दोस्तों प्यार भी कितना मासूम होता हैं
इंसान को सबसे बड़ा दर्द देता है
प्यार में झूठ भी सच्चा लगता है
अपनों का साथ छुट जाता है
फिर भी महबूब अचछा लगता है
प्यार में इंसान लाखो वादे कर लेता है
यकीं नही होगा आपको ये सचाई सुनकर
लेकिन वो हीर के लिए अपना
दिल भी गिरवी रख देता है
प्यार में होती सिर्फ खुशिया
तो इस जिंदगी में धोखा कोन जानता
मिल जाती दर्द सह के भी रांझे को हीर
तो "भास्कर" जमाना उसे प्यार कैसे मानता