अगली सुबह सभी नाश्ता करने के लिए डाइनिंग टेबल पर बैठे तभी आकांक्षी नैना से बोली -आज मैं अपने घर जाऊंगी कल तो किसी की वजह से जा नहीं पाई तो सोच रही हूं क्यों ना मैं अभी निकल जाऊं और रात को लौट आऊंगी .....
"पर मैंने तो कहा था कि रात में जाएंगे नीरा बोली"
'' हां तुमने कहा तो था पर मैं सोच रही हूं क्यों ना अभी हो आती हूं रात को युवी चला जाएगा इस तरह आज ही हम दोनों लोग हो आयेगे अपने-अपने लोक में आकांक्षी बोली" "तुम ठीक कह रही हो नीरा ने खाते हुए कहा "
"तो ठीक है मैं नाश्ता करने के बाद चली जाऊंगी तुम लोग कॉलेज चले जाना और जो भी काम मिले बाद में मुझे बता देना ....
युवी खाना खाते हुए बोला- जाते-जाते भी हुकुम चला रही है ....
"क्या कहा तुमने युवी से आकाक्षी ने कहा "
"कुछ नही अपने आप से बोल रहा था युवी ने बात बदल कर कहा "
"वो तो पता है कितनी तुम अपने आप से बाते कर रहे थे आकाक्षी ने मुंह बनाकर कहा"
यूवी बोलना चाहा पर नीरा ने उसे बीच में ही टोकते हुए आकांक्षी से कहा -अच्छा अब हमें कॉलेज जाने के लिए देर हो रही है हम जा रहे हैं तुम भी जाओ ....
आकांक्षी - ठीक है ....इसके बाद नीरा और युवी कॉलेज के लिए निकल जाते हैं तथा आकांक्षी अपने लोक के लिए चली जाती है कॉलेज पहुंचने के बाद नीरा की मुलाकात एना से होती है एना ने नीरा से कहा आज आकांक्षी कॉलेज नहीं आई क्या हुआ क्या उसकी तबीयत खराब है ....
नीरा - नहीं वह अपने घर गई है .... "अच्छा एना ने कहा "
इसके बाद सभी क्लास रूम में चले जाते हैं जैसे ही वह लोग रूम में बैठते हैं वैसे ही वहां पर एक नए लड़के की एंट्री होती है वह देखने में काफी स्मार्ट था उसने क्लास टीचर से अंदर आने की परमीशन मांगी क्लास टीचर ने उसे अंदर आने दिया इसके बाद वह नीरा के सामने वाली सीट पर आकर बैठ गया उसे देख कर लड़कियां का दिल मचल उठा और कुछ लड़कियां उसके पास आकर बैठ गई....
"एक लड़की ने उस लड़के से उसका नाम पूछा "
वह मुस्कुरा कर बोला मेरा नाम शौर्य है और तुम्हारा नाम क्या है उस लड़के ने उस लड़की से पूछा "टीना वह बोली "
" नाइस नेम शौर्य ने कहा "
"यह कितना स्मार्ट है ना नीरा एना ने नीरा की तरफ देखकर कहा "
"क्यों तेरा क्या दिल आ गया है इस पर नीरा ने एना की टांग खीचतें हुए कहा ''
"तू भी कुछ भी बोलती रहती है एना ने नीरा से कहा"
इसके बाद सब लेक्चर पर ध्यान देने लगे क्लासरूम खत्म होते ही नीरा ने युवी से कहा - घर चले या तुम कुछ खाओगे ....
"नही घर चलते है अगर आकाक्षी होती तो मजा आता पर वो तो है नही युवी ने कहा "
"ठीक है तो घर चलते है नीरा ने युवी से कहा "और इसके बाद एना, नीरा और युवी घर के लिए निकल जाते है ....
घर पहुंचने के बाद नीरा ने युवी से कहा - चाहो तो तुम भी अपने लोक हो आओ तुम्हे यहां अकेले अच्छा नहीं लग रहा होगा....
" ठीक कह रही हो तुम युवी के मुंह से अचानक निकल गया फिर उसने नीरा की तरफ पलट के देखा और कहा मतलब नीरा नहीं मैं शाम को चला जाऊंगा जब आकांक्षी लौट आएगी क्योंकि तुम अकेली रह जाओगी और फिर तुम्हें अच्छा नहीं लगेगा इसलिए मैं रात में चला जाऊंगा"
'' ठीक है जैसी तुम्हारी इच्छा नीरा ने मुस्कुरा कर कहा "इसके बाद नीरा अपने रूम में चली जाती है युवी भी अपने रूम में चला जाता है ....
युवी को आज अकेले अच्छा नहीं लग रहा था क्योंकि जब तक वह आकांक्षी से एक दो बार लड़ नहीं लेता था तब तक उसे चैन नहीं आता था पर आज जब आकांक्षी नहीं है तो उसे यह घर खाने को दौड़ रहा है पर वह कर भी क्या सकता था बेचारा अपने आप को समझा रहाऔर दिल को बहलाने के लिए अपनी नोट्स बनाने लगा .....
शाम हुई युवी की दिल की धड़कन तेज होने लगी क्योंकि आकांक्षी ने रात में लौटने को कहा था और रात होने में अब कुछ ही देर थी युवी हॉल में आकर इधर-उधर टहलने लगा .... नीरा ने जब युवी को ऐसे टहलते हुए देखा तो वह यूवी से बोली क्या हुआ तुम इस तरह क्यों टहल रहे हो कोई बात है क्या कुछ हो गया....
"नहीं कुछ भी नही हुआ बस ऐसे ही टहल रहा हूं युवी ने कहा "
" अच्छा मैं खाना बनाने जा रही हूं नीरा ने कहा "
''ठीक है इसके बाद युवी सोफे पर बैठ गया और टीवी देखने लगता है पर उसका पूरा ध्यान आकांक्षी पर था कि आकांक्षी कब आएगी और वह घड़ी को देख रहा था 1 घंटे बाद नीरा ने डाइनिंग टेबल पर युवी को बुलाया युवी डाइनिंग टेबल पर आकर खड़ा हो गया और नीरा से कहा - अभी तक आकांक्षी नहीं आई है .....
''आ जाएगी वह अपने घर गई है तो थोड़ा तो टाइम लगेगा तुम खाना खा लो नीरा ने कहा "
युवी कुर्सी पर आकर बैठ गया और खाना खाने लगा पर वह बार-बार उसी जगह को देख रहा था जहां पर आकांक्षी बैठती थी उसे आकांक्षी की याद आ रही थी और वह ना चाहते हुए भी नीरा को यह सब बता नहीं सकता था पर नीरा समझ रही थी....
कि आज युवी को आकांक्षी के बिना अच्छा नहीं लग रहा है इसके बाद नीरा भी खाना खाने लगती है खाना खाने के बाद नीरा यूवी से बोली तुम भी अपनी लोक चले जाओ आकांक्षी थोड़ी बहुत देर में आ ही जाएगी तुमको यहां पर अच्छा नहीं लग रहा होगा तुम मेरी चिंता मत करो मैं यहां पर बिल्कुल ठीक हूं यदि कोई मुसीबत आई तो मैं उससे निपट लूगी .... "पर मैं तुम्हें अकेले छोड़कर नहीं जा सकता हूं जब तक आकांक्षी ना आ जाए युवी ने कहा "
"तुम उसकी चिंता मत करो वह थोड़ी देर में आती ही होगी नीरा ने कहा " तब तक आकांक्षी आ जाती है आकांक्षी को देख कर युवी अंदर ही अंदर बहुत खुश होता है उसे समझ में नहीं आ रहा होता है कि वह क्या करें पर ऊपरी दिखावे के लिए वह अपनी खुशी को छुपा लेता है और नॉर्मल होकर आकांक्षी से कहता है आ गई तुम....
" हां आ गई आकाक्षी ने कहा "
"और सब कैसा था सब ठीक-ठाक था नीरा ने आकाक्षी से पूछा"
''हां सब ठीक है आकाक्षी ने नीरा की तरफ देखकर कहा "
नीरा ने युवी से कहा -अच्छा अब आकांक्षी आ गई अब तुम अपने लोक चले जाओ....