9 जनवरी 2022
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मैं समाजशास्त्र विषय की प्रोफेसर हूं और शब्दों की लड़ियां पिरो कर भावों को व्यक्त करने में विश्वास करती हूं।D
<div>मुझे वो शख्स चाहिए,जो सिर्फ मेरा हों।</div><div>मेरा रहबर मेरा और सिर्फ मेरा हों।।</div><div>वो
<div>तुम हो तो मैं हूं।</div><div>मैं हूं तो तुम हो।।</div><div>मालूम नहीं।।।</div><div>तुम्हारी पेश
<div>वैदेही आज कालेज जाना है ना बेटा।।</div><div>जी मां,बस तैयार हो कर आती हूं।।</div><div><br></div
<div>साईं राम साईं श्याम साई भगवान।</div><div>साईं राम साईं श्याम साई भगवान।।</div><div>कालवेल घनघना
<div>मेरी चाहत का तुमने क्या हाल कर दिया।</div><div>रुसवाईयों को मेरे नाम कर दिया।।</div><div>मैंने
<div>तुम्हारी मुहब्बत ने मेरे सब्र का</div><div> इम्तिहान क्या लिया।।</div><div>समाज ने हाथों म
<div>मुहब्बत का वह नजारा नहीं भूलता।</div><div>हैं अब वही सहारा नहीं भूलता।।</div><div>खाईं थी हमने
समाप्त