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"मूक नायक"

21 सितम्बर 2021

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    "सदियाँ दर सदियाँ बीत गयीं,
       हमारी हालत बद से बदतर हो गयी;
   
       कहने को तो सरकार हमारी है,
       लेकिन यह बात बस फाइलों में जारी है;

       हमारे भले को नित नए नियम बनते हैं,
       लेकिन वो धरातल पर कम ही दिखते हैं;
   
       हम विकास के मूक नायक कहे जाते हैं;
       उद्योग धंधे हमारे दम पर फलते-फूलते हैं;

       भवनों की गगनचुंबी हम ही बनाते हैं;
       खेती किसानी में हमारे ही पसीने बहते हैं;
  
       हर बड़े कार्य की नींव हम ही होते हैं;
       हर छोटे कार्यों की जरूरत भी होते हैं;
      
       लेकिन यह भी है कि.......

       हम ही सबसे ज्यादा परेशानी सहते हैं;
       हर ओर से दुत्कारे जाते हैं;

       पाई-पाई को मोहताज रहते हैं;
       खुले आसमां के नीचे रात बिताते हैं;

       अक्सर भूखे पेट सो जाते हैं;
       हर ओर से लाचार रहते हैं;

       लेकिन फिर भी मुस्कुराते हैं......
       खुद तप कर देश व समाज को कुंदन बनाते हैं;

       हम मजदूर हैं साहब.....
       जो विकास के मूक नायक कहे जाते हैं!!🇮🇳
Pragya pandey

Pragya pandey

Bahut khub 👌👌

21 सितम्बर 2021

Anjani Tiwari

Anjani Tiwari

21 सितम्बर 2021

Dhanyawad.😊🙏

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