आमिर रोज़ सुबह सवेरे बड़ी ख़ुशी ख़ुशी त्यार हो कर अपने पिताजी के साथ स्कूल के लिए निकल जाता । आज भी वो अपने पिता के साथ स्कूल के लिए निकल पड़ा, स्कूल के गेट पर चौकीदार हर दिन की तरह सभी बच्चों को अंदर दाख़िल कर रहा था, आमिर हर रोज़ उसे देखता ।
आज स्कूल , से वापसी के बाद खाने की मेज़ पर आमिर ने पिताजी से कहा," पिताजी आप जब मुझे स्कूल छोड़ कर आते हो उस के बाद हमें स्कूल से छुट्टी होने तक हम बाहर नहीं निकल सकते और जब तक हमारे पेरेंट्स हमें लेने नहीं आते तब तक चौकीदार अंकल हमें बाहर नहीं जाने देते।
पिताजी मुस्कुराते हुए बोले," आमिर बेटा वो आप की स्कूल के चौकीदार है, उनकी ज़िम्मेदारी है के सभी बच्चों की हिफाज़त करे और जब तक बच्चों के पेरेंट्स ना आ जाएं उन्हें बाहर ना निकलने दें,"
पिताजी की बातें सुनते ही आमिर ने बड़ी ख़ुशी से कहा,
"पिताजी मैं भी बड़ा हो कर चौकीदार बनूँगा, अपने देश का चौकीदार, और अपने देश की हिफाज़त करूंगा"
आमिर की बातें सुनकर पिता जी की आँखें ख़ुशी से भर आई , पिताजी ने आमिर के माथे को चूमा। और कहा इस देश की तक़दीर तुम्हारी मुट्ठी में है मेरे बच्चे मुझे तुम पर बहुत गर्व है।
और गीत गुनगुनाने लगे
हम लाए हैं तूफ़ान से कश्ती निकाल के
इस देश को रखना मेरे बच्चों सम्भाल के
तुम ही भविष्य हो मेरे भारत विशाल के
इस देश को रखना मेरे बच्चों सम्भाल के
अश्मीरा अंसारी
16/8/19