हमारे लिए दुर्भाग्य की बात है, कि हमने सियाचीन हिमस्खलन के कारण 10 जाबांज़ भारतीय जवानों को खो दिया। इस घटना से मन विषादमय हो गया है। 19000 फीट की ऊँचाई पर इन जवानों नें इस देश की रक्षा की खातिर स्वयं को बलिदान कर दिया। अपने पीछे वे हमपर अपने परिवार जनों की जिम्मेदारी छोड़ गए हैं, जिसे हम भलीभांति निभाएँगे।
सियाचीन गलेशियर दुनिआ का सबसे उँचा बैटल फील्ड है सियाचीन से चीन और पाकिस्तान दोनों पर नजर रखी जाती है सर्दी में यह का तापमान -50 डिग्री तक होता है साल 1984 के बाद अब तक यहाँ हमारे 8000 भाई शहीद हो चुके है !
मैं उनकी दिलेरी को सलाम करते हुए उनकी माताओं को नमन करता हूँ तथा उन्हें अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।
जय हिंद !