दस्यु और दासों के संघर्ष की एक अनोखी दास्तां जिसमें यदि एक ओर मलय और बेला की प्रेम गाथा शामिल है तो वहीं दूसरी नागों का बुना एक घिनौना जाल भी शामिल है..... मृगांकदत्त जिसे नहीं पहचानता वह काल सिंधु घाटी से बहुत दूर बड़ा हो रहा है....क्या है नागो की असलियत .... मिश्र देश में उनका जुड़ाव,क्या नागों सहित मृगांक दत्त का समूलनाश होकर एक नए सवेरे का जन्म होगा या सदियों तक दासों और दस्युओं को नागों का गुलाम बनकर जीना पड़ेगा .... पढ़ें ये सबकुछ आपकी चहेती किताब "राखीगढ़ी लव बर्ड्स में"।