सन्दर्भ:- सन्दर्भ:-इस पुस्तक में पाँच सस्पेंस थ्रिलर एवं हॉरर विधा की कहानियाँ सम्मलित हैं। कहानियां विशुद्ध मनोरंजन की दृष्टि से लिखी गयी मौलिक कहानियां हैं एवं किसी भी जीवित अथवा मृत व्यक्ति एवं घटना से इनका कोई सम्बंध नहीं है। प्रस्तावना:- भूत, प्रेत, आत्मा एवं पारलौकिक शक्तियों के बारे में जानने के लिए मानव मन में हमेशा ही जिज्ञासा रही है, वह हमेशा सोचता है कि क्या यह सच में होते हैं अथवा केवल एक मिथक है। अगर कहीं भी भूत-प्रेत का जिक्र आता है तो हमारे मन में दो तरह के भाव आते हैं, पहला:-भय, एवं दूसरा:- क्या भूत सच में होते हैं। इस विषय पर समय-समय पर अनेको लोग शोध भी करते है और कई देशों की सरकारें कुछ स्थानों को बंद करके इस बात की पुष्टि भी करती हैं कि कुछ तो है, कोई अदृश्य पारलौकिक शक्ति, या शायद भूत-प्रेत है। यहाँ मैं किसी शोध अथवा किसी विचार का समर्थन नहीं करता हूँ अपितु आपके मनोरंजन के लिए लाया हूँ कुछ अनसुनी कल्पना कथाएँ एवं कुछ सत्य कथाओं पर आधारित कहानियां, अब मेरे प्रिय पाठकों को तय करना है कि उन्हें कौन सी कहानियाँ सत्य लगीं एवं कौन सी मेरी परिकल्पना मात्र। एवं मैं अपने उद्देश्य अर्थात उनके मनोरंजन में कितना सफल हुआ। यदि किसी पाठक के पास कोई सत्य घटना हो जिसपर वह कहानी पढ़ना चाहते हों तो वह घटना मुझे बता सकते हैं। आपका नृपेंद्र शर्मा "सागर"