एना के घर जाने के बाद नीरा सोचती है क्यों ना मैं आइसलैंड पर घुम आऊं और यही सोचकर वह आइसलैंड पहुंचाती है ..... आइसलैंड पहुंचकर नीरा को पता लगता है कि आइसलैड पर असुरों का हमला हुआ था नीरा समझ जाती है कि ईश्वर उसे इसी के लिए चैता रहे थे वह आइसलैंड वासियों से कहती हैं - आप फिकर मत करें जब तक मैं हूं आपका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता तथा जिन्होंने यह काम किया है उन्हें उचित दंड मिलेगा आप सब लोग बेफिक्र रहें.....
इसके बाद नीरा पृथ्वी पर लौट आती है पृथ्वी पर आने के बाद वह उन असुरो का पता लगाती है कि वह कौन है और क्या चाहते हैं पर बहुत कोशिश करने पर भी नीरा के हाथ कुछ नहीं लगता .....
एक दिन नीरा अपने कमरे में बैठी हुई थी तभी दो राक्षस उसके कमरे में अपनी शक्तियों के साथ आते हैं नीरा उनको देखकर समझ जाती है कि यह वही है जिन्होंने आइसलैंड पर हमला किया .... नीरा उनसे पूछती है कि तुम कौन हो और इस तरह मेरे कमरे में आने का कारण ...
उनमें से एक राक्षस बोला - हम ओरासुर के सेवक हैं उनका आदेश है कि तुम अपनी मर्जी से उनसे विवाह कर लो नहीं तो.....
नीरा - नहीं तो क्या वह क्या कर लेगा क्या उसे पता नहीं मैं कौन हूं और अगर पता होकर भी उसने यह चेष्टा की है तो क्या उसे अपनी जान प्यारी नहीं ....
राक्षस - हमें लगता है कि तुम्हें अपनी जान प्यारी नहीं है और ना ही आइसलैड वासियों की तभी तुम्हें ऐसी बातें कर रही हो अगर कल तक तुमने हामी नहीं भरी तो यह प्रथ्वी तथा आइसलैड दोनों भुगतेगा ....
नीरा - देखते हैं कौन भुगतता है और यह कहकर वह उन दोनों पर बर्फ से पहार करती है जैसे वह लोग बर्फ के बन जाते हैं इसके बाद वह उन दोनों को अपनी शक्तियों से औरासुर के पास फेंक देती है और चेतावनी दी है कि अगर तुमने कोई भी गलती की या कोई गलत कदम उठाया है जिससे प्रथ्वी तथा आइसलैड को कुछ भी हुआ तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा मैं तुम्हें जिंदा नहीं छोडूंगी....
औरासुर गुस्से में बोलता है उसकी इतनी हिम्मत उसे पता नहीं मै असुरो का असुर हूं मैं राजाओं का राजा हूं मुझसे सभी डरते हैं और वह मुझे चेतावनी दे रही है अब मैं उसे सबक सिखाऊंगा...
अगली सुबह जब नीरा सोकर उठती है तो वह देती है कि बाहर अफरा-तफरी मची है वह समझ जाती है कि यह काम औरासुर का है वह आसमान में मुंह करके आकांक्षी को बुलाती है आकांक्षी एक ही आवाज में आ जाती है....
नीरा आकांक्षी से कहती है तुम पृथ्वीलोक को देखो मैं आइसलैड जाती हूं वहां पर असुरों ने हमला किया है .... आकांक्षी- जी आप ध्यान से जाइए और अपना ध्यान रखना ....
नीरा - तुम भी अपना ध्यान रखना और यह कहकर नीरा आइसलैंड की तरफ चली जाती है .....
आकांक्षी पृथ्वी पर असुरों को संभालती है वह आकाशीय बिजली होने की वजह से आराम से असुरों को मार रही थी.....
उधर नीरा आइसलैंड पहुंची वहां पहुंचकर उसने देखा कि औरासुर आइसलैड पर तबाई मचा रहा था नीरा ने गुस्से भरे अंदाज में औरासुर को रोकते हुए कहा - ठहर जाओ तुम यह अच्छा नहीं कर रहे हो तुम्हारे चेलों को मैंने मना किया था पर फिर भी तुम माने नहीं .....
औरासुर ने जब नीरा की तरफ देखा तो वह उसे देखता ही रह गया उसे नीरा अंतर मन तक उसे भा गई और वह नीरा से बोला- एक बार मैं जिस चीज को अपनी बनाने की ठान लू तो उसे अपना बनाकर रहता हूं और तुम तो पूरी की पूरी विश्वसुन्दरी हो तुम्हें तो किसी भी कीमत पर अपना बना कर रहूंगा....
नीरा - यह तुम्हारी भूल है कि तुम मुझे अपना बना लोगे और यह कहकर नीरा औरासुर पर हमला कर देती है और औरासुर नीरा पर हमला करता है औरासुर ज्यादा शक्तिशाली होता है नीरा अपने आप को उसके सामने कमजोर महसूस करने लगती है आज उसने समझा कि वह उससे हार जाएगी तभी औरासुर को एक जोर का झटका लगता है जिससे वह आइसलैंड से बाहर जाकर गिरता है.....
यह देखकर नीरा चौक जाती है और सोचती है यह किसने किया तभी आकांक्षी वहां आ जाती है नीरा आकांक्षी को देखकर ओह अच्छा तुम, तुमने किया यह तुम तो बहुत पावरफुल हो ....
आकांक्षी - आखिरकार बिजली की रानी हूं मै आराम से किसी को भी झटका दे सकती हूं....
नीरा - धन्यवाद और पृथ्वी पर ....
आकांक्षी - पृथ्वी पूरी तरह सुरक्षित है मैंने वहां पर सारे असुर मार दिए हैं अब मैं समझी ईश्वर इसी मुसीबत की बात कर रहे थे हमें इसे से सावधान रहना होगा क्योंकि मैंने इसे झटका दिया तो मुझे भी झटका लगा यह बहुत शक्तिशाली है....
नीरा - हां औरासुर असुरों का राजा है यह बहुत शक्तिशाली है मैं तो उसके सामने कमजोर पड़ गई थी पर तुमने सही समय पर आकर मुझे बचा लिया धन्यवाद मेरी जान बचाने के लिए ....
आकांक्षी - कोई बात नहीं वैसे भी हमें पृथ्वी को मिलकर बचाना है...
. नीरा - हां वह तो तुम ठीक कह रही हो और दोनों हंसने लगती हैं ....
नीरा आंकाक्षी से कहती है -अच्छा तो अब हमें चलना चाहिए ...
आकांक्षी - ठीक है मैं भी आकाश में जा रही हूं और नीरा पृथ्वी पर ....
पृथ्वी पर आने के बाद वह अपने घर जाती है तो वहां पर पहले से ही एना होती है एना नीरा को देखकर उससे कहती है तुम ठीक हो ....
नीरा - हां मैं ठीक हूं...
एना - मैंने देखा कि कैसे पृथ्वी पर उन असुरों ने तबाही मचाई पर एक आकाशीय बिजली ने उन असुरों को मारा वह कौन थी तुम जानती हो उसे.....
नीरा - वह आकांक्षी है वह आकाशीय बिजली की रानी और हमारी दोस्त है ...
एना - अच्छा ,अच्छा चलो लड़ाई झगड़ा तो बहुत हो गया अब कुछ खा भी लो और यह कहकर वह नीरा के लिए खीर लेकर आती हैं.. ..
नीरा खीर को देखकर बोली- वाह तुमने बनाई है....
एना - नही मम्मी ने....