नानी के यहाँ से जब लौटा था तो नाना जी ने 50/-नानी जी ने 50/-मामा जी और मासी ने 100/- -100/- रुपये दिए थे स्कूल की छुट्टी लगे हुए भी लग भग २० दिन से अधिक हो रहे है वो पैसे भी गुल्लक में रोज़ डालता हूँ और आज पापा ने 50/- रुपये और दे दिए राजू गुल्लक में पैसे डालते हुए अपने गुल्लक से बत्या रहा था।
अब इन पैसों से मैं रानी [बहन ]के लिए एक गुड़िया खरीद लाऊंगा, माँ कितने दिनों से वही चूड़ियाँ पहनी हुई है लाल रंग की चूड़ियाँ माँ को बहुत पसंद है, हाँ माँ के लिए लाल रंग की चूड़ियां भी खरीद लूँगा। पापा बहुत दिनों से टूटी हुई चप्पल पहन कर काम पे जाते है पिछली दफा जब उन्हें पेमेंट मिला था तब भी माँ ने पापा से कहा था के खुद के लिए एक चप्पल ले आना बहुत टूट गई है मगर पापा ने मेरे स्कूल के टूटे हुए जूते देख लिए थे और अपने लिए चप्पल न लेते हुए मुझे स्कूल के लिए जूते दिला दिए थे। तो इन पैसों में पापा के लिए एक चप्पल भी खरीद लाऊंगा। हाँ एक दो दिन में और भी पैसे जमा हो जाएंगे अलका बुआ और फुफ्फा जी भी तो आने वाले है फुफ्फा जी तो मुझ से बहुत प्यार करते है जब भी आते है मुझे पैसे दे कर ही जाते है।
राजू को खुद ही में बात करते देख मैं ने किचन से आवाज़ लगाईं ।
"कौन है राजू किस्से बातें कर रहा है तू "?
राजू हड़बड़ा कर !!!!!!!
"क , कोई तो नहीं है माँ कोई नहीं"
"हाँ ,हाँ कोई नहीं तो तू बातें किस से कर रहा है", माँ ने हस्ते हुए राजू से कहा ।
"वो माँ मैं, मैं अपने सपनों के गुल्लक से बात कर रहा था," राजू ने फिर से जवाब दिया ।अब राजू के चेहरे पर हलकी सी मुस्कराहट आ गई ।
अशीमिरा 29/5/19 03:45 pm