23 अप्रैल 2022
चिंता संत के जीवन में भी होती है और चिंता संसारी के जीवन में भी होती है मगर दोनों में एक बहुत बड़ा फर्क भी होता है और वो ये कि संत परमार्थ के लिए चिंतित रहता है और संसारी स्वार्थ के लिए।संसारी स