तेज बारिश का मौसम आंधी तूफान तेज रफ्तार से पूरी प्रकृति को नष्ट करने की होड में लगता है आज कुछ भयानक घटित होने वाला है तभी तेज खन की आवाज गूंजती है जैसे दो तलवारे आपस में टकरा रही हो तभी एक लड़की सफेद गाउन में तथा उसके हाथ में बर्फ की तलवार और उसके सामने दो युवक जिनके हाथों में भी तलवार थी वो आपस में लड़ रहे थे ......
वह लड़की चिल्ला कर कह रही थी जब तक मैं हूं तुम क्या तुम्हारा कोई आदमी इस पृथ्वी को कोई हानि नहीं पहुंचा सकता है और उन दोनों पर बर्फ से हमला करती है जिससे वह बर्फ के बन जाते हैं .....
यह और कोईं नही यह आइसलैड की रानी की बेटी और होने बाली रानी नीरा थी सब कुछ शांत हो गया इसके बाद वह अपनी शक्तियों से आइसलैंड लौट गई.....
कुछ समय पश्चात कॉलेज के एग्जाम होने वाले हैं नीरा एग्जाम की तैयारी कर रही है क्योंकि नीरा पृथ्वी की सुरक्षा के लिए एक साधारण मनुष्य की तरह पृथ्वी पर ही रहती है एग्जाम शुरू होने में बस दो ही दिन है सभी कॉलेज के लड़के लड़कियां तैयारियों में जुटे हुए थे .....
तभी अचानक कॉलेज के आसपास गोलाबारी होने लगती है सभी घबरा जाते हैं नीरा की भी कुछ समझ में नहीं आ रहा होता है यह सब क्या हो रहा है और कौन कर रहा है वह भेष बदल कर बाहर अपने असली रुप में आ जाती है और अपने आसपास बर्फ की चादर से अपने आप को ढक लेती है जिससे कोई उसे पहचान न सके न हीं देख सके....
वह देखती हैं कि कुछ व्यक्ति जो काफी हटे-कट्टे हैं अपने साथ कुछ औजार लिए हैं जिनसे वह गोलाबारी कर रहे हैं जो नीरा उनको रोकती है और कहती है तुम कौन हो और इस तरह गोलाबारी क्यों कर रहे हो ....
उनमें से एक व्यक्ति बोला- हमारे आका ने हमें हुकुम दिया है कि पृथ्वी को नष्ट कर दो और ज्यादा से ज्यादा लोगों को मारो .....
नीरा - क्यों ...
वह बोला - क्योंकि इससे हम लोगों पर अपना कब्जा कर सकेंगे और पृथ्वी पर राज्य कर सकेगे....
नीरा - कौन है तुम्हारे सरदार क्या नाम है उसका...
वह व्यक्ति बोला-मेरा सरदार सरदारों के सरदार है और उनका नाम औरासुर है वह बहुत शक्तिशाली हैं
नीरा - तुम यह सब करना बंद करो वरना मुझसे बुरा कोई नहीं होगा ....
वह बोला - तुम कौन हो और हमें क्यों रोक रही हो क्या तुम्हें अपनी जान प्यारी नहीं है
नीरा - मैं इस पृथ्वी की रक्षक तथा आइसलैंड की रानी नीरा हूं और मेरे होते हुए तुम इसे कुछ नुकसान नहीं पहुंचा सकते हो और यह कहकर वह उन पर हमला कर देती हैं वह लोग आग के गोले बरसाते हैं पर नीरा बर्फ के गोले से उनको शांत कर देते हैं काफी देर तक उन लोगों में लड़ाई होती रहती है नीरा सभी को मार देती है उनमें से एक भागने में सफल हो जाता है ......
और भागकर एक सुनसान पहाड़ी पर पहुंचता है वह पहाड़ी सुनसान तथा डरावनी रास्तों से भरी है उसी पहाड़ी में एक खंडहर है और उसी में रहता है ओरासुर .....
वह औरासुर के पास पहुंचकर कहता है महाराज की जय हो ....
औरासुर - क्या हुआ अकेले कैसे और लोग कहां हैं
वह बोला - मैं अपनी जान बचा कर आया हूं और उसके बाद वह औरासुर को सारी बात बताता है ...
औरासुर यह सुनकर एक शैतानी मुस्कुराहट के साथ बोला यह तो बहुत अच्छा है अब मजा आएगा अब मैं उस ऑइसलैड की रानी को हराकर उसे अपनी रानी बनाऊगा और यह कहकर वह उससे कहता है - तुम उस पर नजर रखो वह कहां जाती है क्या करती है मुझे पल-पल की खबर चाहिए .....
वह बोला - जो आज्ञा हुकूम और यह कहकर वह चला जाता है उसके जाने के बाद औरासुर अपने मन में कहता है अब मजा आएगा खेलने में .....
इधर नीरा एग्जाम में लगी हुई है आखिरकार एग्जाम का दिन आ गया नीरा एग्जाम देने जाती है धीरे-धीरे एग्जाम खत्म हो जाते हैं एग्जाम खत्म होने के बाद वह उसी शहर में एक घर में शिफ्ट हो जाती है नीरा के पास में ही एक घर है उसमें एक लड़की तथा उसके मम्मी पापा रहते हैं उस लड़की का नाम एना है ....
एना जल्द ही नीरा के साथ घुल मिल गई है उसके साथ हमेशा रहती है और वह उसकी बहुत अच्छी दोस्त बन गई है नीरा भी उसे अपना दोस्त मानने लगी है....
एक दिन वह दोनों मार्केट जाती हैं मार्केट करने के बाद वह लौट रही होती हैं तभी कुछ लोग चिल्लाते और भागते हुए आते हैं और कह रहे होते हैं कि वहा एक आकाशीय बिजली तड़पा कर इधर-उधर गिर रही है....
नीरा - तुम यही रहना मैं अभी आती हूं
एना - तुम कहां जा रही हो तुमने सुना नहीं उधर आकाश से बिजली गिर रही है ....
नीरा - तुम मेरी फिक्र मत करो बस तुम अपना ध्यान रखना मैं अभी आती हूं...
और नीरा उधर ही चली जाती है जहां आकाशीय बिजली गिर रही होती है नीरा अपने असली रूप में आ जाती है और आकाशीय बिजली को रोकते हुए कहती है- तुम कौन हो और यह तबाई किस लिए मचा रही हो ....
वह आकाशीय बिजली बोली - मैं आकांक्षी हूं मैं बिजली की रानी हूं....
नीरा - तो तुम पृथ्वी पर यह तबाई क्यों मचा रही हो
आकांक्षी - इसलिए क्योंकि मैं इन प्रथ्वी वासियों से नफरत करती हूं ...
नीरा - पर किसलिए तुम इंसान से नफरत करती हो...
आकाक्षी - क्योकि इंसान मतलबी होते हैं और लालची भी इन्ही इंसानों के ऊपर भरोसा करके मैंने अपने भाई को खो दिया इसीलिए मुझे इन लोगों से नफरत है मै पूरी पृथ्वी से इंसान को खत्म कर दूंगी....
नीरा - तुम बदले की आग में जल रही हो इसीलिए ऐसी बात कर रही हो मैंने माना कि इंसान मतलबी होते हैं पर हर इंसान मतलबी नहीं होता है तुम शांत दिमाग से काम लो.....
आकांक्षी - तुम कौन हो और मुझे क्यों रोक रही हो...
नीरा - मैं आइसलैंड की महारानी नीरा हूं और इस पृथ्वी की रक्षक क्योंकि ईश्वर ने हमें चुना है पृथ्वी की रक्षा करने के लिए ना कि इसके विनाश करने के लिए ....
आकांक्षी - तुम्हें क्या पता अपनों को खोने का तुमने कभी धोखा नहीं खाया इसीलिए तुम ऐसी बातें कर रही हो मुझसे पूछो मैंने अपने भाई को खो दिया एक वही था जो मेरा सहारा था पर इन इंसानों ने मेरा सहारा ही छीन लिया मैं इन्हे कभी माफ नहीं कर सकती .....
नीरा - तो सावधान क्योंकि इन्हें मारने से पहले तुम्हें मेरा सामना करना होगा ...
आकांक्षी - तो ठीक है और यह कहकर आकाक्षी नीरा पर हमला करती है नीरा हमला से बचाती है और पलटवार करते हुए आकांक्षी को करारा जवाब देती है पर आकांक्षी आकाशीय बिजली है वह पल में कहीं इधर कहीं उधर होकर नीरा पर हमला कर रही थी नीरा समझ चुकी थी कि टक्कर बराबर की है उसने आकांक्षी पर बर्फ से बाहर पहार किया जिससे आकांक्षी वर्फ मे जम गई पर बिजली होने की वजह से उसे वह उसे थोड़ी ही देर में तोड़ देती है जिसे देखकर नीरा दंग रह गई और तभी आकाक्षी ने नीरा पर बिजली से हमला किया पर उसके हमले को किसी ने बीच में ही रोक दिया यह देखकर वह हैरान हो गई और कहा कि मेरा वार किसने रोका .....
तभी आकाशवाणी हुई यह आकाशवाणी ईश्वर की थी वह बोले - मैंने तुम लोगों को पृथ्वी की रक्षा करने के लिए बनाया है ना कि आपस में लड़ने के लिए ...
आकांक्षी - मैं तो अपने भाई का बदला ले रही थी पर यही बीच में आ गई और मुझसे लड़ने लगी...
ईश्वर - तुम्हारा भाई मेरी मर्जी से पृथ्वी से गया है तुम यह क्यों भूल गई जो कुछ भी होता है मेरी मर्जी से ही होता है फर्क बस इतना है कि उसकी मृत्यु का कारण है इसान बना पर तुमने तो उसे मार दिया था तो फिर क्यों पूरी मानव जाति को नष्ट करना चाहती हो मैंने तुम्हें पृथ्वी तथा मनुष्यों की रक्षा के लिए बनाया है ना कि उसके विनाश के लिए ....
आकांक्षी को अपने किए पर पछतावा होता है वह जान जाती है कि वह अपनी शक्तियों का दुरुपयोग कर रही थी वह ईश्वर से क्षमा मांगती है और कहती है मुझे माफ कर दो मैं बदले की भावना में आकर बहुत जनहानि की है आप मुझे जो दंड देना चाहते हैं वो दे सकते है मैं आपके समक्ष हूं..
ईश्वर - तुमने अपनी भूल मानी बस यही तुम्हारा दंड है अब से तुम नीरा के साथ मिलकर इस पृथ्वी की रक्षा करोगी और जो इसे हानि पहुंचाने की चेष्टा करेगा तुम उसे दडित करोगी...
आकांक्षी - जैसी आपकी आज्ञा ईश्वर इसके बाद वह नीरा से कहते हैं इस पृथ्वी पर बहुत बड़ा संकट आने वाला है तुम लोगों को मिलकर उसे सामना करना होगा ....
नीरा - जी हम हर मुसीबत से पृथ्वी को बचाएंगे इसके बाद वह आकाशवाणी बंद हो जाती हैं ...
आकाक्षी नीरा से कहती है मुझे माफ कर दो मैंने आवेश में आकर तुम पर हमला कर दिया
नीरा - कोई बात नहीं वैसे तुम रहोगी कहां पर
आकांक्षी - आसमान में , मै आसमान में रहती हूं जब भी तुम्हें मेरी जरूरत हो तो तुम मुझे आवाज लगा देना मैं आ जाऊंगी ...
नीरा- ठीक है ...
आकाक्षी - अच्छा अब मैं चलती हूं और यह कहकर वह चली जाती है आकाक्षी के जाने के बाद नीरा मनुष्य रूप में आ जाती है और सामान्य हो जाती है ....
एना को पता लग जाता है कि नीरा कोई साधारण लड़की नहीं है नीरा एना के पास जाती है तो एना उससे पूछती है - तुम कौन हो तुम साधारण इंसान नहीं हो .....
नीरा - हां मैं साधारण इंसान नहीं हूं तुम पहले घर चलो सब बताती हूं वह दोनों घर पर आ जाते हैं नीरा के घर पर आने के बाद वह एना को बताती हूं कि मै आइसलैड कि रानी हूं और इस पृथ्वी को बचाने के लिए रूप बदल कर यहां पर रहती हूं पर यह बात तुम किसी को बताना नहीं , नहीं तो हम सब मुसीबत में पड़ जाएंगे मैं तुम्हें अपना सच्चा दोस्त मानती हूं इसीलिए तुम्हें अपनी सच्चाई बताई तुम मेरा भरोसा मत तोड़ना.....
एना - नहीं मैं तुम्हारा भरोसा कभी नहीं तोडूगी तुम मुझ पर विश्वास रखो इसके बाद एना अपने घर चली जाती हैं।