प्यार ऐसी पवित्र भावना है जो किसी के लिए हमारे ह्रदय में जाग उठती है प्रेम की भावना किसी जाति उम्र सामाजिक दायरे से परे है, प्यार मुकम्मल होना खुशकिस्मती है कहानी की नायिका निशा और नायक रोहित एक दूसरे के प्यार में बंधे हुए हैं और सामाजिक रुप से इस रिश्ते को विवाह के रूप में अंजाम देना चाहते हैं पर प्यार की उलझन है कि खत्म नहीं होती इन उलझनों को इस कहानी में दर्शाया गया है।
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