कॉलेज पहुचने के बाद नीरा आकांक्षी से बोली चलो हम सब क्लास रूम में चलते हैं ....
आकांक्षी ठीक है इसके बाद सभी क्लास रूम में चले जाते हैं क्लास रूम में लेक्चर लेने के बाद वे लोग कैंटीन में आ जाते हैं कैंटीन में नीरा अपने लिए समोसा ऑर्डर करती है और आकांक्षी और युवी से पूछती है तुम लोग क्या लोगे....
युवी बोला- मैं भी समोसा खाऊंगा "और आकांक्षी तुम नीरा ने पूछा ".....
आकांक्षी- मैं सैंडविच खाऊंगी सैंडविच के साथ एक औरेन्ज जूस ....
नीरा - ठीक है नीरा ऑर्डर दे देती है कुछ ही देर बाद उनकी टेबल पर ऑर्डर आ जाता है वह लोग खाना खाने लगते हैं खाना खाने के बाद " नीरा- अच्छा चलो अब हम सब लोग घर चलते हैं वैसे भी आज नोट्स बनाने हैं ज्यादा दे दिए हैं"
युवी - हां तुम ठीक कह रही हो इसके बाद वह सब लोग घर चले जाते है.....
घर पहुंचने के बाद नीरा आकांक्षी से कहती है अच्छा मैं अपने रूम में जा रही हूं अगर तुमको कुछ काम हो तो मुझे बुला लेना....
. आकांक्षी - ठीक है इसके बाद नीरा अपने रूम में चली जाती है....
युवी - मैं भी अपने रूम में जा रहा हूं यदि कुछ काम हो तो मुझे भी बुला लेना...." तुम तो जाओ तुम से मुझे कोई काम नहीं होगा समझे तुम आकांक्षी ने मुंह बनाकर कहा "....
युवी - देखते हैं तुम्हें मुझ से कैसे काम नहीं पड़ता है हर किसी को एक ना एक दिन हर व्यक्ति से काम पड़ता ही है .... "मैं भी देखती हूं आकांक्षी यह कहती है और अपने कमरे की तरफ चली जाती है "
युवी भी अपने कमरे में चला जाता है शाम के समय सभी निचे उतरकर आते है नीरा आकांक्षी से कहती है मैं खाना बनाने जा रही हूं .....
आकांक्षी- चलो मैं भी तुम्हारी हेल्प कर दूं "नहीं मैं अकेले कर लूंगी तुम आराम कर लो नीरा ने कहा और किचन में चली आई " ....
आकांक्षी आराम से सोफे पर बैठ गई युवी को पता नहीं क्या सूजा वह तेज - तेज गाना गाने लगा - '' आज कोई गीले बिस्तर पर सोयेगा आ आ ओ ओ मुझे मजा आयेगा बहुत मजा आयेगा ओ ओ" यह सुनकर आकाक्षी सोफे से उठी और युवी से बोली-सोये मेरी जुती मै अपने बिस्तर पर सोऊगी चाहे कुछ हो जाये समझे तुम....
युवी आकाक्षी को चिढ़ाकर कहता है - वो तो किसी को बिस्तर गीला करने से पहले सोचना था तब तुम्हारा दिमाग क्या आसमान की सैर करने चला गया था अब मुझे कुछ नही पता मै तुम्हारे कमरे में सोऊगा चाहे कुछ भी हो जाये मै नही मानूगां समझी तुम नकचढी कही की... "मै नकचढी तू नकचढ़ा" आकाक्षी ने कहा ..... "मै नकचढ़ा अच्छा तुम पागल बिल्ली जो हमेशा नोचने को घूमती रहती है युवी ने आकाक्षी को जवाव दिया" इधर शोर सुनकर नीरा जान गई कि यह फिर लड़मरे वह किचन से निकलकर आती है और उन दोनो से बोलती है - आज कोई अपने कमरे मे नही सोयेगा...
"तो कहा सोयेगे आकाक्षी ने पूछा "
" ऊपर छ्त पर नीरा ने जवाव दिया" .... युवी - ठीक है मुझे कोई आपती नही है ....
"मुझे भी कोई दिक्कत नही है आकाक्षी ने कहा"
"और होने भी नही चाहिए नीरा ने दोनों की तरफ देखकर कहा" इसके बाद नीरा किचन की तरफ चल दी पर फिर वह रुकी और उन दोनों से बोली- अब फिर शुरू मत हो जाना...
"दोनों ने हां मै सर हिलाया" इसके बाद नीरा किचन में चली जाती है ....
कुछ देर बाद नीरा डाइनिग टेबल पर खाना लगा देती है और उन दोनो को खाना खाने के लिए बुलाती है वह दोनों आकर कुर्सी पर बैठ जाते है नीरा उन दोनों को खाना परोसती है और फिर खुद भी खाने के लिए बैठ जाती है खाना खाने के बाद वह सभी बिस्तर लेकर छ्त पर आ जाते है खुले आसमान को देखकर आकाक्षी बोली- कितना सुंदर नजरा है न नीरा ....
नीरा आसमान को देखकर - हां तुम बिल्कुल ठीक कह रही हो आसमान में हजारो सितारे चमक रहे है मानो काली चुनर पर सफेद मोती लगे हो ....
"तुम बिल्कुल ठीक कह रही हो सच में बहुत सुदर नजारा है युवी ने कहा "
"अच्छा अब बहुत रात हो गई सो जाओ कल कॉलेज भी जाना है नीरा ने उन दोनों से कहा "
आकाक्षी - ठीक है इसके बाद सभी सो जाते हैं ....