नीरा - अच्छा वैसे खीर देखने में बहुत अच्छी लग रही है और यह कहकर वह एक चम्मच से खीर खाती हैं एक चम्मच खीर खाकर वह एना से कहती हैं खीर तो बहुत अच्छी है आंटी के हाथों में जादू है और यह कहकर वह पूरी खीर खा लेती हैं इसके बाद वह दोनों बातें करने लगते हैं धीरे-धीरे शाम हो जाती है ...
एना नीरा से कहती है- अच्छा अब मैं चलती हूं...
नीरा - ठीक है ...
इसके बाद एना अपने घर चली जाती है एना के घर जाने के बाद नीरा सो जाती है ....
अगली सुबह जब नीरा उठती है और रोज की तरह अपने काम में लग जाती हैं नीरा अपने कामों से फ्री होकर सोचती है क्यों ना आकांक्षी को बुलाकर औरासुर के बारे में सोच लेना चाहिए क्योंकि वह चुप बैठने वालों में से नहीं है वह चुप नहीं बैठेगा ....
उधर बिजली से प्रहार होने से औरासुर थोड़ा घायल हो गया है इसीलिए पलटवार नहीं किया औरासुर ने अपने सेवकों को आदेश दिया कि पता करो यह दूसरा कौन है जो उस आइसलैड की क्वीन की मदद कर रहा है....
सेवक - ठीक है और वह उसी की तलाश में चला जाता है .....
नीरा आराम से अपने कमरे में बैठी हुई यही सोच रही थी कि अब आगे क्या करना चाहिए और यही सोचकर उसने आकांक्षी को आवाज लगाई आवाज लगाते ही आकांक्षी आ गई ....
आकांक्षी - क्या हुआ कोई मुसीबत आ गई...
नीरा - नहीं नई मुसीबत तो नहीं आई पर मैंने तुम्हें औरासुर के बारे में विचार विमर्श करने के लिए बुलाया है...
आकांक्षी - .कैसा विचार-विमर्श मैं कुछ समझी नहीं .. .
नीरा - यह मान कर चलो कि वह चुप बैठने वालों में से नहीं है वह दोबारा हमला जरूर करेगा और हमें उसे करारा जवाब देना होगा वैसे भी मैं उसके सामने कमजोर पड़ जाती हूं ....
तभी पीछे से आवाज आई अब नहीं पडोगी ....
नीरा तथा आकांक्षी पीछे मुड़कर देखते हैं तो एक नौजवान जो काफी हटा कटा था वह खड़ा हुआ है ....
नीरा - तुम कौन हो और तुम्हारे कहने का क्या मतलब....
वह बोला- मै वायु का राजा वायुसेन हूं मुझे ईश्वर ने तुम लोगो की मदद करने के लिए भेजा है क्योंकि प्रथ्वी पर बहुत बड़ा सकंट आने वाला है ....
आकाक्षी - आने वाला नही बल्कि आ गया है और उस सकंट का नाम औरासुर है ...
नीरा- धन्यवाद हमारा साथ देने के लिए ..
वायुसेन-धन्यवाद कैसा यह तो मेरा फर्ज है वैसे भी हमे प्रथ्वी की रक्षा के लिए बनाया है और हम मिलकर हर मुसीबत का सामना करेगे .....
नीरा - हां जरूर हम उसी विषय पर बात कर रहे थे कि औरासुर को कैसे हराया जाये क्योकि वह बहुत शक्तिशाली है और मेरी शक्तियां उसके सामने कमजोर पड़ जाती हैं...
वायुसेन - अच्छा पर उसे यह पता नहीं कि अब उसका सामना मुझसे होगा मुझ में बहुत सारी खूबी है मैं बादलों का मार्ग बदलकर अंगारों की वर्षा करवा सकता हूं तथा और भी बहुत कुछ कर सकता हूं...
आकांक्षी - अगर अपनी तारीफ हो गई हो तो कुछ काम की बातें कर ली जाए....
वायुसेन- हां हा जरूर क्यों नहीं वैसे भी मैं अपनी तारीफ नहीं बल्कि खूबियां बता रहा था वैसे मेरा तो तुम लोगों ने नाम पता सब पूछ लिया अपना तो बताओ .....
आकांक्षी - क्यों तुम्हें तो यहां ईश्वर ने भेजा है उन्होंने नहीं बताया ....
नीरा - आकांक्षी कैसी बाते करती हो तुम भी न।मेरा नाम नीरा और मैं आइसलैंड की रानी हूं और यह बिजली की रानी आकांक्षी है ....
वायुसेन-तभी इतनी झटकेदार बातें कर रही हैं ...
आकाक्षी - बाते नही झटका भी दे लेती हूं ...
नीरा - अच्छा अब आपस में लड़ना झगड़ना बंद हो गया हो तो काम की बातें कर ली जाए...
वायुसेन- जरूर....
नीरा - तो मै यह सोच रही कि अगर इस बार औरासुर पृथ्वी तथा आइसलैंड पर हमला करेगा तो मैं और बिजली यानी आकांक्षी एक साथ होकर उसे लड़ेंगे और तुम उनके असुरो से लड़ना .....
आकांक्षी - यह तुम ठीक कह रही हो अगर हम मिलकर लड़ेंगे तो उस पर भारी पड़ेंगे और यह है यहां पर रहकर उनके चेलों को संभालेगा .....
वायुसेन- ठीक है जैसा आप लोगों को उचित लगे....
नीरा- अच्छा तो यह नीति हमने तय की ...
आकांक्षी - ठीक है तो अब की बार हमला होगा तब मुलाकात होगी अच्छा तो मैं चलती हूं...
वायुसेन- कहां पर जा रही हो ...
आकाक्षी- अपने घर आकाश में ...
वायुसेन- तुम आकाश में रहती हो ....
आकांक्षी - तो तुम कहां रहते हो और तुम्हें क्या मतलब मैं कहीं भी रहूं...
वायुसेन - मुझे कुछ नहीं मतलब बस ईश्वर ने कहा था कि सभी साथ रहना इसीलिए पूछ रहा हूं मैं तो यही मीरा के साथ रहूंगा .....
नीरा - अच्छा ऐसा है तो आकाक्षी तुम्हें भी यही रहना होगा...
आकांक्षी- ठीक है मैं शाम तक आ जाऊंगी ... ..
नीरा - ठीक है और यह कहकर आकाक्षी चली जाती है
आकांक्षी के जाने के बाद वायुसेन नीरा से कहता है - आपको कोई दिक्कत तो नहीं होगी अगर मैं यहां रहूं....
नीरा - नहीं वैसे भी ईश्वर की आज्ञा का तो हमें पालन करना होगा तुम्हारा कमरा ऊपर दो कमरे छोड़कर है ....
वायुसेन- ठीक है तो मैं चेंज करके आता हूं क्योंकि पृथ्वी पर इस तरह से तो नहीं रह सकता ना....
नीरा - हां ठीक है तुम चेंज कर आओ तब तक मैं खाने की तैयारी करती हूं ...
वायुसेन - ठीक है और यह कहकर वह अपने कमरे में चला जाता है इधर तब तक एना आ जाती है एना को देखकर नीरा - आज पूरे दिन कहां थी तुम दिखाई नहीं दी ....
एना - कहीं नहीं बस थोड़ी सी तबीयत खराब थी तो आराम कर रही थी कल खीर ज्यादा खा ली इसी वजह से.....
. नीरा - हां वैसे खीर अच्छी बनी थी मैं भी खा कर सो गई बहुत अच्छी नींद आई ...
यह लोग बातें कर ही रहे थे तब तो वायुसेन उतरकर आ जाता है एना को देखकर - यह कौन है नीरा .....
नीरा - यह एना है मेरी पड़ोस में रहती है और मेरी बहुत अच्छी दोस्त है ....
वायुसेन- हेलो ...
एना - हेलो आप ने तो मेरा नाम जान लिया और आपका नाम ....
वायुसेन- वायुसेन ...यह नाम सुनकर एना हसने लगती है यह कैसा नाम है यह बहुत पुराना तथा बड़ा अजीब है...
नीरा - हंसो मत किसी के नाम की हंसी नहीं उड़ाते हैं ... एना हंसते हुए सॉरी ....
वायुसेन- नहीं तुमने तो अच्छा काम किया तुमने ठीक कहा यह बहुत पुराना नाम है मैं अपना नाम दूसरा रखता हूं....
एना- मै बताऊ ...
वायुसेन-बताओ ...
एना -युवी, युवी कैसा नाम है ....
नीरा- युवी नाम काफी अच्छा है ...
वायुसेन - तो ठीक है आज से मेरा दूसरा नाम युवी है और इसके बाद सभी लोग हंसने लगते हैं।