shabd-logo

अनोखी चाहत

24 नवम्बर 2022

6 बार देखा गया 6
वो शाम एक अजीब सा एहसास लेकर आई थी जब अंकित प्यार में धोखा पाकर इतना टूट गया कि उसे जीने से नफ़रत होने लगी। एक वीरान खंडहर में बैठे बैठे उसका दर्द भरा अतीत उसकी आँखों से आँसू बनकर बह रहा था। कब दोपहर से शाम हो गई और आँधियों के साथ घने बादलों ने बरसते पानी के बीच चमकती बिजली की गड़गड़ाहट से दिल को झकझोरने लगे। धीरे धीरे कब रात के अंधेरे ने अंकित को अपनी आग़ोश में भर लिया, उसे पता ही नहीं चला। उस सुनसान खंडहर में एक अनजाने डर से अंकित की सांसें अटकी जा रही थी, उसे प्रकृति की सामान्य घटना भी किसी जादूगर का जादुई खेल लग रहा था। जब धीरे धीरे चक्रवाती तूफान थमने लगा तो अंकित  ने राहत की सांस ली, उसे ऐसा लग रहा था कि जैसे कोई बादलों को कहीं और बरसने के लिए भेज रहा हो। उस पूनम की रात में दूध से उजाले में भीनी भीनी ख़ुशबू का अपने चारों तरफ फैल जाना जैसे अंकित को एक नई अनोखी दुनिया मे ले गया हो। जब तक अंकित कुछ समझ पाता उसने देखा कि पूनम के चाँद से उजली चाँदनी के रथ पर सुर्ख लाल वस्त्रों में बैठी एक खूबसूरत परी उसके पास चली आ रही है। उसे यकीन नही हो रहा था कि वो जागती आंखों से कोई सपना नहीं बल्कि बेहद खूबसूरत उस हकीकत से रूबरू हो रहा था जिसके लिए ना जाने कितने जनमों तक कठोर तप करना पड़ता है। यूँ उस परी को सामने मुस्कुराते हुए देखकर अंकित उसे अपनी बाहों में भर लेना चाहता था, शायद परी भी ख़ुद चाहती थी इंसानों की दुनियां से दिल का रिश्ता जोड़ना, इसीलिए वो धरती पर आई थी और संयोग से उसे एक जरूरतमंद इंसान भी मिल गया। वो सच्चे प्यार के रिश्ते की तलाश में थी, जो जिस्म, दौलत से नहीं बल्कि दो रूहों के मिलने से होता है, यूँहीं आपस में मिलते ही सच्चे प्यार का एहसास हुआ और परी अंकित को अपने साथ उसे अनोखी दुनियां की सैर कराने के लिए ले गई। परी का हाँथ थामते ही अंकित को लगा जैसे वो इंसानों की दुनियां से दूर परियों के संसार में चला गया हो और सारी दुनियां की खुशियां उसकी बाहों में भर गई हो। अब अंकित उस दुनियां से फिर वापस नहीं आना चाहता था, आख़िर अंकित को अनोखी चाहत जो मिल गई थी।
7
रचनाएँ
विविध रंग
0.0
प्रस्तुत पुस्तक में लेखक की गद्य रचनाओं को प्रकाशित किया गया है। सभी रचनाओं पर लेखक का कॉपी राइट है।
1

रिश्तों की कश्मकश

24 नवम्बर 2022
1
2
0

हर इंसान अपने पूर्व जन्म के बचे हुए कर्मों को पूरा करने के लिए जन्म लेता है। इसके साथ ही फिर वो पूर्व जन्मों के रिश्तों को भी निभाने आता है। ये बात और है कि कभी कभी समाज के लोग उसके पूर्व जन्म के रिश्

2

आंसुओं की बारिश

24 नवम्बर 2022
0
2
0

अनुएक लड़की थी जिसका नाम अनु था वो अपने घर में बच्चों में बड़ी ही थी लेकिन इतनी उम्र भी नहीं हुई थी कि जिंदगी का हर फैसला कर सके। उसके पापा प्राइवेट कम्पनी में नौकरी करते थे। मम्मी घर का काम करती थी। यू

3

अनचाही बेटी

24 नवम्बर 2022
0
2
0

प्रज्ञा के माँ बाप को लड़के की ख्वाहिश थी लेकिन क़िस्मत का लिखा तो मिटा पाना किसी के बस की बात नहीं है ना, इसलिए प्रज्ञा के माता पिता अक्सर उसे उपेक्षित नजरों से देखते थे, आखिर प्रज्ञा उनकी अनचाही बेटी

4

अनोखी चाहत

24 नवम्बर 2022
0
2
0

वो शाम एक अजीब सा एहसास लेकर आई थी जब अंकित प्यार में धोखा पाकर इतना टूट गया कि उसे जीने से नफ़रत होने लगी। एक वीरान खंडहर में बैठे बैठे उसका दर्द भरा अतीत उसकी आँखों से आँसू बनकर बह रहा था। कब दोपहर स

5

स्वदेश में नही रहना

24 नवम्बर 2022
0
2
0

वैसे तो ब्रजेश अमेरिका में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है, और उसे अपने देश आने का मन तो करता है लेकिन सिर्फ घूमने के लिए और अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए।उसके पास भी उसका अपना परिवार भी तो है , उसकी जिम्मेद

6

समय की चाल

24 नवम्बर 2022
0
2
0

अंग्रेजी हुकूमत के समय भारत देश में एक रियासत के राजा थे। बहुत धन समृद्धि थी उनके परिवार में। काफी समय बाद उनके घर में एक लड़का हुआ जिसका नाम उन्होंने राम सिंह रखा। जब उनका लड़का 5 साल का हो गया

7

कद्दू की दीवानी

24 नवम्बर 2022
0
2
0

यूँहीं शाम को पार्क में बैठे - बैठे कृष्णा ने पूजा से पूछ ही लिया कि आख़िर क्या वजह है जो हफ़्ते में 5 दिन सिर्फ़ कद्दू की ही सब्जी बनाती हो। लोगों की तरह तरह की दीवानगी देखी लेकिन कद्दू की दीवानी तो सिर

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए