shabd-logo

समय की चाल

24 नवम्बर 2022

13 बार देखा गया 13
अंग्रेजी हुकूमत के समय भारत देश में एक रियासत के राजा थे।  बहुत धन समृद्धि थी उनके परिवार में। काफी समय बाद उनके घर में एक लड़का हुआ जिसका नाम उन्होंने राम सिंह रखा। जब उनका लड़का 5 साल का हो गया तभी अचानक उन दोनों का देहांत हो गया।
उन दोनों का देहांत हो जाने के उनके सम्बन्धियों ने सब कुछ अपने कब्जे में कर लिया और रामू को घर से बाहर निकाल दिया।
अब रामू अपनी जिंदगी को कैसे गुजारेगा। यह बात उसे सताने लगी फिर छोटे से बच्चे को इस तरह देखकर गांव वाले उसे खाना खिला दिया करते थे इस तरह धीरे धीरे रामू युवावस्था में पहुंच गया। स्वस्थ मजबूत कद काठी वाला रामू सारे गांव की वक्त जरूरत काम पर मदद करने लगा, इस तरह रामू और उसके गांव वालों का काम चलता रहा।
उसी गांव में एक आदमी रहता था जो दूसरे प्रदेश में ठेकेदारी का काम करता था जब उसने रामू को देखा तो उससे कहा कि क्या तुम मेरे साथ बाहर काम करने चलोगे रामू को भी पैसों की जरूरत थी, उसने उस आदमी के साथ चलने के लिए हामी भर दी और वह ठेकेदार रामू को लेकर चला गया। वहां रामू बहुत सा काम अकेले ही करने लगा, यही सब सोचकर वह ठेकेदार उसे अपने साथ मध्य प्रदेश में ले आया था। एक दिन वहां ठेकेदारों का काम देखने अंग्रेजी कंपनी का मालिक आ गया। उसने देखा कि एक युवक अकेले इतना काम करने में सक्षम है जितना कई लोग मिलकर कर सकते हैं उसने ठेकेदार से उसके काम की सारी रिपोर्ट ली और फिर वह रामू के पास जाकर बोला क्या तुम खुद ठेकेदारी का काम करोगे, इस पर रामू ने अपने ठेकेदार की तरफ इशारा करते हुए अंग्रेज मालिक को जवाब दिया कि सर इनकी वजह से ही हम यह काम कर रहें हैं, अगर मैं यहां इनकी तरह सब काम करने लगूंगा तो इन्हें बुरा लगेगा। इस पर अंग्रेज मालिक ने कहा कि अगर ठेकेदार अपनी सहमति दे दे तब तो कम कर सकते हो ना। रामू ने हां कह दिया, फिर वह अंग्रेज उस ठेकेदार से बात करने लगा कि तुम्हें तो हम काम देते ही रहेंगे लेकिन एक काम हम रामू को भी देंगे और देखना चाहते हैं कि रामू इस काम को कितनी काबिलियत और ईमानदारी से पूरा करता है। अंग्रेज मालिक की बात सुनकर, ठेकेदार ने सोचा कि अगर मैंने रामू को काम देने से मना कर दिया तो मुझे भी काम मिलना बंद हो जाएगा, यह सोच कर उस ठेकेदार ने अंग्रेज से रामू को काम देने में अपनी सहमति दे दी। उस अंग्रेज मालिक ने रामू को मध्य प्रदेश में पहाड़ी को काटकर रेलवे लाइन बिछाने का ठेका दे दिया। कम समय और कम बजट में उस काम को रामू ने करके अपनी रिपोर्ट अंग्रेज मालिक को दे दिया। इस पर वह अंग्रेज बहुत खुश हुआ और उसने फिर धीरे धीरे कई सारे कामों की ठेकेदारी रामू को देना शुरू कर दिया। धीरे धीरे राम सिंह ठेकेदारी का काम करते करते बहुत समृद्ध भी हो गये। एक दिन राम सिंह ठेकेदारी का काम कर रहे थे तभी उन्होंने देखा कि एक सुंदर युवती को एक युवक घोड़े पर बिठाकर लिए जा रहा है, उन्होंने अपने पास से गुजरने पर उसे रोक लिया और पूछताछ करने लगे। इस तरह पूछने पर पता चला कि वह युवती रीवा के राजा की लड़की है और महल से भागी हुई है उन्होंने रीवा के राजा को पत्र भेज कर उस युवती की सारी बात बता दी, जिस पर वहां के राजा ने कहा की वह मेरी ही लड़की है लेकिन अब वो जहां जाना चाहती है जा सकती है, मैं उसे अब नही रोकूंगा। अगर तुम उससे विवाह करना चाहते हो तो कर सकते हो, मुझे कोई आपत्ति नहीं इस पर राम सिंह ने उस राजकुमारी से शादी कर ली। एक दिन यूं ही बैठे-बैठे राम सिंह के मन में विचार आया कि इतनी सारी उम्र बीत चुकी है, अब इतना सारा कमा लिया है तो अब क्यों ना अपने घर चलते हैं, पता नहीं अब मेरी घर की हालत कैसी है। अपनी दहलीज को देखने के लिए राम सिंह ने सारी तैयारी शुरू कर दी। अपनी सारी संपत्ति और वस्तुओं को लेकर वह अपनी पत्नी के साथ वहां से अपने घर के लिए चल दिये।
7
रचनाएँ
विविध रंग
0.0
प्रस्तुत पुस्तक में लेखक की गद्य रचनाओं को प्रकाशित किया गया है। सभी रचनाओं पर लेखक का कॉपी राइट है।
1

रिश्तों की कश्मकश

24 नवम्बर 2022
1
2
0

हर इंसान अपने पूर्व जन्म के बचे हुए कर्मों को पूरा करने के लिए जन्म लेता है। इसके साथ ही फिर वो पूर्व जन्मों के रिश्तों को भी निभाने आता है। ये बात और है कि कभी कभी समाज के लोग उसके पूर्व जन्म के रिश्

2

आंसुओं की बारिश

24 नवम्बर 2022
0
2
0

अनुएक लड़की थी जिसका नाम अनु था वो अपने घर में बच्चों में बड़ी ही थी लेकिन इतनी उम्र भी नहीं हुई थी कि जिंदगी का हर फैसला कर सके। उसके पापा प्राइवेट कम्पनी में नौकरी करते थे। मम्मी घर का काम करती थी। यू

3

अनचाही बेटी

24 नवम्बर 2022
0
2
0

प्रज्ञा के माँ बाप को लड़के की ख्वाहिश थी लेकिन क़िस्मत का लिखा तो मिटा पाना किसी के बस की बात नहीं है ना, इसलिए प्रज्ञा के माता पिता अक्सर उसे उपेक्षित नजरों से देखते थे, आखिर प्रज्ञा उनकी अनचाही बेटी

4

अनोखी चाहत

24 नवम्बर 2022
0
2
0

वो शाम एक अजीब सा एहसास लेकर आई थी जब अंकित प्यार में धोखा पाकर इतना टूट गया कि उसे जीने से नफ़रत होने लगी। एक वीरान खंडहर में बैठे बैठे उसका दर्द भरा अतीत उसकी आँखों से आँसू बनकर बह रहा था। कब दोपहर स

5

स्वदेश में नही रहना

24 नवम्बर 2022
0
2
0

वैसे तो ब्रजेश अमेरिका में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है, और उसे अपने देश आने का मन तो करता है लेकिन सिर्फ घूमने के लिए और अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए।उसके पास भी उसका अपना परिवार भी तो है , उसकी जिम्मेद

6

समय की चाल

24 नवम्बर 2022
0
2
0

अंग्रेजी हुकूमत के समय भारत देश में एक रियासत के राजा थे। बहुत धन समृद्धि थी उनके परिवार में। काफी समय बाद उनके घर में एक लड़का हुआ जिसका नाम उन्होंने राम सिंह रखा। जब उनका लड़का 5 साल का हो गया

7

कद्दू की दीवानी

24 नवम्बर 2022
0
2
0

यूँहीं शाम को पार्क में बैठे - बैठे कृष्णा ने पूजा से पूछ ही लिया कि आख़िर क्या वजह है जो हफ़्ते में 5 दिन सिर्फ़ कद्दू की ही सब्जी बनाती हो। लोगों की तरह तरह की दीवानगी देखी लेकिन कद्दू की दीवानी तो सिर

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए