा की प्रसिद्ध कहानियाँ

यह कहानी हमारे उस सामाजिक मानसिकता पर प्रकाश डालती है, जहाँ सारे रिश्ते बंधन केवल स्वार्थ और धन की डोर से बंधे हैं ।धन-संपत्ति केंद्र-बिंदु में आने पर वही रिश्ते प्रिय लगने लगते हैं और धन-संपत्ति की वजह से ही रिश्तो में दरार भी आ जाती है। यह कहानी उस

10 पाठक
29 अध्याय
10 अगस्त 2022
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अलिफ लैला

अलिफ लैला की कहानी अरब देश की एक प्रचलित लोक कथा है जो पूरी दुनिया में सदियों से सुनी व पढ़ी जाती रही है। ... इस कथा के अनुसार, बादशाह शहरयार अपनी मलिका की बेवपफाई से दुःखी होकर उसका और उसकी सभी दासियों का कत्ल कर देता है और प्रतिज्ञा करता है कि रोजा

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"उग्र बनाम मंटो"

उर्दू में सआदत हसन मंटो की बहुत सी कहानियाँ पढ़ने के बाद विचार आया कि हिंदी में भी मंटो जैसा कोई विवादस्पद लेखक है? काफी खोजबीन करने पर ज्ञात हुआ कि ऐसा लेखक तो पाण्डेय बेचन शर्मा "उग्र" ही है. उग्र की अनेक कहानियाँ और उपन्यास पढ़ने के बाद विचार आया क

2 पाठक
14 अध्याय
26 अक्टूबर 2023
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बुआ के गांव के किरदार :जोगेश्वरी सधीर

बुआ जी के घर रहते हुए जीवन के विभिन्न रूप दिखे. गांव के लोगों का निश्छल जीवन था तब और आज की तरह वो राजनीती के शिकार नहीं हुए थे.

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14 दिसम्बर 2022
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मुल्ला नसरुद्दीन

मुल्ला नसरुद्दीन के किस्सों में एक तरफ तो समूची शैली में शासकों द्वारा जनता के शोषण-उत्पीड़न और अधिकारियों की मूर्खता, लालच व बेईमानियों पर तीखे प्रहार हैं, तो दूसरी तरफ सीधे-सादे किसान, मज़दूर और आम जनता की ज़िन्दगी की कशमकश है, साथ ही निकम्मेपन,

6 पाठक
5 अध्याय
7 अप्रैल 2022
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शेखचिल्ली

एक बार मियां शेख चिल्ली अपने मित्र के साथ जंगल में लकड़ियाँ कांटने गए। एक बड़ा सा पेड़ देख कर वह दोनों दोस्त उस पर लकड़ियाँ काटने के लिए चढ़ गए। मियां शेख चिल्ली अब लकड़ियाँ काटते-काटते लगे अपनी सोच के घोड़े दौड़ने। उन्होने सोचा कि मै इस जंगल से ढेर

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बेटा हुआ है तो सौ रूपये न्यौछावर करूंगा

बात आज से इक्कीस वर्ष पूर्व की है। हमारी माता जी ने आबाज देकर हमें बुलाया कि तुम्हारी भाभी माँ को प्रसव पीड़ा हो रही है। हम और हमारा जुड़वां भाई दोनों मिल कर भाभी माँ को लेकर हास्पिटल पहुँच गयें। कुछ पल बाद ही एक स्टाफ नर्स एक शिशु को गोद में लियें त

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9 अप्रैल 2022
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गीतिका

गीतिका में संकलित अधिकांश गीतों का विषय प्रेम, यौवन और सौन्दर्य है, जिसकी अभिव्यक्ति के लिए निराला कहीं नारी को सम्बोधित करते हैं तो कहीं प्रकृति को, लेकिन आर्द्ध की चरम अवस्था में नारी और प्रकृति का भेद ही मिट जाता है और तब नारी तथा प्रकृति एकमेक हो

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महावीर प्रसाद द्विवेदी की रोचक कहानियाँ

हिन्दी साहित्य में महावीर प्रसाद द्विवेदी का मूल्यांकन तत्कालीन परिस्थितियों के सन्दर्भ में ही किया जा सकता है। वह समय हिन्दी के कलात्मक विकास का नहीं, हिन्दी के अभावों की पूर्ति का था। इन्होंने ज्ञान के विविध क्षेत्रों- इतिहास, अर्थशास्त्र, विज्ञान,

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10 अगस्त 2022
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वास्तविक - मौत के लिए दुआ (लघु कहानी)

पाठ विशेष- तंबाकू युक्त  नशे न श्यामू की जिंदगी बर्बाद कर दी। अपने पीछे पिता ,बीबी और बच्चों को रोता -विलगता छोड़ गया। एक व्यक्ति की मृत्यु नहीं होती ।अपितु साथ में पूरे परिवार की। अतः- नशा व्यक्ति को  आर्थिक, शारीरिक ,मानसिक हानि तो पहुंचाता है। साथ

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1 अध्याय
23 सितम्बर 2022
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